नए साल पर हरिद्वार से हरियाणा तक मातम, न्यू ईयर पार्टी कर लौट रहे कार सवार 4 दोस्तों की हादसे में मौत
नए साल का जश्न मनाकर हरिद्वार से लौट रहे चार दोस्तों की बुधवार देर रात 11 बजे उत्तराखंड के रुड़की में हुए भीषण सड़क हादसे में मौत हो गई। वहीं, एक गंभीर रूप से घायल है। सभी मृतक हरियाणा के रेवाड़ी के गांव लिसाना के रहने वाले थे। इनमें दो चचेरे भाई हैं।
नए साल का जश्न मनाकर हरिद्वार से लौट रहे चार दोस्तों की बुधवार देर रात 11 बजे उत्तराखंड के रुड़की में हुए भीषण सड़क हादसे में मौत हो गई। वहीं, एक गंभीर रूप से घायल है। सभी मृतक हरियाणा के रेवाड़ी के गांव लिसाना के रहने वाले थे। इनमें दो चचेरे भाई हैं। चार दोस्तों की मौत की जानकारी मिलते ही गांव में मातम पसर गया।
नए साल पर रेवाड़ी के गांव लिसाना से पांच दोस्त 27 वर्षीय केहर सिंह, 38 वर्षीय प्रकाश सिंह, 25 वर्षीय आदित्य सिंह, 27 वर्षीय मनीष कुमार उर्फ मुंशी और 37 वर्षीय महिपाल सिंह कार से बुधवार की सुबह हरिद्वार घूमने गए थे। बुधवार देर रात वे घूमने के बाद वापस रेवाड़ी लौट रहे थे। रात 11 बजे के करीब जब उनकी कार रुड़की के पास पहुंची, तो सड़क किनारे खड़े एक सीमेंट से भरे ट्रक से जा टकराई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार के परखच्चे उड़ गए।
कार में सवार केहर सिंह, प्रकाश सिंह, आदित्य सिंह और मनीष कुमार की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि महिपाल सिंह गंभीर रूप से घायल है। लोगों ने इस हादसे की सूचना तत्काल रुड़की पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लोगों की मदद से कार में फंसे सभी दोस्तों को निकाला और अस्पताल भेजा, लेकिन चारों को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। महिपाल को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मनीष और केहर चचेरे भाई थे : ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार मनीष और केहर सिंह चचेरे भाई थे। दोनों अपने माता-पिता के इकलौते पुत्र थे। केहर सिंह सरकरी नौकरी करते थे। उनका एक बेटा भी है। वहीं मनीष गांव के लिसाना कॉलेज में ही नौकरी करते थे और उनके दो बच्चे हैं। प्रकाश सिंह टैक्सी चलाते थे। उसके भी दो छोटे-छोटे बच्चे हैं। विवाहित आदित्य मेहनत मजदूरी करके परिवार का गुजारा करते थे। उनके परिवार में मातम पसरा हुआ है। घायल महिपाल भी विवाहित हैं और वह दो बच्चों के पिता हैं। वह भी टैक्सी चलाते हैं। परिजनों ने बताया कि सभी मृतकों का शुक्रवार को अंतिम संस्कार किया जाएगा। हादसे की सूचना के बाद से ही पूरे गांव में मातम छाया हुआ है।
गांव में शोक की लहर
गांव लिसाना में शोक की लहर दौड़ गई और किसी भी घर में चूल्हा नहीं जला। गांव के लोग मृतक के परिजनों के ढांढस बंधा रहे थे। चारों परिवार में हाहाकार मचा हुआ है। गांव के पूर्व सरपंच जितेंद्र ने बताया कि हादसे की सूचना बुधवार रात 12 बजे के करीब पीड़ित परिवारों को मिल गई थी। सभी मृतकों का अंतिम संस्कार शुक्रवार को होगा।
आरोपी ट्रक चालक को हिरासत में लिया
सहारनपुर के गांव पढेड निवासी ट्रक चालक फजलुर्रहमान को हिरासत में ले लिया गया है। वह भगवानपुर 800 बैग सीमेंट का लेकर ढालवाला ऋषिकेश में सीमेंट के गोदाम में जा रहा था। घायल महिपाल के भाई सतपाल की ओर से ट्रक चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।
मां का अंतिम संस्कार करने के लिए जा रहे बेटे की मौत
वहीं, गुरुग्राम के ही पास सोहना में मां के शव का अंतिम संस्कार करने के लिए श्मशान घाट जा रहे 70 वर्षीय बेटे की मौत हो गई। गुरुवार को हुई इस घटना से सभी स्तब्ध हैं। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। वार्ड नंबर - 16 निवासी 70 वर्षीय सतीश की 92 वर्षीय मां धर्म देवी का गुरुवार को निधन हो गया था। सतीश अपने परिजनों के साथ दोपहर को दमदमा मार्ग पर स्थित श्मशान घाट पर मां का अंतिम संस्कार करने के लिए जा रहे थे। श्मशान घाट से 100 मीटर पहले अंतिम रस्म निभाने के लिए शव को चबूतरे पर रखा गया था। सतीश जब अंतिम रस्म पूरी कर रहे थे, तभी उन्हें चक्कर आ गया और वह जमीन पर गिर गए। सतीश को सीने में असहनीय दर्द हुआ। उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मृतक सतीश के शव को सोहना के नागरिक अस्पताल के शव गृह में रखा गया है। शुक्रवार को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। दिवंगत सतीश हरियाणा रोडवेज विभाग से रिटायर्ड थे। उनकी मां मां धर्म देवी का अंतिम संस्कार परिजनों ने किया।