‘हमारे बच्चे अल्लाह के बहादुर सेवक हैं’, दिल्ली के स्कूलों को बम की धमकी वाले ईमेल में क्या-क्या लिखा
राजधानी दिल्ली के 30 से अधिक स्कूलों को बम की धमकी मिलने के एक दिन बाद शनिवार को भी दिल्ली के कई स्कूलों को इसी तरह की धमकी भरे ईमेल मिले हैं। पुलिस के अनुसार आज सुबह 6:12 बजे स्कूलों को एक ग्रुप मेल मिला।
राजधानी दिल्ली के 30 से अधिक स्कूलों को बम की धमकी मिलने के एक दिन बाद शनिवार को भी दिल्ली के कई स्कूलों को इसी तरह की धमकी भरे ईमेल मिले हैं। दिल्ली पुलिस ने बताया कि आज फिर से डीपीएस आरकेपुरम, रेयान इंटरनेशनल स्कूल, वसंत कुंज सहित दिल्ली के स्कूलों को बम की धमकी वाला ईमेल मिला। पुलिस के अनुसार आज सुबह 6:12 बजे स्कूलों को एक ग्रुप मेल मिला।
दिल्ली पुलिस ने कहा, "आज सुबह 6:12 बजे स्कूल को बैरी अल्लाह के नाम से ‘चिल्ड्रन ऑफ अल्लाह’ (childrenofallah@outlook.com) से एक ग्रुप मेल मिला।"
बम से उड़ाने की धमकी वाला ईमेल मिलने के बाद स्कूलों ने तुरंत दिल्ली पुलिस को इस बारे में सूचना दी। अधिकारियों ने कहा कि सूचना मिलने के बाद दिल्ली पुलिस, बम डिटेक्शन टीम और फायर डिपार्टमेंट के अधिकारी मौके पर पहुंचे, लेकिन अभी तक कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला।
स्कूलों को भेजे गए बम की धमकी वाले ईमेल में लिखा है, “अल्लाह उसकी सजा का विरोध करने के आपके प्रयासों को देखता है, जो व्यर्थ हैं, क्योंकि कोई भी नश्वर प्राणी अल्लाह के इंसाफ से बच नहीं सकता। पैगंबर मोहम्मद ने अल्लाह के खिलाफ जाने वाले सभी लोगों को दुनिया का दुश्मन घोषित किया है। हमें रोकने की आपकी कोशिश हम देखते हैं। यह काम नहीं करेगा। पैगंबर मोहम्मद ने बच्चों को अल्लाह की पवित्र लौ में जलने की अनुमति दी है।”
मेल में आगे कहा गया है, “शनिवार को जब आपकी बिल्डिंगों में स्टूडेंट्स नहीं होंगे, तब बिल्डिंगों को उड़ा दिया जाएगा। हमारे बम वेस्टस को पैगंबर मोहम्मद का आशीर्वाद प्राप्त है। वो अपने लक्ष्य को हासिल करने में नाकाम नहीं होंगे। हमारे बच्चे अल्लाह के बहादुर सेवक हैं। वो अपना काम पूरा करेंगे।”
डीसीपी साउथ-ईस्ट रवि कुमार सिंह ने शुक्रवार को कहा था कि दिल्लीभर के 30 स्कूलों को बम की धमकी वाले फर्जी ईमेल मिले हैं। डीसीपी ने कहा कि फर्जी धमकियों की जांच से पता चला है कि स्कूलों को भेजे गए ईमेल देश के बाहर से भेजे गए थे। सूचना मिलने पर स्कूलों को खाली कराया गया और बम निरोधक दस्ते ने सभी स्थानों पर जांच की।
धमकी भरे ईमेल से अभिभावकों और कर्मचारियों में चिंता बढ़ गई है, हालांकि पुलिस ने आश्वासन दिया है कि जांच जारी है और सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है। अभी तक किसी भी स्कूल में कोई विस्फोटक या खतरनाक सामग्री नहीं मिली है।
राजधानी में स्कूलों को बाधित करने वाली इस तरह की धमकियों का यह पहला मामला नहीं है, जो मजबूत सुरक्षा प्रोटोकॉल की आवश्यकता को रेखांकित करता है।
एक हफ्ते में तीसरी घटना
शुक्रवार को जिन स्कूलों को धमकियां मिलीं, उनमें पश्चिम विहार में भटनागर पब्लिक स्कूल, श्रीनिवासपुरी में कैम्ब्रिज स्कूल, ईस्ट ऑफ कैलाश में दिल्ली पब्लिक स्कूल और डिफेंस कॉलोनी में दिल्ली पब्लिक स्कूल शामिल हैं। इससे पहले, राष्ट्रीय राजधानी के 40 से अधिक स्कूलों को 30,000 अमेरिकी डॉलर की फिरौती के लिए ईमेल के जरिये बम की धमकी मिली थी। यह ईमेल 8 दिसंबर को रात करीब 11:38 बजे आया था।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और ‘आप’ सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को राजधानी में स्कूलों को निशाना बनाकर बार-बार बम की धमकियों के बारे में गंभीर चिंता व्यक्त की थी। केजरीवाल ने बच्चों पर संभावित मनोवैज्ञानिक और शैक्षणिक प्रभाव पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर ऐसी घटनाएं लगातार जारी रहीं तो उनकी पढ़ाई और सेहत बाधित हो सकती है।
इससे पहले 19 नवंबर को दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली सरकार और दिल्ली पुलिस को बम धमकियों और संबंधित आपात स्थितियों से निपटने के लिए एक स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर्स (एसओपी) सहित एक व्यापक ऐक्शन प्लान बनाने का निर्देश दिया था। हाईकोर्ट ने इन निर्देशों को पूरा करने के लिए आठ सप्ताह की समय सीमा तय की है।