दिल्ली में 50 करोड़ की हेरोइन जब्त हुई; पुलिस ने इंटरनेशनल ड्रग तस्करों का हुआभंडाफोड़
- दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने मणिपुर निवासी मित्रलाल खातीवाड़ा उर्फ मनोज, कृष्णा न्योपनी और आकाश कार्की को गिरफ्तार कर एक अंतरराज्यीय मादक पदार्थ गिरोह का भंडाफोड़ करने का दावा किया है।
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नई दिल्ली में मणिपुर के तीन लोगों को 10 किलोग्राम हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया गया है। इसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 50 करोड़ रुपये से अधिक है। दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने मणिपुर निवासी मित्रलाल खातीवाड़ा उर्फ मनोज, कृष्णा न्योपनी और आकाश कार्की को गिरफ्तार कर एक अंतरराज्यीय मादक पदार्थ गिरोह का भंडाफोड़ करने का दावा किया है।
पुलिस उपायुक्त अमित कौशिक ने बताया कि स्पेशल सेल की टीम मणिपुर, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और दिल्ली-एनसीआर में सक्रिय इंटरनेशनल ड्रग नेटवर्क पर नजर रख रही थी। कौशिक ने कहा कि यह सिंडिकेट म्यांमार से मणिपुर के रास्ते भारत में हेरोइन की तस्करी करने और फिर इसे विभिन्न राज्यों में वितरित करने में सक्रिय रूप से शामिल था।
जांचकर्ताओं ने तकनीकी और मैनुअल निगरानी के माध्यम से खुफिया जानकारी जुटाने में चार से पांच महीने से अधिक समय बिताया। इस अवधि के दौरान, पुलिस टीमों ने तस्करों की आवाजाही पर नज़र रखने और स्थानीय स्रोतों को विकसित करने के लिए कई बार पश्चिम बंगाल और मणिपुर का दौरा किया। अधिकारी ने कहा कि 23 जनवरी को मित्रलाल और आकाश के बारे में एक गुप्त सूचना के आधार पर एक छापेमारी दल का गठन किया गया था, जो दिल्ली के मंगोलपुरी औद्योगिक क्षेत्र में हेरोइन की खेप पहुंचाने की योजना बना रहे थे।
उन्होंने बताया कि दोनों अपने साथी कृष्णा के साथ ई-रिक्शा में सवार होकर बताए गए स्थान पर पहुंचे और मुखबिर द्वारा उनकी पहचान होते ही पुलिस ने तीनों संदिग्धों को पकड़ लिया। उन्होंने बताया कि गहन तलाशी के बाद उनके सामान के अंदर छिपाकर रखी गई 10 किलोग्राम उच्च गुणवत्ता वाली हेरोइन बरामद हुई। उन्होंने बताया कि मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
डीसीपी कौशिक ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपियों ने खुलासा किया कि वे एक संगठित ड्रग सिंडिकेट का हिस्सा थे जो म्यांमार से भारत में हेरोइन की तस्करी करते थे। पुलिस ने बताया कि ऑपरेशन की शुरुआत म्यांमार सीमा से कच्ची अफीम खरीदने से हुई, जिसे बाद में मणिपुर के थौबल में हेरोइन में बदला जाता था।