नए गुरुग्राम की 3 सड़कों के निर्माण का रास्ता साफ, 686 पेड़ों को काटने की तैयारी
नए गुरुग्राम की तीन मुख्य सड़कों के निर्माण के बीच में आ रहे 686 पेड़ों को काटा जाएगा। वन विभाग ने जीएमडीए को इन पेड़ों की कटाई की मंजूरी दे दी है। अब जीएमडीए की पर्यावरण शाखा की तरफ से इन पेड़ों को नीलामी के माध्यम से कटवाने की तैयारी की जा रही है।
नए गुरुग्राम की तीन मुख्य सड़कों के निर्माण के बीच में आ रहे 686 पेड़ों को काटा जाएगा। वन विभाग ने गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) को इन पेड़ों की कटाई की मंजूरी दे दी है। अब जीएमडीए की पर्यावरण शाखा की तरफ से इन पेड़ों को नीलामी के माध्यम से कटवाने की तैयारी की जा रही है।
अधिकांश पेड़ सर्विस रोड के निर्माण के बीच में आ रहे हैं। कुछ के कारण बरसाती नाला नहीं बन पा रहा है। इससे सड़क निर्माण का रास्ता साफ हो गया। जीएमडीए ने सेक्टर-102ए-103 को विभाजित कर रही मुख्य सड़क के निर्माण का ठेका एक कंपनी को दिया हुआ है। इस सड़क का निर्माण कार्य 30 नवंबर को पूरा हो जाना चाहिए था, लेकिन अब तक सिर्फ 40 प्रतिशत काम हुआ है। इस सड़क के निर्माण के बीच में 462 पेड़ आ रहे हैं। इनमें शीशम के 24, जबकि कीकर के 38 पेड़ शामिल हैं। अन्य प्रजाति के पेड़ों की संख्या 335 है। इस तरह सेक्टर-70ए की बाहरी सड़क के निर्माण के बीच में 197 पेड़ आ रहे हैं। सेक्टर-53 और 56 की मुख्य सड़क के निर्माण के बीच में 27 पेड़ आ रहे हैं।
पेड़ काटे जाने पर उठाए सवाल
पर्यावरणविद् धीरज तंवर ने कहा कि गुरुग्राम में हरियाली कम है। विकास के नाम पर पेड़ों की बलि चढ़ाई जा रही है। इन पेड़ों को काटने के बदले में 10 गुणा पेड़ों को लगाया जाना चाहिए। सर्दियों में एनसीआर में प्रदूषणस्तर बढ़ जाता है। सांस लेना मुश्किल हो जाता है। इसको लेकर अधिक से अधिक पौधों को लगाने की तरफ ध्यान देने की आवश्यकता है।
अरुण धनखड़, मुख्य अभियंता, जीएमडीए ने कहा, ''इन तीनों मुख्य सड़कों के निर्माण के बीच में पेड़ आ रहे हैं। जीएमडीए की पर्यावरण शाखा को इस स्थिति से अवगत करवाया था। वन विभाग से पेड़ों को काटने की मंजूरी मिल गई है। इन सड़कों का निर्माण अतिशीघ्र करवाया जाएगा।''