गुरुग्राम में 4000 उद्योग-धंधों पर लटकी ऐक्शन की तलवार, क्या है इसकी वजह
एनसीआर में आने वाले गुरुग्राम जिले में प्रदूषण फैलाने वाले चार हजार उद्योगों पर कार्रवाई होगी। इन उद्योगों में 25 केवीए से अधिक डीजल वाले जेनरेटर में ड्यूल किट नहीं लगाई गई हैं। प्रदूषण नियत्रंण बोर्ड के सर्वे में यह खुलासा हुआ।
एनसीआर में आने वाले गुरुग्राम जिले में प्रदूषण फैलाने वाले चार हजार उद्योगों पर कार्रवाई होगी। इन उद्योगों में 25 केवीए से अधिक डीजल वाले जेनरेटर में ड्यूल किट नहीं लगाई गई हैं। प्रदूषण नियत्रंण बोर्ड के सर्वे में यह खुलासा हुआ। कादीपुर, बसई, दौलताबाद, बसई औद्योगिक क्षेत्र में सबसे अधिक कंपनियां हैं, यहां डीजल वाले जेनरेटरों में ड्यूल किट नहीं मिली हैं।
प्रदूषण नियंत्रण विभाग की छह टीमें ऐसे उद्योगों में लगे जेनरेटर सेटों पर कार्रवाई में लगी हैं। दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के मद्देजनर गुरुग्राम जिले में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) लागू है। इसके चलते डीजल से चलने वाले जेनरेटर चलाने पर प्रतिबंध लगाया गया है। आदेश में कहा गया है कि 25 केवीए से कम क्षमता वाले जेनरेटरों में कोई किट नहीं लगाई जाएगी। वहीं 25 से 140 केवीए क्षमता तक के जेनरेटर पर गैस और डीजल वाली ड्यूल किट लगानी होगी।
लोगों को प्रदूषण से मामूली राहत मिली
गुरुग्राम शहर में शनिवार को एक्यूआई में कमी आने से प्रदूषण से मामूली राहत मिली है। सुबह आठ बजे तक शहर का एक्यूआई 300 से ज्यादा दर्ज किया गया था, लेकिन दोपहर बाद हवा चलने से एक्यूआई गिरने से प्रदूषण से थोड़ी राहत मिली है।
दोपहर में हवा चलने के बाद प्रदूषण थोड़ा छंट गया और एक्यूआई 265 पर पहुंच गया। मानेसर क्षेत्र का भी एक्यूआई लुढ़कर 223 तक पहुंच गया है। मौसम विभाग के अनुसार 28 नवंबर तक मौसम साफ रहने का अनुमान है। मिलेनियम सिटी में बीते एक सप्ताह से लगातार हवा प्रदूषित बनी हुई है, लेकिन शनिवार को इसमें काफी गिरावट दर्ज की गई।
मानेसर के क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी विजय चौधरी ने कहा, ''उद्योग विहार, मानेसर और सेक्टर-37 में कंपनियों ने डीजल जेनरेटर को ड्यूल किट में बदल दिया है। बाकी क्षेत्रों में किट नहीं बदली हैं। अगर कंपनी के सामने डीजल जेनरेटर मिलता है तो नोटिस भेजेंगे।''