बेबी केयर सेंटर अग्निकांड पर ऐक्शन में दिल्ली सरकार, इन धाराओं में हुई FIR; हादसे की हाईलेवल जांच के आदेश
दिल्ली के विवेक विहार स्थित बेबी केयर सेंटर अस्पताल अग्निकांड के दिल्ली सरकार ऐक्शन में आ गई है। दिल्ली सरकार ने सात नवजात बच्चों की मौत की घटना की हाई लेवल जांच के आदेश दे दिए हैं।
Delhi Baby Care Centre Fire Incident : दिल्ली के विवेक विहार स्थित बेबी केयर सेंटर अस्पताल अग्निकांड के दिल्ली सरकार ऐक्शन में आ गई है। दिल्ली सरकार ने सात नवजात बच्चों की मौत की घटना की हाई लेवल जांच के आदेश दे दिए हैं। शनिवार रात बेबी केयर सेंटर में आग लगने के बाद रेस्क्यू किए गए 12 में से 7 बच्चों की मौत हो गई है, जबकि और 5 बच्चे घायल हालत में अस्पताल में भर्ती हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बच्चों की मौत पर शोक व्यक्त किया है।
अस्पताल के मालिक पर एफआईआर दर्ज
दिल्ली पुलिस सूत्रों ने बताया कि विवेक विहार स्थित न्यू बोर्न बेबी केयर अस्पताल के मालिक पश्चिम विहार निवासी नवीन किची अभी भी फरार है। पुलिस ने उसके खिलाफ आईपीसी की धाराओं 436, 304A और 34 के तहत एफआईआर दर्ज कर उसकी तलाश और घटना की जांच शुरू कर दी है।
घायल बच्चों का फरिश्ते योजना से इलाज कराने का आदेश
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने स्वास्थ्य सचिव दीपक कुमार और मुख्य सचिव नरेश कुमार को घटना की तुरंत जांच शुरू करने निर्देश दिए हैं। चूंकि स्वास्थ्य सचिव फोन कॉल और मैसेज का जवाब नहीं दे रहे हैं, इसलिए मुख्य सचिव को कॉपी के साथ ईमेल के माध्यम से निर्देश भेजे गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने इस घटना की शीघ्र जांच करने और इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार अधिकारियों या निजी लोगों के नाम और पदनाम उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही रेस्क्यू किए गए घायल बच्चों का फरिश्ते योजना के तहत सबसे अच्छे निजी अस्पतालों में निःशुल्क इलाज सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। मंत्री ने मृतकों और घायलों के परिवारों को शीघ्र मुआवजा देने और इस सेंटर को चलाने वालों की गिरफ्तारी में तेजी लाने का निर्देश भी दिए हैं।
लापरवाही के लिए जो भी जिम्मेदार होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा : केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, ''बच्चों के अस्पताल में आग लगने की यह घटना दिल दहला देने वाली है। हम सभी उन लोगों के साथ खड़े हैं जिन्होंने इस हादसे में अपने मासूम बच्चों को खो दिया है। सरकार और प्रशासन के अधिकारी मौके पर घायलों को इलाज मुहैया कराने में जुटे हुए हैं। घटना की जांच की जा रही है और इस लापरवाही के लिए जो भी जिम्मेदार होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा।”
वहीं, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने 'एक्स' पर पोस्ट किया कि उन्होंने स्वास्थ्य सचिव से स्थिति के बारे में अपडेट देने को कहा है और लापरवाही बरतने वालों को सख्त से सख्त सजा दी जाएगी। उन्होंने पोस्ट किया, "बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना की सूचना मिली है। मैंने स्वास्थ्य सचिव से वर्तमान स्थिति के बारे में अपडेट देने को कहा है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। लापरवाही बरतने वाले या किसी भी गलत काम में शामिल पाए जाने वालों के लिए सख्त सजा सुनिश्चित की जाएगी।''
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि दुख की इस घड़ी में संवेदना के शब्द अपर्याप्त हैं। उन्होंने कहा, "मैं यह सुनिश्चित करने की पूरी कोशिश करूंगा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। पूरी जांच की जाएगी।"
स्वास्थ्य मंत्री ने घटनास्थल का निरीक्षण करते हुए कहा कि आग शायद शॉर्ट सर्किट के कारण लगी थी और ऑक्सीजन सिलेंडर फटने के कारण आग तेजी से पूरी इमारत में फैल गई। बच्चों की मौत दम घुटने से हुई है और एक अन्य बच्चे की हालत गंभीर बताई जा रही है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
राष्ट्रपति ने घटना पर दुख जताया
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हिंदी में पोस्ट किया: "विवेक विहार के एक अस्पताल में आग लगने से कई बच्चों की मौत की खबर हृदय विदारक है। भगवान शोक संतप्त माता-पिता और रिश्तेदारों को यह सदमा सहने की शक्ति दें। मैं इस घटना में घायल हुए अन्य बच्चों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं।”
7 शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए जीटीबी अस्पताल भेजा
डीसीपी (शाहदरा) सुरेंद्र चौधरी ने कहा कि बेबी केयर अस्पताल में 12 नवजात शिशु भर्ती थे और आग लगने की घटना से पहले एक की मौत हो गई थी। सभी 12 नवजात शिशुओं को अन्य लोगों की मदद से अस्पताल से बचाया गया और इलाज के लिए विवेक विहार के ईस्ट दिल्ली एडवांस एनआईसीयू अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया। इस बीच, फायर टेंडर मौके पर पहुंचे और आग पर काबू पा लिया गया। छह को मृत घोषित कर दिया गया। सभी 7 शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए जीटीबी अस्पताल भेज दिया गया है।