Hindi Newsएनसीआर न्यूज़नई दिल्लीXi Jinping Urges Rapid Consideration of Global South Membership in BRICS Summit

ग्लोबल साउथ के देशों के अनुरोध पर शीघ्रता से विचार हो : जिनपिंग

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में वैश्विक दक्षिण के देशों के लिए सदस्यता के अनुरोध पर शीघ्र विचार करने की आवश्यकता जताई। उन्होंने कहा कि ब्रिक्स को उभरती अर्थव्यवस्थाओं के समूह...

Newswrap हिन्दुस्तान, नई दिल्लीWed, 23 Oct 2024 07:50 PM
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कजान, एजेंसी। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने बुधवार को कहा कि यहां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में सदस्यता के लिए इच्छुक ग्लोबल साउथ के देशों के अनुरोध पर शीघ्रता से विचार करने की जरूरत है। ब्रिक्स मूल रूप से ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका का समूह था, बाद में पांच और देशों मिस्र, इथोयोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को शामिल कर इसे विस्तारित किया गया।

चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ की खबर के अनुसार, शी ने 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि इसने साझेदार देश बनने के लिए कई देशों को आमंत्रित करने का निर्णय किया है। उन्होंने ब्रिक्स के विकास की प्रक्रिया में इस निर्णय को एक और महत्वपूर्ण घटनाक्रम करार दिया।

शी जिनपिंग ने कहा कि उभरती अर्थव्यवस्थाओं के समूह को सदस्यता का विस्तार करने और साझेदार देश बनाने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाना चाहिए। वैश्विक शासन में विकासशील देशों के प्रतिनिधित्व और आवाज को बढ़ाना चाहिए। उन्होंने ब्रिक्स सदस्यों से इस बहुपक्षीय मंच को ग्लोबल साउथ के लिए एकजुटता और सहयोग के एक प्रमुख केंद्र तथा वैश्विक शासन सुधार के लिए एक अग्रणी शक्ति बनाने की अपील की। ग्लोबल साउथ से मलतब उन देशों से है जिन्हें अक्सर विकासशील, कम विकसित या अविकसित माना जाता है। जो मुख्य रूप से अफ्रीका, एशिया और लैटिन अमेरिका में स्थित हैं।

हमें शांतिपूर्ण ब्रिक्स बनाने की जरूरत

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि दुनिया उथल-पुथल भरे बदलाव से गुजर रही है। हमें शांतिपूर्ण ब्रिक्स बनाने की जरूरत है। गाजा और लेबनान में हमें सीजफायर पर जोर देना होगा। यूक्रेन जंग पर उन्होंने कहा कि हमें जल्द संकट का समाधान निकालना होगा। उन्होंने कहा कि यूक्रेन संकट को यथाशीघ्र समाप्त करने के लिए युद्ध क्षेत्र का विस्तार नहीं होने देने, लड़ाई को नहीं बढ़ाने और किसी भी पक्ष को उकसावा नहीं देने के तीन सिद्धांतों को कायम रहना चाहिए। जिनपिंग ने कहा कि हमें आपस में आर्थिक सहयोग बढ़ाने की जरूरत हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान स्थिति में अंतरराष्ट्रीय वित्तीय ढांचे में सुधार की तत्काल आवश्यकता है। ब्रिक्स के नए विकास बैंक को मजबूत करने का आह्वान किया।

पांच वर्षों में 10 शिक्षण केंद्रों की स्थापना करेगा

शी ने कहा कि चीन ब्रिक्स देशों में अगले पांच वर्षों में 10 शिक्षण केंद्रों की स्थापना करेगा। इसका उद्देश्य 1,000 शिक्षा प्रशासकों, शिक्षकों और छात्रों को प्रशिक्षण के अवसर मुहैया करना है। शी ने कहा कि ब्रिक्स को नवाचार का मंच बनना चाहिए और उच्च गुणवत्ता वाले विकास के लिए अग्रणी समूह के रूप में काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि ब्रिक्स के सदस्यों को हरित ब्रिक्स बनाने के लिए काम करना चाहिए। शी ने कहा कि चीन, ब्रिक्स देशों के साथ ग्रीन इंडस्ट्री, क्लीन एनर्जी और ग्रीन मिनरल के लिए सहयोग बढ़ाना चाहता है।

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