दिल्ली में पलूशन की मार, लोगों का हाल-बेहाल; अचानक बढ़े AQI की ये वजह
बुधवार को सुबह होते ही दिल्ली के लोगों ने खुद को जहरीली धुंध से घिरा पाया। हवा घनी और तीखी थी। इस दौरान राजधानी में AQI का स्तर 400 से ऊपर चला गया।
इस साल दिवाली के बाद की धुंध से राजधानी को मिली राहत बुधवार को अचानक समाप्त हो गई। इसकी वजह मौसम के पैटर्न में हुए दो महत्वपूर्ण बदलाव थे; देर से सर्दी और सतही हवाएं। बुधवार को सुबह होते ही दिल्ली के लोगों ने खुद को जहरीली धुंध से घिरा पाया। हवा घनी और तीखी थी। इस दौरान राजधानी में AQI का स्तर 400 से ऊपर चला गया। यह अब तक का सबसे खतरनाक स्तर था।
गिरते तापमान के कारण छाई धुंध की चादर
मंगलवार देर रात दिल्ली में AQI बहुत खराब स्तर के निचले छोर पर मँडरा रहा था। रात 10 बजे के आसपास 24 घंटे का औसत 314 के आसपास था, लेकिन जैसे-जैसे रात ढलती गई हवाएँ धीमी होती गईं और तापमान गिरता चला गया। इससे शहर के ऊपर पलूशन की भूरे रंग की चादर सी जमने लगे।
इनवर्सन की घटना है जिम्मेदार
इस मौसम में पहली बार स्मॉग ने चक्रीय घटना को भी जन्म दिया जिसे इनवर्सन के नाम से जाना जाता है। इसमें प्रदूषक कम तापमान के कारण सतह के करीब फंस जाते हैं। इनवर्सन तब होता है जब सतह की हवा अधिक ऊंचाई पर हवा की तुलना में ठंडी होती है। ये आमतौर पर होने वाली घटना के विपरीत होती है। इसके लिए शांत हवाओं और कम तापमान दोनों के संयोजन की आवश्यकता होती है।
अब तक अधिक पलूशन से कैसे हुआ बचाव
दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से लगातार सामान्य से ऊपर तापमान दर्ज किया जा रहा था। हालांकि आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार बुधवार को अधिकतम तापमान इस मौसम में पहली बार सामान्य से नीचे चला गया। उच्च तापमान और धीमी हवाएं अब तक शहर को दिवाली के बाद होने वाले प्रदूषण की मार से बचाने में अहम भूमिका निभा रही थीं। उदाहरण के लिए, पटाखे फोड़ने से आम तौर पर त्योहार के बाद के दिनों में दिल्ली की हवा गंभीर हो जाती है। लेकिन इस साल ऐसा नहीं हुआ क्योंकि गर्म धूप और तेज हवाओं ने पटाखों के धुएं को उड़ा दिया।