केजरीवाल आपको रोकें तो... मनोज तिवारी ने CM आतिशी को लिखा लेटर, शराब नीति का भी जिक्र
अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद अब आतिशी ने बतौर सीएम दिल्ली की कमान संभाल ली है। उनके साथ-साथ 5 अन्य नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली है।
आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है जिसके बाद वह दिल्ली तीसरी महिला मुख्यमंत्री बन गईं हैं। उनके साथ-साथ पांच अन्य नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली है। बीजेपी नेता मनोज तिवारी ने भी आतिशी को इस नई पारी के लिए शुभकामनाएं दी है। इसी के साथ एक पत्र लिख कुछ मामलों पर तुरंत ध्यान देने की अपील की है। उन्होंने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कुछ मामलों पर जांच बैठाने की अपील भी की है। इसमें शराब नीति और स्कूल के कमरों के निर्माण में होने वाले खर्चा शामिल है।
मनोज तिवारी ने आतिशी को लिखे पत्र में दिल्ली की मुख्यमंत्री बनने पर उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, हम उम्मीद करते हैं कि आप दिल्ली की चरमराई व्यवस्था पर अवश्य ध्यान देंगी। आपसे पहले साढ़े नौ साल अरविंद केजरीवाल जी ने तो सिर्फ ब्लेम गेम कर कर के दिल्ली को बहुत नुकसान दिया है। अब आपने दिल्ली के जनता की सेवा करने के लिए संविधान की शपथ ली है। उन्होंने आगे कहा, मैं दिल्ली का एक सांसद होने के नाते आपसे उम्मीद भी रखता हूं और नीचे दिए गए मामलों पर निवेदन करता हूं। उन्होंने कहा, आप को तुरंत जांच बैठानी चाहिए चाहिए कि शराब नीति वापस क्यों ली गई और इसमें कितने राजस्व का नुकसान हुआ? स्कूल के सेमी परमनेंट स्ट्रक्चर लोहे की कड़ी कुंडी वाले छत वाले कमरे जो 5 लाख में बनते हैं वे 25 लाख में कैसे बने?
टूटी सड़ंको से लेकर पानी-बिजली के बिल दिलाए याद
मनोज तिवारी ने आगे कहा, सबसे ज़रूरी MCD के तहत आने वाली गलियों और PWD की सड़के ठीक करवाएं क्योंकि ज्यादातर टूटी पड़ी हैं। आप से दिल्ली की जनता की तरफ़ से निवेदन है कि बिजली और पानी के बढ़े बिल कम करें, जनता की जो जेब काटी गई है उसे वापिस भी करवाएं। गरीब या मिडल क्लास से ले कर व्यापारी तक परेशान हैं। इतना पानी-बिजली का बिल कैसे आ रहा है?
मनोज तिवारी ने कहा, दिल्ली को अपनी तीसरी महिला मुख्यमंत्री से बहुत उम्मीद है कि वह तत्काल परेशानियों को दूर करेंगी और अगर पूर्व मुख्यमंत्री जी अपनी नाकामियों को छुपाने के वास्ते आपको काम करने से रोकें तो आप हम सांसदों को भी बताएं। हम दिल्ली के विकास के लिए आप के साथ हैं।