गुरुग्राम में सड़कों पर महिलाओं की सुरक्षा होगी और मजबूत, क्या है पुलिस का प्लान
एनसीआर के शहर गुरुग्राम में रहने वाली महिलाओं को सुरक्षित माहौल देने के लिए गुरुग्राम पुलिस सेफ्टी ऑडिट करवाएगी। सेफ्टी ऑडिट करवाने के लिए गुरुग्राम पुलिस की तरफ से मापदंड तैयार किए गए हैं। ऑडिट की रिपोर्ट के बाद गुरुग्राम पुलिस सुरक्षा के मद्देनजर खुद बदलाव करेगी।
मिलेनियम सिटी गुरुग्राम में रहने वाली महिलाओं को सुरक्षित माहौल देने के लिए गुरुग्राम पुलिस सेफ्टी ऑडिट करवाएगी। सेफ्टी ऑडिट करवाने के लिए गुरुग्राम पुलिस की तरफ से मापदंड तैयार किए गए हैं। इस बार सेफ्टी ऑडिट में पुलिस द्वारा आपराधिक और आधारभूत संरचना को ध्यान में रखा जाएगा। ऑडिट की रिपोर्ट के बाद गुरुग्राम पुलिस सुरक्षा के मद्देनजर खुद बदलाव करेगी।
सड़कों को सुरक्षित बनाने के लिए सिविल विभागों से समन्वय कर खामियों को दूर करवाया जाएगा। इसके अलावा रोजाना सफर करने वाली महिलाओं से भी पुलिस बातचीत कर फीडबैक लेगी और उस पर भी काम किया जाएगा, महिलाएं कभी भी बिना डरे कहीं भी आ-जा सकती हैं।
हॉट-स्पॉट पर नजर : पुलिस के अनुसार, महिलाओं के लिए असुरक्षित माने जाने वाले हॉट-स्पॉट पर ज्यादा फोकस रहेगा। वहीं बता दें कि गुरुग्राम पुलिस ने 20 के लगभग हॉट-स्पॉट का चयन किया हुआ है। इनमें बाजार, मॉल, मेट्रो स्टेशन,प्रमुख मार्ग और मार्केट शामिल है।
हॉट-स्पॉट पर पुलिस की टीमें देखेंगी कि महिलाओं के लिए रोड,चौक और बाजार को कैसे सुरक्षित बनाया जा सकता है। उसके विकल्पों को देखा जाएगा। इसके अलावा दिन और रात में किस समय में घटनाएं होने की आशंका रहती है,उस दौरान पुलिस टीमें तैनात रहेगी। गलत हरकत करने वालों पर नजर रखी जाएगी और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई भी की जाएगी। ताकि वह दोबारा से कोई गलत हरकत नहीं कर सके। इन हॉट-स्पॉट पर खामियों को दूर करने के लिए गुरुग्राम पुलिस पहले भी प्रयास कर चुकी है।
ऑडिट में इनका ध्यान रखा जाएगा : महिलाओं के खिलाफ अपराध से जुड़ी गुरुग्राम पुलिस की टीमें पूरे शहर का सुरक्षा ऑडिट करेंगी। ऑडिट में चौक-चौराहों से गुजरने वाली महिलाओं से बातचीत कर उनकी दिक्कतों को जाना जाएगा। इसके अलावा सुरक्षा संबंधी जानकारी भी हासिल की जाएगी। इसके बाद पुलिस टीमें वहां पर देखेंगी कि रात में रोशनी है या नहीं। पुलिस यह भी जांचेगी कि सड़कों पर लगे सीसीटीवी कैमरे चालू हैं कि नहीं। साथ ही रात में महिलाओं को ऑटो-कैब में मिल रही है कि नहीं। इन सवालों के आधार पर ऑडिट होगा। ऑडिट रिपोर्ट के आधार पर जो सुझाव मिलेंगे उनसे नए हॉट-स्पॉट का भी पता चलेगा। इसके आधार पर शहर में महिलाओं की सुरक्षा मजबूत करने के लिए व्यवस्था की जाएगी। जिन सड़कों पर सीसीटीवी कैमरे नहीं हैं, वहां पर संबंधित विभाग के अधिकारियों से समन्वय कर कैमरे लगवाए जाएंगे। रात में ऑटो यूनियन और कैब मुहैया करवाने वाली कंपनियों से देर रात तक सुविधा उपलब्ध करवाने का आग्रह भी किया जाएगा।
ढाई हजार मनचले पकड़े जा चुके
जिले में महिलाओं के लिए सुरक्षित माहौल बनाने के लिए गुरुग्राम पुलिस मनचलों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। पुलिस सेफ सिटी अभियान चला कर जनवरी से नवबंर तक ढाई हजार से अधिक मनचलों को पकड़ चुकी है। सभी के परिजनों को बुलाकर थाने में माफीनामा लिखवाया जाता है, ताकि वह दोबारा से ऐसी हरकत नहीं करें। इसके बाद हिदायत देकर छोड़ा जाता है।
डॉ. अर्पित जैन, डीसीपी मुख्यालय ने कहा, ''जिले में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सुरक्षा ऑडिट होगा। टीमें महिलाओं से फीडबैक लेगी। सीसीटीवी कैमरे,परिवहन व्यवस्था को मजबूत करना और अंधेरी सड़कों पर रोशनी का प्रबंध करवाया जाएगा। इस दौरान जहां पर भी खामियां मिलेंगी, उसे तुरंत दूर किया जाएगा।''