जंगपुरा में सिसोदिया-तरविंदर में टाइट फाइट, कांग्रेस के फरहाद ने मुकाबला बनाया दिलचस्प; क्या हैं अहम मुद्दे
Jungpura Assembly Seat: आप के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के पटपड़गंज सीट छोड़कर जंगपुरा आने से मुकाबला दिलचस्प हो गया है। इस विधानसभा क्षेत्र में सिख और मुस्लिम मतदाताओं की संख्या ज्यादा है। ऐसे में भाजपा ने सिख नेता तरविंदर सिंह पर दांव लगाया है।
Jungpura Assembly Seat: आप के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के पटपड़गंज सीट छोड़कर जंगपुरा आने से मुकाबला दिलचस्प हो गया है। इस विधानसभा क्षेत्र में सिख और मुस्लिम मतदाताओं की संख्या ज्यादा है। ऐसे में भाजपा ने सिख नेता तरविंदर सिंह पर दांव लगाया है। वहीं, कांग्रेस ने फरहाद सूरी को टिकट देकर मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है। राजनीतिक दृष्टि से यह सीट अब काफी अहम हो गई है।
एक नजर में सीट
जंगपुरा विधानसभा क्षेत्र में दिल्ली की ऐतिहासिक और आधुनिक विशेषताओं का सम्मिश्रण है। यह विधानसभा क्षेत्र 1993 में दिल्ली में विधानसभा गठन के बाद से एक सक्रिय राजनीतिक क्षेत्र रहा है। 1993 से 2008 तक हुए विधानसभा चुनाव में यहां पर कांग्रेस उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की, जबकि 2013 से 2020 तक हुए चुनाव में आम आदमी पार्टी का कब्जा रहा।
जाम-अतिक्रमण बड़े मुद्दे
यहां पर ऐतिहासिक स्थल, पॉश इलाके, बाजार और दरियागंज में प्रकाशकों के कई संस्थान हैं। इस क्षेत्र के लोग जाम और अतिक्रमण प्रतिदिन झेलते हैं। यहां के प्रमुख स्थलों, बाजारों में पार्किंग एक बड़ा मुद्दा है। निजामुद्दीन, हुमायूं का मकबरा, लाजपत नगर सहित तमाम व्यस्त इलाकों में पार्किंग को लेकर आए दिन समस्या होती रहती है।
2020 के चुनाव में जंगपुरा विधानसभा के नतीजे
आम आदमी पार्टी- 45,086- 50.88 फीसदी
भारतीय जनता पार्टी- 28,995- 32.77 फीसदी
कांग्रेस- 13,548- 15.29 फीसदी
प्रमुख समस्याएं
●लाजपत नगर मार्केट, हुमायूं का मकबरा सहित अन्य बाजारों में पार्किंग की समस्या है
●भोगल, अमर कॉलोनी, दरियागंज सहित अन्य इलाकों में अवैध निर्माण से परेशानी।
●श्रीनिवासपुरी, निजामुद्दीन ईस्ट सहित कई इलाकों में जलभराव और सीवेज की दिक्कतें हैं।
●हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन सहित सराय काले खां, श्रीनिवासपुरी आदि जगहों पर प्रदूषण बहुत बड़ी समस्या है।
स्थानीय लोग क्या बोले
स्थानीय निवासी शिवा ने कहा, 'हमें पार्किंग, जाम और प्रदूषण से रोज जूझना पड़ता है। बार बार स्थानीय जन प्रतिनिधियों से कहने पर भी इसका समाधान नहीं हुआ है।'
स्थानीय निवासी एहसान मलिक ने कहा, 'दरियागंज इलाके में बारिश होने पर स्थिति खराब हो जाती है। जल भराव के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।'