गुरुग्राम : 4 साल में सबसे जहरीली रही शहर की हवा, जिले में 110 फैक्ट्रियां बंद
मिलेनियम सिटी गुरुग्राम की हवा बीते चार सालों में एक नवंबर को सबसे ज्यादा जहरीली रही। शुक्रवार को हवा का स्तर सामान्य से नौ गुना ज्यादा खराब रिकॉर्ड किया गया। दिनभर आसमान में धूल व धुएं के कणों के...
मिलेनियम सिटी गुरुग्राम की हवा बीते चार सालों में एक नवंबर को सबसे ज्यादा जहरीली रही। शुक्रवार को हवा का स्तर सामान्य से नौ गुना ज्यादा खराब रिकॉर्ड किया गया। दिनभर आसमान में धूल व धुएं के कणों के उड़ने की वजह से धुंध छाई रही। लोगों को सूरज देखने को नहीं मिला। हवा खराब होने से शहर में लोगों की परेशानी बढ़ गई हैं।
वायु गुणवत्ता सूचकांक 469 पहुंचने के कारण खासकर छोटे बच्चों को दिक्कतें ज्यादा बढ़ी हैं। हवा में लगातार बढ़ रहे प्रदूषण के स्तर की वजह से पर्यावरण प्रदूषण (रोकथाम व नियंत्रण) प्राधिकरण (ईपीसीए) ने जिले में पांच नवंबर की सुबह तक सभी निर्माण कार्यों पर रोक लगाने के साथ ही कोल व फ्यूल से चलने वाली इंडस्ट्री भी बंद रखने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा स्कूली में आउटडोर गतिविधियों को भी कम करने के निर्देश दिए हैं। डीजल के 10 और पेट्रोल के 15 वर्ष की आयु पार कर चुके वाहनों को पकड़कर बंद करने के निर्देश भी जारी किए गए हैं।
शहर में दिनभर छाया रहा स्मॉग : मिलेननियम सिटी में शुक्रवार को वायु गुणवता सूचकांक 469 रिकॉर्ड किया गया। वहीं पीएम 2.5, 201.67 दर्ज किया गया। जिससे हवा में धूल और धुएं के कणों की मात्रा बढ़ गई। इस वजह से आकाश में धुंध छा गई। दिनभर सूरज नहीं दिखा। जिससे लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। हालांकि दिल्ली-एनसीआर में अन्य शहरों के मुकाबले वायु गुणवत्ता सूचकांक सबसे कम रहा। सबसे ज्यादा नोएडा में 499 रिकॉर्ड किया गया।
घंटे दर घंटे खराब होती रही हवा : गुरुवार को शहर की हवा जहरीली जरूर थी, लेकिन अन्य शहरों की अपेक्षा ठीक रही थी, लेकिन गुरुवार की रात के बाद से घंटे दर घंटे शहर की हवा खराब होती चली गई। रात में हवा में पीएम 2.5 का स्तर 200 दर्ज किया गयार थाद वहीं सुबह से दोपहर पर यही स्तर 362 रिकॉर्ड किया गया।
जबकि शहर में ग्वाल पहाड़ी क्षेत्र में पीएम 2.5 का स्तर बेहद खराब रहा। यहां सुबह आठ बजे से चार बजे तक 491.29 रिकॉर्ड किया गया। हालांकि एवरेज स्तर 276.24 रहा। यानी सामान्य से चार गुना से अधिक हवा में धूल और धुएं के कण मिले हुए थे।
ग्रैप के उल्लंघन पर चालान
निगम की टीम ने शुक्रवार को शहर में ग्रैप नियमों का उल्लंघन करने पर आठ लोगों के खिलाफ कार्रवाई की। सीएंडडी वेस्ट मामले में एक व्यक्ति का 500 रुपये का चालान किया। बिना ढंके निर्माण सामग्री रखने पर 4 लोगों का 20 हजार रुपये, सिंगल यूज़ प्लास्टिक पर एक व्यक्ति का 500 रुपये के चालान किए गए।
''पांच नवंबर तक सभी प्रकार के निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी गई है। ईसीपीए के आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।'' -अमित खत्री, जिला उपायुक्त गुरुग्राम
गुरुग्राम में उद्योग विहार से लेकर मानेसर तक लगभग 5000 इंडस्ट्री हैं। इसमें से 2500 इंडस्ट्री अकेले शहर क्षेत्र के उद्योग विहार में दिल्ली के बॉर्डर पर हैं। इसके अलावा मानेसर में करीब 2200 तथा अन्य क्षेत्रों में कुल मिलाकर 300 उद्योग हैं, लेकिन इन उद्योगों में करीब 110 उद्योग ही ऐसे हैं जो केवल कोल या फिर फ्यूल से चल रहे हैं। ऐसे में पर्यावरण प्रदूषण (रोकथाम व नियंत्रण) प्राधिकरण (ईपीसीए) आदेश के मुताबिक इन्हीं उद्योगों को बंद रखा जाएगा, जिससे उद्योगों से होने वाले प्रदूषण का कम किया जा सके।
स्कूलों में नहीं होंगी आउटडोर गतिविधियां
ईपीसीए ने स्कूली में चलने वाले आउटडोर गतिविधयों को हवा का स्तर खराब रहने तक पांच नवंबर तक खुले में न कराने के निर्देश दिए गए हैं। इसके बच्चों को स्कूलों में मास्क लगाकर आने की सलाह दी जा रही है। वहीं हरियाणा शिक्षा निदेशालय ने ईपीसीए के आदेश के बाद शाम को पत्र जारी किया है। जिसमें सभी जिला उपायुक्त, जिला शिक्षा अधिकारी और जिला शिक्षा मौलिक अधिकारी को कहा है कि स्कूलों में पढ़ने वाले को खेल के मैदान अथवा ऐसी जगह लेकर नहीं जाएंगे जहां वायु प्रदूषण का असर हो। प्रदूषण के प्रति बच्चों को जागरूक भी करेंगे।
हार्ड मिक्स प्लांट बंद रहेंगे
शहर में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए सभी हार्ड मिक्स प्लांट और स्टोन क्रशर को भी अब पूर्णतया पांच नवंबर तक बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं। शहर में करीब 500 हार्ड मिक्स प्लांट चल रहे हैं। ईपीसीए के आदेश के बाद इन्हें पांच दिनों के लिए बंद कर दिया जाएगा। इसके अलावा क्रशर भी बंद रहेंगे।