Hindi Newsएनसीआर न्यूज़नई दिल्ली136 Productivity Achieved During 18th Lok Sabha Budget Session Om Birla

लोकसभा : बजट सत्र में सरकार और विपक्ष में टकराव के बावजूद कामकाज बढ़ा

अठारहवीं लोकसभा के दूसरे सत्र में 136 प्रतिशत काम हुआ। सत्र के दौरान 115 घंटे की बैठकें हुईं, बजट पर 27 घंटे 19 मिनट चर्चा हुई। 400 मुद्दे शून्यकाल में उठाए गए। सत्र के दौरान 12 सरकारी विधेयक...

Newswrap हिन्दुस्तान, नई दिल्लीFri, 9 Aug 2024 08:21 PM
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- 18वीं लोक सभा के दूसरे सत्र के दौरान 136 प्रतिशत हुआ काम : ओम बिरला - कई वर्षों के बाद सुचारू ढंग से चला संसद का बजट सत्र : रिजिजू

नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। अठारहवीं लोकसभा के दूसरे सत्र जो कि बजट सत्र भी था, समय से एक दिन पहले समाप्त हो गया। सत्र के दौरान सरकार और विपक्ष में कई मुद्दों पर टकराव भी हुआ। विपक्ष के नेता के रूप में राहुल गांधी आक्रामक रहे तो दूसरी तरफ पिछली दो लोकसभा की तुलना में भाजपा की आक्रामकता घटी। हालांकि, इससे लोकसभा के कामकाज पर असर नहीं पड़ा और सदन में कार्य उत्पादकता 136 फीसदी रही।

115 घंटे चली बैठक

सत्र को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने के पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि दूसरे सत्र के दौरान लोक सभा की 15 बैठक हुईं जो 115 घंटे चली। इस दौरान 2024-25 के केंद्रीय बजट पर आम चर्चा 27 घंटे 19 मिनट चली और इस चर्चा में 181 सदस्यों ने हिस्सा लिया। लोक सभा में 12 सरकारी विधेयक पुरःस्थापित किए गए और चार विधेयक पारित किए गए। सत्र के दौरान अविलंबनीय लोक महत्व (शून्यकाल) के 400 मामले उठाए गए।

बजट पर चर्चा 27 घंटे 19 मिनट तक चली

बिरला ने कहा कि 23 जुलाई 2024 को वित्त मंत्री ने सदन में केंद्रीय बजट (2024-2025) पेश किया। 2024-25 के केंद्रीय बजट पर सामान्य चर्चा 27 घंटे 19 मिनट तक चली। इसमें 181 सदस्यों ने भाग लिया। वित्त मंत्री ने दिनांक 30 जुलाई 2024 को चर्चा का उत्तर दिया। सभा ने 30 जुलाई, 2024 से 5 अगस्त, 2024 तक कुछ चयनित मंत्रालयों/विभागों की अनुदानों की मांगों पर चर्चा की और चर्चा के बाद अनुदान मांगों को पारित किया गया। दिनांक 5 अगस्त 2024 को केंद्रीय बजट से संबंधित विनियोग विधेयक पारित किया गया।

86 तारांकित प्रश्नों के मौखिक उत्तर दिए गए

सत्र के दौरान 86 तारांकित प्रश्नों के मौखिक उत्तर दिए गए। शून्यकाल के दौरान सदस्यों ने अविलंबनीय लोक महत्व के 400 मामले उठाए। नियम 377 के अधीन 358 मामले उठाए गए। सत्र के दौरान कुल 1345 पत्रों को सभा पटल पर रखा गया। 22 जुलाई 2024 को ओलंपिक खेलों के लिए भारत की तैयारियों के संबंध में नियम 193 के तहत एक अल्पकालिक चर्चा हुई। 31 जुलाई, 2024 को देश के विभिन्न हिस्सों में भूस्खलन और बाढ़ के कारण जान-माल के नुकसान के विषय पर नियम 197 के अधीन एक ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लिया गया। 65 गैर सरकारी विधेयक सत्र के दौरान पुरःस्थापित किए गए।

एक दिन भी कामकाज ठप नहीं हुआ

संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि कई वर्षों के बाद संसद का बजट सत्र सुचारू ढंग से चला है। वह अपनी जिम्मेदारी निभाने तथा सहयोग के लिए सभी सांसदों की सराहना करते हैं। बहुत वर्षों के बाद दोनों सदनों में बजट सत्र अच्छे तरीके से चला और एक दिन भी कामकाज ठप नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि देश में जीवंत लोकतंत्र है इसलिए संसद में थोड़ा शोरगुल चलता है लेकिन यह अच्छी बात है कि शोरगुल के बावजूद विधायी कामकाज में बाधा नहीं आई। उन्होंने उम्मीद जताई कि शीतकालीन सत्र में भी संसद में इसी तरह से सुचारू कामकाज होगा।

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