गाजियाबाद से सीधा जुड़ेगा लोनी, 20 KM लंबा नॉर्दर्न पेरिफेरल रोड बना रहा GDA; ये है रूट
दिल्ली से सटा लोनी इलाका गाजियाबाद से सीधे जुड़ेगा। इसके लिए कुल 20 किलोमीटर लंबी नॉर्दर्न पेरिफेरल रोड बनाई जा रही है। यह रोड बनने से गाजियाबाद समेत पूरे एनसीआर के लोगों को ट्रैफिक जाम से बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।

दिल्ली से सटा लोनी इलाका गाजियाबाद से सीधे जुड़ेगा। इसके लिए कुल 20 किलोमीटर लंबी नॉर्दर्न पेरिफेरल रोड बनाई जा रही है। यह रोड बनने से गाजियाबाद समेत पूरे एनसीआर के लोगों को ट्रैफिक जाम से बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। नॉर्दर्न पेरिफेरल रोड (एनपीआर) की सेंट्रल वर्ज को विसकित किया जा रहा है। साथ ही इसमें मिट्टी डालने का बाद पौधारोपण भी होगा, ताकि इस मार्ग की दूर से ही पहचान की जा सके। साथ ही निर्मित मार्ग के दोनों ओर भी हरियाली होगी।
जीडीए गाजियाबाद से लोनी को सीधे जोड़ने के लिए कुल 20 किलोमीटर लंबी नॉर्दर्न पेरिफेरल रोड बना रहा है। पहले चरण में दिल्ली-मेरठ रोड के मननधाम मंदिर से रोड शाहपुर निज मोरटा, मथुरापुर गांव, शमशेरपुर गांव और चंपतपुर गांव होते हुए लोनी के भनेड़ा खुर्द में जाकर खत्म होगी। इसमें जिस मार्ग पर भी एनपीआर का निर्माण हो चुका है, वहां सेंट्रल वर्ज बनाई जाएगी ताकि इस मार्ग की सभी लोगों को पहचान हो सके और लोग इसका प्रयोग कर यातायात को सुगम बना सकें।
जीडीए अधिकारी बताते हैं कि एनपीआर के सेंट्रल वर्ज को हरियालीयुक्त किया जा रहा है। इसमें पौधारोपण होगा। इसे मिट्टी डालकर मजबूत किया जाएगा, ताकि रोड को कोई नुकसान न हो सके। साथ ही लोग इसका प्रयोग कर सके।
जीडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने बताया कि नॉर्दर्न पेरिफेरल रोड (एनपीआर) से यातायात और बेहतर हो सकेगा। लोगों को इससे काफी लाभ होगा। इसके निर्माण की गति तेज चल रही है। इतना ही नहीं, राजनगर एक्सटेंशन के काफी हिस्सा में इसका निर्माण हो चुका है। ऐसे में इस मार्ग की सेंट्रल वर्ज विकसित की जा रही है। ताकि लोग इस मार्ग का प्रयोग कर सके और यातायात व्यवस्था बेहतर हो।
राजनगर में हम-तुम रोड के निर्माण का रास्ता साफ
वहीं, गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन में 24 मीटर चौड़ी हम-तुम रोड के निर्माण में जमीन का बाधा लगभग दूर हो गई है। रविवार को मोरटा में जीडीए अधिकारियों के साथ भू-स्वामियों की हुई बैठक सकारात्मक रही। भू-स्वामियों ने जमीन देने की सहमति जताई, लेकिन प्रतिपूरक एफएआर से जुड़ी शंकाओं को स्पष्ट करने की मांग भी उठाई।
जीडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स के निर्देश पर प्राधिकरण के अधिकारी ने रविवार को भू-स्वामियों के साथ बैठक की। इस बैठक में जीडीए के भू-अर्जन, प्रवर्तन और अभियंत्रण अनुभाग के सहायक अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में 40 से अधिक भू-स्वामी उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से जितेंद्र गोयल, अशोक कुमार त्यागी, विकास त्यागी, पंकज त्यागी, वीरेंद्र कुमार, नितिन गुप्ता, किशन कुमार समेत अन्य थे। बैठक में सभी भू-स्वामियों ने जमीन देने की सहमति जताई है। साथ ही कुछ भूमि स्वामियों ने प्रतिपूरक एफएआर से जुड़ी शंकाओं को स्पष्ट करने की मांग की। उन्होंने जानना चाहा कि उन्हें मिलने वाली एफएआर की प्रक्रिया क्या होगी और क्या वे इसे बिल्डर्स या अन्य व्यक्तियों को हस्तांतरित कर सकते हैं। अधिकारियों ने आश्वासन देते हुए बताया कि इस विषय में जीडीए स्पष्ट दिशा-निर्देश तैयार कर रहा है।