व्यापार और निवेश बढ़ाने पर भारत- द. कोरिया ने दिया जोर
- भारत ने बढ़ते व्यापार घाटे को लेकर चिंता जताई नई
- भारत ने बढ़ते व्यापार घाटे को लेकर चिंता जताई नई दिल्ली, एजेंसी।
भारत और दक्षिण कोरिया ने शनिवार को मौजूदा मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को उन्नत करने, आपसी वाणिज्य को संतुलित करने और निवेश को बढ़ावा देने पर चर्चा की।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और उनके कोरियाई समकक्ष इंकयो चियोंग के बीच लाओस में हुई बैठक के दौरान इन मुद्दों पर चर्चा की गई। गोयल ने एक्स पर पोस्ट कर बताया कि अधिक संतुलित व्यापार के लिए भारत-कोरिया व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (सीईपीए) को उन्नत करने, रोजगार सृजन से जुड़े निवेश को बढ़ावा देने और हमारे आर्थिक संबंधों को और मजबूत करने के लिए गैर-शुल्क बाधाओं को दूर करने पर विचार-विमर्श किया गया। दोनों देश सीईपीए को उन्नत करने के लिए समीक्षा बैठकें कर रहे हैं, जिसे जनवरी 2010 में क्रियान्वित किया गया था। मौके पर भारत ने दोनों देशों के बीच बढ़ते व्यापार घाटे को लेकर भी चिंता जताई है। कोरिया को भारत का निर्यात 2023-24 में घटकर 6.41 अरब डॉलर रह गया, जो 2022-23 में 6.65 अरब डॉलर और 2021-22 में आठ अरब डॉलर था। पिछले वित्त वर्ष में आयात 21.13 अरब डॉलर रहा, जबकि 2022-23 में यह 21.22 अरब डॉलर और 2021-22 में 17.5 अरब डॉलर था।
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