स्वच्छ पेयजल के लिए भूमिगत जलाशयों की सफाई होगी
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने भूमिगत जलाशयों की आधुनिक तकनीक से सफाई के लिए निविदा जारी की है। एक महीने में प्रक्रिया पूरी की जाएगी। शहर के विभिन्न सेक्टरों और गांवों में जलापूर्ति की जा रही है। प्राधिकरण...
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने कंपनी की तलाश के लिए निविदा जारी की, एक महीने में प्रक्रिया पूरी की जाएगी 14 भूमिगत जलाशयों और 24 ओवर हेड टैंक की मदद से सेक्टरों और क्षेत्र के गांवों में की जा रही जलापूर्ति
ग्रेटर नोएडा, कार्यालय संवाददाता। लोगों को शुद्ध पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण भूमिगत जलाशयों की आधुनिक तकनीक से सफाई कराएगा। इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। कंपनी की तलाश के लिए प्राधिकरण ने निविदा जारी की है। अगले एक माह में इसकी प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। अभी सामान्य और मशीन दोनों तरीके से सफाई की जाती है। तकनीक के इस्तेमाल से दुर्घटना होने का डर नहीं रहेगा। वर्तमान में भूमिगत जलाशयों की संख्या 14 है।
शहर के अल्फा, बीटा, गामा, डेल्टा सहित विभिन्न सेक्टरों और अधिसूचित क्षेत्र के गांवों में लगभग आठ लाख की आबादी को 14 भूमिगत जलाशयों और 24 ओवर हेड टैंक की मदद से प्रतिदिन 172.50 एमएलडी भूजल की आपूर्ति की जा रही है। 45 एमएलडी गंगाजल की आपूर्ति इससे अलग है। सेक्टरवासी आए दिन गंदे पानी की सप्लाई की शिकायत करते रहते हैं। इस समस्या को दूर कर करने के लिए प्राधिकरण ने शहर में स्थित सभी भूमिगत जलाशयों की आधुनिक तरीके से सफाई कराने का निर्णय लिया है। इसके काम के लिए चयनित कंपनी को साल में कम से कम एक बार सभी भूमिगत जलाशयों की सफाई करनी होगी। प्राधिकरण के अधिकारी के मुताबिक, इसको लेकर निकाली गई निविदा में जितनी भी कंपनियां प्रतिभाग करेंगी, उनकी तकनीक का परीक्षण किया जाएगा। सबसे आधुनिक तकनीक वाली कंपनी को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। यूजीआर और ओवर हेड टैंक की सफाई नियमित रूप से कराना सुनिश्चित किया जााएगा।
-----
यूजीआर की संख्या बढ़ाने की चल रही तैयारी-
प्राधिकरण का दावा है कि आगामी नवंबर माह तक पूरी क्षमता के साथ गंगाजल की आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी। गंगाजल की आपूर्ति में कोई दिक्कत न हो,इसके लिए यूजीआर की संख्या बढ़ाने की भी तैयारी चल रही है। 4-5 नए भूमिगत जलाशय (यूजीआर) बनाए जाएंगे।
-----
प्राधिकरण द्वारा शुद्ध पानी की आपूर्ति का लगातार प्रयास किया जा रहा है। इसकी नियमित रूप से निगरानी की जाती है। सभी भूमिगत जलाशयों की आधुनिक तकनीक से सफाई कराए जाने का निर्णय लिया गया है। सीईओ की मंजूरी के बाद निविदा जारी कर दी गई है। अगले एक माह में कंपनी का चयन कर लिया जाएगा।-आशुतोष कुमार द्विवेदी, एसीईओ ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण
---------
सीएल मौर्य
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।