खालिस्तानी आतंकी मंगा ने उगले राज, IB-ATS ने 14 घंटे की पूछताछ; केसीएफ के पूर्व चीफ का है भाई
खालिस्तानी आतंकी मंगत सिंह उर्फ मंगा से आईबी और एटीएस ने गुरुवार को 14 घंटे पूछताछ की। इस दौरान उसने कई राज उगले हैं। पूछताछ के बाद मंगा को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।

खालिस्तानी आतंकी मंगत सिंह उर्फ मंगा से आईबी और एटीएस ने गुरुवार को 14 घंटे पूछताछ की। इस दौरान उसने कई राज उगले हैं। पूछताछ के बाद मंगा को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
अमृतसर में खिलचियां के टिम्मोवाल गांव का रहने वाला मंगत सिर्फ उर्फ मंगा को थाना साहिबाबाद पुलिस ने 11 मार्च 1993 को हत्या के प्रयास और टाडा ऐक्ट में गिरफ्तार कर जेल भेजा था। वह 16 अगस्त 1995 को जमानत पर बाहर आया और तब से फरार चल रहा था। पुलिस अधिकारियों ने मंगा का रिकॉर्ड खंगाला और उसकी गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया। इस बीच एटीएस को पता चला कि मंगा अमृतसर में अपने गांव में रह रहा है। बुधवार को अमृतसर से आरोपी को दबोचकर ट्रांजिट रिमांड पर थाना साहिबाबाद लाया गया था।
केसीएफ के पूर्व चीफ का है भाई
एटीएस के मुताबिक, मंगा का सगा भाई संगत सिंह पुत्र गुरदत्त सिंह प्रतिबंधित संगठन खालिस्तान कमांडो फोर्स (केसीएफ) का चीफ था। वर्ष 1990 में पंजाब पुलिस से जनपद व्यास में हुई मुठभेड़ में संगत सिंह मारा गया था। मंगा भी केसीएफ का सदस्य था। भाई के मारे जाने के बाद वह पंजाब से भागकर गाजियाबाद के विवेकानंदनगर में रहने लगा था। दोनों भाई खालिस्तानी हरवीर के संपर्क में आने के बाद आतंकी गतिविधियों में शामिल हुए थे।
यकीन हो गया था कि पुलिस अब नहीं आएगी
गाजियाबाद में मंगा के रेलवे कर्मचारी की बेटी से संबंध थे। सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ में मंगा ने बताया कि 30 साल पहले जमानत मिलने पर वह बाहर आया तो प्रेमिका के साथ मोहननगर में कुछ दिन रहा। बाद में उससे शादी कर पंजाब भाग गया। कई दिन तक अमृतसर में अपने घर के पास रहकर मजदूरी करता रहा। इसी दौरान दोनों के एक बेटा और एक बेटी भी हुई। मंगा को यकीन हो गया कि अब पुलिस पीछे नहीं आएगी। कुछ साल पहले वह पैतृक निवास पर पहुंचा और प्रॉपर्टी डीलिंग का काम शुरू किया।
पत्नी रह गई हैरान
मंगा की जिंदगी अच्छी चल रही थी, लेकिन इसी बीच मंगा के खिलाफ जारी वारंट उसके घर पर पहुंचा तो पत्नी यह देखकर हैरान रह गई। सूत्रों की माने तो मंगा ने उसे गुमराह किया। जब एटीएस और पुलिस की टीम मंगा को गिरफ्तार करने पहुंची तो पत्नी को पता चला कि मंगा पर टाडा ऐक्ट का केस है, इसीलिए उसकी जमानत के लिए भी पत्नी या बच्चे गाजियाबाद नहीं आए। पत्नी ने भी मंगा के खिलाफ अमृतसर पुलिस को शिकायत दी है।
ट्रांस हिंडन के डीसीपी निमिष पाटील ने कहा, 'मंगा को एटीएस ने अमृतसर से गिरफ्तार किया था। आईबी और एटीएस की पूछताछ पूरी होने के बाद ट्रांजिट रिमांड पर लाए मंगा को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।'