मुस्लिम धर्मगुरुओं ने केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू से मुलाकात की
वक्फ बोर्ड समेत मुस्लिम समुदाय से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा बैठक का समन्वय भाजपा
नई दिल्ली, एजेंसियां। देश भर के प्रमुख मुस्लिम धर्मगुरुओं और विद्वानों के एक प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री किरेन रिजिजू से उनके आवास पर मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व अखिल भारतीय सूफी सज्जादानशीन परिषद के अध्यक्ष और अजमेर दरगाह शरीफ के प्रमुख हजरत सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती ने किया। बैठक का समन्वय भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने किया।
सूत्रों के अनुसार, बैठक के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने वक्फ बोर्ड समेत मुस्लिम समुदाय से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। नेताओं ने अपनी चिंताएं बताई और इन्हें दूर करने में सरकार से सहयोग मांगा। इसके अतिरिक्त देश भर के मुस्लिम समुदाय को प्रभावित करने वाले व्यापक मुद्दों पर भी चर्चा हुई।
प्रतिनिधिमंडल ने मंत्री को बताया कि वक्फ बोर्ड देश भर के मुस्लिम समुदायों के लिए समस्याएं पैदा कर रहे हैं। उन्होंने मांग की कि दरगाहों के मामलों के प्रबंधन के लिए एक अलग दरगाह बोर्ड की स्थापना की जाए और सरकार को वक्फ बोर्डों के अत्याचारों को रोकने के लिए हस्तक्षेप करना चाहिए। प्रतिनिधिमंडल ने संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) में भी अपना विश्वास व्यक्त किया, जिसे संसद द्वारा गठित किया गया है। यह जेपीसी देश भर के दरगाहों को वक्फ बोर्ड के साथ उनके मुद्दों और शिकायतों के बारे में सुनने का अवसर देगा और इसे अन्य पक्षों के सुझावों के साथ शामिल किया जाएगा।
प्रतिनिधिमंडल ने सरकार की पहल के लिए पूर्ण समर्थन दिया और कहा कि वक्फ के बेहतर प्रबंधन, पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने की जरूरत है। साथ ही यह भी सुनिश्चित करता है कि वक्फ और संपत्तियों का उपयोग सबसे गरीब मुसलमानों के लाभ और हित के लिए किया जाए और यह भूमि हड़पने और भ्रष्टाचार के अधीन न हो। हजरत सैयद नसरुद्दीन चिश्ती ने सुझाव दिया कि अल्पसंख्यकों के लिए सरकारी योजनाओं की जानकारी प्रसारित करने के लिए मुस्लिम धार्मिक स्थलों पर सहायता डेस्क स्थापित किए जाने चाहिए।
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