संयुक्त राष्ट्र खाद्य एजेंसी सीरिया में चुनौतियों का सामना कर रही है
संयुक्त राष्ट्र खाद्य कार्यक्रम सीरिया में खाद्य असुरक्षा, विस्थापन और अस्थिरता के तिहरे संकट से निपट रहा है। 30 लाख लोग गंभीर रूप से भूखे हैं, जबकि फंडिंग में कटौती के कारण केवल 20 लाख लोगों को...
संयुक्त राष्ट्र, एजेंसियां। संयुक्त राष्ट्र खाद्य एजेंसी सीरिया में न केवल युद्ध से संबंधित खाद्य असुरक्षा और लेबनान से पलायन करने वाले विस्थापित लोगों की बढ़ती संख्या से उत्पन्न होने वाली भारी जरूरतों से निपटने की कोशिश कर रही है, बल्कि बशर असद के निष्कासन के बाद नाटकीय रूप से नए माहौल से भी निपटने की कोशिश कर रही है। संयुक्त राष्ट्र के विश्व खाद्य कार्यक्रम के उप कार्यकारी निदेशक कार्ल स्काउ ने बुधवार देर रात कहा, ‘यह एक तिहरा संकट है और जरूरतें बहुत बड़ी होने जा रही हैं। डब्ल्यूएफपी ने अनुमान लगाया कि सीरिया में 30 लाख लोग ‘गंभीर रूप से खाद्य असुरक्षित और बहुत भूखे हैं। हालांकि, यह अनुमान लेबनान में इज़रायल-हिज़्बुल्लाह युद्ध से पहले लगाया गया था, जिसने कई सीरियाई शरणार्थियों को उनके देश वापस भेज दिया था, साथ ही असद को उखाड़ फेंकने के कारण अस्थिरता भी थी। उन्होंने कहा कि फंडिंग में कटौती के कारण, डब्ल्यूएफपी केवल 20 लाख लोगों को लक्षित कर रहा था। उन्होंने कहा कि चूंकि डब्ल्यूएफपी 13 साल के गृहयुद्ध के दौरान सीरिया में काम कर रहा है, इसलिए इसने देश में खाद्य पदार्थों की पहले से ही व्यवस्था कर रखी है। उन्होंने कहा कि देश भर में इसके सात कार्यालयों में 500 कर्मचारी हैं और इसने संघर्ष रेखाओं, सीमाओं के पार और सभी अलग-अलग दलों के साथ काम किया है।
स्काउ ने कहा कि सीरिया पर नियंत्रण रखने वाले मुख्य विद्रोही समूह हयात तहरीर अल-शाम ने डब्ल्यूएफपी गोदामों की सुरक्षा करने का वादा किया है। असद के पतन के बाद अव्यवस्था में संयुक्त राष्ट्र के गोदामों में मानवीय सहायता आपूर्ति लूट ली गई थी।
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