लंबी दूरी के ग्लाइड बम ‘गौरव का सफल परीक्षण
शब्दःःः 202 नई दिल्ली, एजेंसी। भारतीय वायुसेना के सुखोई-30 एमके-आई लड़ाकू विमान से लंबी
नई दिल्ली, एजेंसी। भारतीय वायुसेना के सुखोई-30 एमके-आई लड़ाकू विमान से लंबी दूरी के ग्लाइड बम (एलआरजीबी) ‘गौरव का पहला सफल परीक्षण किया गया। रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि उड़ान परीक्षण के दौरान ग्लाइड बम ने व्हीलर द्वीप पर बनाए गए लक्ष्य पर सटीक निशाना लगाया। यह परीक्षण ओडिशा के तट पर किया गया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ग्लाइड बम के सफल उड़ान परीक्षण के लिए डीआरडीओ, भारतीय वायुसेना और रक्षा उद्योग को बधाई दी। उन्होंने परीक्षण को सशस्त्र बलों की क्षमता को मजबूत करने के लिए स्वदेशी रक्षा प्रौद्योगिकियों को विकसित करने के देश के प्रयास में एक प्रमुख मील का पत्थर बताया।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, डीआरडीओ ने भारतीय वायुसेना के सुखोई-30 एमके-आई प्लेटफॉर्म से लंबी दूरी के ग्लाइड बम गौरव का पहला सफल उड़ान परीक्षण किया।
‘गौरव हवा से प्रक्षेपित किया जाने वाला 1,000 किलोग्राम वजनी ग्लाइड बम है। यह लंबी दूरी पर स्थित लक्ष्यों को भेदने में सक्षम है। मंत्रालय ने कहा कि प्रक्षेपित किए जाने के बाद ग्लाइड बम अत्यधिक सटीक हाइब्रिड नेविगेशन योजना का उपयोग करते हुए लक्ष्य की ओर बढ़ता है। गौरव को हैदराबाद स्थित रिसर्च सेंटर इमारत (आरसीआई) द्वारा स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित किया गया है।
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