अवध ओझा का नाम मतदाता सूची में जोड़ने के निर्देश
::चुनाव आयोग से:: आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल शिकायत लेकर आयोग
नई दिल्ली, प्रमुख संवाददाता। पटपड़गंज विधानसभा क्षेत्र से आम आदमी पार्टी उम्मीदवार अवध ओझा का दिल्ली की मतदाता सूची में नाम जोड़ने को लेकर शुरू हुआ विवाद सोमवार दोपहर बाद थम गया। आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने खुद अवध ओझा का नाम मतदाता सूची में जोड़ने को लेकर मुख्य चुनाव आयुक्त कार्यालय जाकर मुलाकात की। मुलाकात के बाद केजरीवाल ने कहा कि चुनाव आयोग ने भरोसा दिया है कि उनका नाम जोड़ा जाएगा। उनके साथ दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, सांसद संजय सिंह समेत अन्य नेता भी मौजूद रहे। इससे पूर्व आप मुख्यालय में आयोजित पत्रकारवार्ता में अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पटपड़गंज से हमारे उम्मीदवार अवध कुमार ओझा का वोट ग्रेटर नोएडा में बना हुआ था। उन्होंने दिल्ली में वोट बनवाने के लिए 26 दिसंबर 2024 को फॉर्म छह भरकर आवेदन किया था, लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला। फिर किसी ने बताया कि पहले से वोट है तो वोट ट्रांसफर कराने के लिए फार्म 6 नहीं बल्कि फॉर्म आठ भरना चाहिए।
केजरीवाल ने कहा कि अवध ओझा ने फिर सात जनवरी को वोट ट्रांसफर के लिए फॉर्म आठ भर दिया। नियम के मुताबिक, फॉर्म आठ भरने की सात जनवरी आखिरी तारीख थी, जो कि चुनाव आयोग के मैनुअल के मुताबिक नामांकन की अंतिम तारीख से 10 दिन पहले तक होती है। उन्होंने कहा कि रहस्यमय ढंग से दोबारा आदेश निकालकर कहा गया कि छह जनवरी आखिरी तारीख है। हमें इसी पर आपत्ति है। केजरीवाल ने आरोप लगाया कि अवध ओझा को जानबूझकर चुनाव से बाहर रखने के लिए यह साजिश की गई है। इसके बाद वह दोपहर तीन बजे चुनाव आयोग कार्यालय में मुलाकात करने पहुंचे थे।
केजरीवाल ने कहा कि चुनाव आयोग ने अवध ओझा का वोट दिल्ली में शिफ्ट करने के आदेश दे दिए हैं। दिल्ली में अब उनका वोट बन जाएगा और वे नामांकन दाखिल कर पाएंगे। इसके लिए चुनाव आयोग का बहुत-बहुत शुक्रिया। केजरीवाल ने कहा कि हमने नई दिल्ली जिला निर्वाचन अधिकारी (डीएम) की शिकायत की है। आयोग को बताया कि कैसे भाजपा के सांसद आवास के पते पर 30-40 वोट बनवाने का आवेदन किया जा रहा है। हमने यह भी बताया कि नई दिल्ली में भाजपा उम्मीदवार चादर, जैकेट, चश्मा और नकद बांट रहे हैं। चुनाव आयोग के अधिकारियों ने बताया कि स्थानीय डीएम की रिपोर्ट कहती है कि कुछ नहीं बांटा जा रहा रहा है। केजरीवाल ने कहा कि इससे साफ हो गया है कि डीएम मिला हुआ है। हमने तत्काल डीएम को निलंबित करने की मांग की है।
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क्यों जरूरी है अवध ओझा का नाम
दरअसल, किसी भी विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ने के लिए जरूरी है कि आप उस राज्य के मतदाता हों। चाहे किसी भी विधानसभा क्षेत्र से हों। अवध ओझा वर्तमान में ग्रेटर नोएडा यानि उत्तर प्रदेश की मतदाता सूची में शामिल हैं। दिल्ली में चुनाव लड़ने के लिए उनका नाम दिल्ली की मतदाता सूची में जरूरी है। इसके बगैर वह चुनाव नहीं लड़ सकते हैं। लोकसभा चुनाव में यह शर्त नहीं है।
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