गरीबों को आर्थिक मुख्यधारा में शामिल करती है जन धन योजना : वित्त मंत्री
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई) को दुनिया की सबसे बड़ी वित्तीय समावेश पहल बताया। यह योजना गरीबों को आर्थिक मुख्यधारा में लाती है और हाशिए पर मौजूद समुदायों के...
नई दिल्ली, एजेंसी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई) दुनिया की सबसे बड़ी वित्तीय समावेश पहल है, जो गरीबों को आर्थिक मुख्यधारा में लाती है। यह योजना हाशिए पर मौजूद समुदायों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। वित्तीय समावेश के लिए राष्ट्रीय पहल पीएमजेडीवाई के सफल क्रियान्वयन को एक दशक पूरा हो गया है। इस मौके पर सीतारमण ने कहा, औपचारिक बैंकिंग सेवाओं तक किफायती पहुंच वित्तीय समावेश और सशक्तीकरण हासिल करने के लिए आवश्यक है। यह गरीबों को आर्थिक मुख्यधारा में लाती है और हाशिए पर मौजूद समुदायों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उन्होंने कहा कि बैंक खाते, लघु बचत योजनाएं, बीमा तथा पहले बैंकिंग सुविधा से वंचित रहे लोगों को ऋण सहित सार्वभौमिक, सस्ती एवं औपचारिक वित्तीय सेवाएं प्रदान कर प्रधानमंत्री जन धन योजना ने पिछले एक दशक में देश के बैंकिंग तथा वित्तीय परिदृश्य को बदल दिया है।
सीतारमण ने कहा कि खास बात यह है कि इसमें खाता खोलने का कोई शुल्क या रखरखाव शुल्क नहीं है और न्यूनतम शेषराशि रखने की भी कोई आवश्यकता नहीं है। जन धन योजना की घोषणा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2014 में अपने स्वतंत्रता दिवस संबोधन में की थी। उसी वर्ष 28 अगस्त को इस योजना को शुरू किया गया था।
पीएमजेडीवाई एक परिवर्तनकारी आंदोलन : पंकज चौधरी
वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने कहा, पीएमजेडीवाई केवल एक योजना नहीं है, बल्कि एक परिवर्तनकारी आंदोलन है। इसने बैंकिंग सेवाओं से वंचित लोगों को वित्तीय स्वतंत्रता प्रदान की है और उनमें वित्तीय सुरक्षा की भावना उत्पन्न की है।
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