मनी एक्सचेंजर की हत्या करने वाले दोनों बदमाश मुठभेड़ में गिरफ्तार
नोएडा पुलिस ने सेक्टर-12 में मनी एक्सचेंजर की हत्या और लूट के मामले में दो बदमाशों को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया। बदमाशों के पैर में गोली लगी है। पुलिस ने चार लाख भारतीय मुद्रा, विदेशी करेंसी और चोरी...

नोएडा,वरिष्ठ संवाददाता। सेक्टर-12 में मनी एक्सचेंजर से लूट और हत्या के मामले में दो बदमाशों को नोएडा पुलिस ने मुठभेड़ में गिरफ्तार किया। दोनों बदमाशों के पैर में गोली लगी है। वारदात का षडयंत्र रचने वाले एक बदमाश के पिता और बदमाशों को संरक्षण देने वाले साथी को भी पुलिस ने दबोचा है। डीसीपी नोएडा यमुना प्रसाद ने बताया कि 11 जून को मनी एक्सचेंज की दुकान करने वाले ओमपाल भाटी की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। मामले का पर्दाफाश करने के लिए 500 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। पुलिस की पांच टीमें कई दिनों से संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही थीं।
शुक्रवार शाम चार बजे के करीब सेक्टर-54 में एलिवेटेड के नीचे फेज तीन की तरफ जाने वाली सड़क पर पुलिस की टीमें तलाशी अभियान चला रही थी। इस दौरान एक मोटरसाइकिल पर सवार होकर दो व्यक्ति उधर से गुजरे। संदिग्ध लगने पर जब पुलिस टीम ने बाइक सवारों को रुकने का इशारा किया तो वे तेजी से भागने लगे। पीछा करने पर बाइक सवार बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायर झोंक दिया। जवाबी कार्रवाई में पैर में गोली लगने से दोनों बदमाश घायल हो गए। पूछताछ करने पर पता चला कि दोनों वही हैं, जिन्होंने बीते दिनों लूट के बाद मनी एक्सचेंजर की हत्या की थी। बदमाशों की पहचान गाजियाबाद के लोनी निवासी मुकुल शर्मा और महोबा निवासी आकाश उपाध्याय के रूप में हुई। मनी एक्सचेंजर पर गोली मुकुल ने चलाई थी। बदमाशों के पास से चोरी की मोटरसाइकिल, पिस्टल, तमंचा, चार लाख भारतीय मुद्रा, 9900 कनाडाई करेंसी, 30 दिरहम और मोबाइल समेत अन्य सामान बरामद हुआ है। गिरोह का पर्दाफाश करने वाली टीम को डीसीपी नोएडा ने 25 हजार रुपये का इनाम दिया है। गाजियाबाद और नोएडा में आठ मुकदमे दर्ज 12वीं पास 25 वर्षीय मुकुल और बीए पास 24 वर्षीय आकाश के खिलाफ गाजियाबाद और नोएडा के अलग-अलग थानों में आठ मुकदमे दर्ज होने की जानकारी मिली है। पुलिस ने लूट की योजना बनाने में बदमाशों की मदद करने वाले मुकुल के पिता अजय कुमार शर्मा उर्फ अज्जू और संरक्षण देने वाले दिल्ली के नवादा निवासी आर्यन यादव को भी गिरफ्तार किया। अजय कुमार शर्मा शातिर ठग है और उसके खिलाफ कई राज्यों में 20 से अधिक मुकदमे विभिन्न धाराओं में दर्ज हैं। वह 1998 से वारदात कर रहा है। ऐसे वारदात करते थे बदमाश पूछताछ के दौरान बदमाशों ने बताया कि ठगी के लिए वे शहर के प्रमुख बाजारों में विदेशी मुद्रा की बदली करने वाले दुकानदारों को खोजते हैं। इसके बाद शहर में किराये का मकान तलाशते हैं। किराये का मकान लेने के बाद मनी एक्सचेंज करने वाले दुकानदार को बुलाया जाता है। बदमाश मकान को खुद का बताते हैं। दुकानदार को यकीन दिलाने के लिए अपने पास लाखों की भारतीय मुद्रा रखते हैं। इसे दिखाकर वे विदेशी मुद्रा लेने की बात दुकानदार से कहते हैं। जैसे ही दुकानदार कमरे में दाखिल होता है बदमाश उसे असलहे के बल पर डराते हैं और विदेशी मुद्रा लेकर फरार हो जाते हैं। इस बार दुकानदार बदमाशों से उलझ गया, ऐसे में उसे गोली मार दी गई। वारदात के बाद दिल्ली पहुंचे एडिशनल डीसीपी सुमित कुमार शुक्ला ने बताया कि मुकुल शर्मा और आकाश ने बीते साल सेक्टर-58 थानाक्षेत्र से चुराई गई स्कूटी से ओमपाल की सेक्टर-18 स्थित साई फॉरेक्स दुकान की रेकी की। फोन पर ओमपाल से दोनों ने संपर्क किया और सात लाख भारतीय रुपये के बराबर कनाडियन करेंसी की आवश्यकता बताई। राजी होने के बाद ओमपाल को सेक्टर-12 बुलाया गया। ओमपाल के पहुंचने के बाद उसका बैग छीनकर जब आकाश और मुकुल भागने का प्रयास कर रहे थे, तभी ओमपाल ने उन्हें दबोच लिया। खुद को शिकंजे में फंसता देख मुकुल ने ओमपाल भाटी को गोली मार दी। वारदात के बाद जब स्कूटी स्टार्ट नहीं हुई तो बदमाश पैदल सेक्टर-12-22 पहुंचे। वहां से ऑटो से दिल्ली गए। इस दौरान मुकुल ने अपने पिता अजय कुमार को घटना की पूरी जानकारी दी। पिता के कहे अनुसार दोनों अपने साथी आर्यन यादव के दिल्ली के उत्तर नगर स्थित फ्लैट पर पहुंचे। तीन घंटे रुकने के बाद दोनों वहां से उत्तराखंड समेत अन्य जगहों पर नोएडा पुलिस से बचने के लिए भागते रहे। शनिवार को जब वह फिर वारदात की फिराक में शहर में दाखिल हुए, तभी पुलिस के हत्थे चढ़ गए। शातिर ठग है अजय एसीपी स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि अजय उर्फ अज्जू शातिर ठग है। वह नाम बदलकर ठगी करता है। कभी वह शर्मा तो कभी अग्रवाल बन जाता है। कभी बिल्डर तो कभी ब्रोकर बन जाता है। करीब 27 साल से वह ठगी कर रहा है। कई बार जेल भी गया पर अजय की हरकतों में कोई सुधार नहीं हुआ। जेल से बाहर आते ही वह फिर से वारदात करने लगता है। मुकुल को उसने ही ठगी करना सिखाया। बीते दिनों हरियाणा के एक व्यक्ति से अजय और मुकुल बिल्डर बनकर मिले और बुलंदशहर में जमीन दिखाई। इसके एवज में व्यक्ति से लाखों रुपये की मांग की गई। पूछताछ के दौरान घायल बदमाशों ने बताया कि उन्होंने 14 मई को गाजियाबाद में भी सेक्टर-12 की तरफ वारदात की थी। वहां भी दोनों ने किराये के मकान पर मनी एक्सचेंजर को बुलाया और चकमा देकर आठ हजार दिरहम लेकर फरार हो गए।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।