मनिका का मोबाइल जब्त, पुनीत सुसाइड केस में पुलिस को अहम सबूत मिलने की उम्मीद; चार लोगों के बयान दर्ज
Puneet Khurana Suicide: उत्तर पश्चिमी दिल्ली के मॉडल टाउन इलाके में फांसी लगाकर आत्महत्या करने वाले कैफे मालिक पुनीत खुराना के मामले में पुलिस ने गुरुवार को मनिका सहित चार लोगों के बयान दर्ज किए हैं। इसमें वे लोग भी शामिल हैं जिनका जिक्र दोनों की आडियो क्लिप में है।
उत्तर पश्चिमी दिल्ली के मॉडल टाउन इलाके में फांसी लगाकर आत्महत्या करने वाले कैफे मालिक पुनीत खुराना के मामले में पुलिस ने गुरुवार को मनिका सहित चार लोगों के बयान दर्ज किए हैं। इसमें वे लोग भी शामिल हैं जिनका जिक्र दोनों की आडियो क्लिप में है। पुलिस ने मनिका का फोन भी जब्त कर जांच के लिए भेजा है, जिससे अहम सबूत मिलने की संभावना है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि अभी जांच में आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा में केस दर्ज करने का आधार नहीं मिल रहा है।
कानूनी राय पर दर्ज होगा केस
वहीं, मृतक के परिजनों का आरोप है कि मनिका की मानसिक प्रताड़ना से दुखी होकर पुनीत ने खुदकुशी की है। पुलिस ने अभी तक जांच में जो भी तथ्य सामने आए हैं उन्हें कानूनी विशेषज्ञ के पास भेजा है। कानूनी राय के आधार पर ही केस दर्ज करने का फैसला लिया जाएगा। दंपती की मेडिकल हिस्ट्री की भी जांच की जा रही है। पुलिस को जांच में कुछ अहम दस्तावेज मिले हैं, जिनसे दोनों के मानसिक स्वास्थ्य की जानकारी मिली है। इन तथ्यों को भी कानूनी विशेषज्ञ के पास भेजा है।
एक मोशन हो गया था पूरा
दोनों ने फैमिली कोर्ट में तलाक के लिए अर्जी दायर की थी। इसका एक मोशन पूरा हो गया था। दूसरा मोशन होते ही तलाक मिल जाता, लेकिन इससे पहले ही पुनीत ने खुदकुशी कर ली। बता दें कि पुनीत ने मंगलवार को सुसाइड कर लिया था। आत्महत्या से पहले रिकॉर्ड किए गए वीडियो में उसने आरोप लगाया है कि पत्नी और ससुराल वालों ने उसे 'बेहद प्रताड़ित' किया। उसने पत्नी और ससुराल वालों पर तलाक के मामले में अदालत के आदेश का सम्मान नहीं करने का भी आरोप लगाया है।
वीडियो में पुनीत ने क्या कहा
वीडियो की एक छोटी क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। जिसमें पुनीत कहता है, 'मैं अपना अंतिम बयान दर्ज कर रहा हूं। मैं आत्महत्या करने जा रहा हूं, क्योंकि मेरे ससुराल वाले और मेरी पत्नी मुझे बहुत प्रताड़ित कर रहे हैं। हम पहले ही आपसी सहमति से तलाक के लिए आवेदन कर चुके हैं और कुछ शर्तों के साथ अदालत में हस्ताक्षर भी कर दिए हैं। हमने कम से कम अदालत का सम्मान करने और 180 दिनों की अवधि के भीतर उन शर्तों को पूरा करने का वादा किया था। पहले ही 90 दिन बीत चुके हैं और 90 दिन और बीतने वाले हैं। लेकिन मेरे ससुराल वाले और पत्नी मुझ पर नयी शर्तों के साथ दबाव बना रहे हैं, जो मेरी क्षमता से परे हैं। वे और 10 लाख रुपये मांग रहे हैं और मैं भुगतान में असमर्थ हूं। मैं अपने माता-पिता से नहीं मांग सकता, क्योंकि वे पहले ही मेरे कारण बहुत कुछ झेल चुके हैं।'