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पहल : बिना सीवर में उतरे मशीन से सफाई करेंगे मजदूर

- दिल्ली सरकार ने मुंबई से लाई गई अत्याधुनिक रीसाइक्लर मशीन का सफल ट्रायल किया

Newswrap हिन्दुस्तान, नई दिल्लीSun, 6 April 2025 05:28 PM
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पहल : बिना सीवर में उतरे मशीन से सफाई करेंगे मजदूर

नई दिल्ली, प्रमुख संवाददाता। मानसून से पहले राजधानी में सीवर की सफाई के लिए दिल्ली सरकार मुंबई से अत्याधुनिक रिसाइक्लर मशीन लेकर आई है। इसकी मदद से बिना सीवर में उतरे श्रमिक सफाई कर सकेंगे। रविवार को ग्रेटर कैलाश इलाके में पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा की उपस्थिति में इस मशीन का सफल ट्रायल हुआ। पीडबल्यूडी मंत्री ने कहा कि प्रत्येक मानसून में राजधानी की सड़कें पानी में डूब जाती हैं और कई बार यह पानी घरों तक भी घुस जाता है। इसका सबसे बड़ा कारण है कि सीवर और नालों की डीसिल्टिंग पिछले 10-20 वर्षों से नहीं हुई है। दिल्ली सरकार ने इसके समाधान के लिए बड़ी रिसाइक्लर मशीनें मंगवाने की शुरुआत की है। हमारा प्रयास है कि प्रत्येक विधानसभा में एक ऐसी मशीन हो, जिससे सीवर की संपूर्ण सफाई हो सके। सफाई के बाद सीसीटीवी कैमरे से जांच कर 100 फीसदी सफाई सुनिश्चित की जाएगी।

32 सुपर सकर मशीनों की खरीद का आदेश दिया

प्रवेश वर्मा ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि किसी भी श्रमिक को सफाई के लिए सीवर में न उतरना पड़े। इसके लिए देश या दुनिया में जो भी अत्याधुनिक तकनीक मौजूद है, उसे हम लाएंगे। उन्होंने बताया कि मुंबई में ऐसी 100 मशीनें काम कर रही हैं और गुजरात में भी 30 मशीनें उपयोग में हैं। ग्रेटर कैलाश में इस मशीन से सीवर की सफाई का ट्रायल रविवार को किया गया है, जिसके बेहद सकारात्मक नतीजे देखने को मिले हैं। पिछले सप्ताह ही सरकार ने 32 सुपर सकर मशीनों (वैक्यूम ट्रक) की खरीद के आदेश दिए हैं। दिल्ली सरकार अब इस मशीन को चरणबद्ध तरीके से राजधानी के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में लगाने की योजना बना रही है, ताकि मानसून से पहले व्यापक सफाई हो सके।

ये हैं खासियत

- यह सीवर से गाद और गंदा पानी एकसाथ खींचती है

- खींचे गए पानी को मशीन में ही शुद्ध कर दोबारा जेटिंग के लिए उपयोग किया जाता है

- इससे पानी की खपत घटती है और अतिरिक्त पानी टैंकर की जरूरत नहीं होती

- मशीन एकल इकाई में फिट होती है, जिससे संचालन में कम जगह लगती है

- यह पूरी प्रक्रिया को तेज, सटीक और पर्यावरण-अनुकूल बनाती है

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