गंदे पानी और अतिक्रमण से मिले छुटकारा, गुरुग्राम नगर निगम चुनाव में क्या हैं प्रमुख मुद्दे?
- नगर निगम चुनाव को लेकर भाजपा ने पार्षदों और मेयर के उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। ऐसे में अब नगर निगम चुनाव जोर पकड़ने लगा है। 17 फरवरी को नामांकन करने का आखिरी दिन है। इसके बाद सभी संभावित उम्मीदवार अपने-अपने वार्ड में चुनावी प्रचार में जुट जाएंगे।
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नगर निगम चुनाव को लेकर भाजपा ने पार्षदों और मेयर के उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। ऐसे में अब नगर निगम चुनाव जोर पकड़ने लगा है। 17 फरवरी को नामांकन करने का आखिरी दिन है। इसके बाद सभी संभावित उम्मीदवार अपने-अपने वार्ड में चुनावी प्रचार में जुट जाएंगे। वहीं, मतदाता भी बीते सात साल से जिन समस्याओं से जूझ रहे हैं, उन्हें विभिन्न दलों के उम्मीदवारों के सामने रखने वाले हैं। मतदाताओं का आरोप है कि पार्षद और मेयर उम्मीदवार वोट तो मांगने आ जाते हैं, लेकिन चुनाव जीतने के बाद वे उनकी समस्याओं का समाधान करना भूल जाते हैं। ‘हिन्दुस्तान’ लोगों के मुद्दे राजनीतिक दलों और उनके संभावित उम्मीदवारों तक वार्ड आइना के माध्यम से पहुंचा रहा है। पेश है रिपोर्ट-
शहर के 16, 17 और 18 तीनों वार्ड पुराने गुरुग्राम के दायरे में आते हैं। यहां तीनों वार्ड में घरों में गंदे पानी की आपूर्ति, सीवर जाम और अतिक्रमण सबसे बड़ी समस्या है। बीते सात साल से यहां के लोग इन समस्याओं से जूझ रहे। इसके अलावा जगह-जगह लगे गंदगी के ढेर भी स्थानीय लोगों की परेशानी का सबब बन चुका है। वार्ड-16 अर्जुन नगर, इदगाह कॉलोनी, ज्योति पार्क, ज्योति पार्क ईस्ट, मदनपुरी, नेहरू लेन, प्रताप नगर, विजय पार्क और मनोहर नगर तक शामिल है। वार्ड-17 का क्षेत्र में नई बस्ती, प्रेम नगर, भीमनगर, धानक बस्ती, सुभाष नगर, जैकबपुरा, राम नगर, मियांवाली कॉलोनी, रतन गार्डन और शिवपुरी शामिल है।
वार्ड-18 में पटेल नगर, बर्फखाना, जैकबपुरा, पुलिस लाइन, रोशनपुरा, एचवीपीएनएल कॉलोनी, आदर्श नगर, गोपाल नगर, लाजपत नगर और जवाहर नगर शामिल है। इन तीनों वार्ड में बस स्टैंड, सदर बाजार, सोहना चौक के आसपास का क्षेत्र आता हैं। यहां सबसे ज्यादा जाम और अतिक्रमण की समस्या का आज तक समाधान नहीं हो पाया है।
पांच प्रमुख समस्याएं
1. घरों में गंदे पानी की आपूर्ति होना मुख्य समस्या है।
2. सीवर जाम और ओवरफ्लो सिरदर्द बनी।
3. सदर बाजार में अतिक्रमण के कारण लगने वाला ट्रैफिक जाम
4. टूटी सड़कें भी बड़ी समस्या है।
5. जगह-जगह लगे गंदगी के ढेरों से लोग परेशान
वार्ड-16 की पूर्व पार्षद मधु बत्रा ने कहा कि वार्ड में श्रीकृष्ण मंदिर, सरकारी भवन आदि का निर्माण करवाया गया है। इसके अलावा वार्ड में सड़क निर्माण, सीवर लाइन डालने, पानी की लाइन डलवाने आदि के कई काम करवाए गए हैं। यह काम आगे भी जारी रहेंगे। वार्ड की सभी समस्याओं का अब स्थायी समाधान करवाया जाएगा।
पूर्व पार्षद, वार्ड-17 रजनी साहनी ने कहा कि वार्ड में सड़कों का निर्माण, नई सीवर लाइन डलवाने, सामुदायिक भवनों की मरम्मत, पानी की लाइनों को बदलवाने का काम करवाया गया है। सीवर जाम और जलभराव की समस्या के स्थायी समाधान के लिए योजना तैयार की जाएगी। ताकि लोगों को आने वाले समय में इन समस्याओं से न जूझना पड़े।
वार्ड-18 निवासी मनीष शर्मा ने कहा कि वार्ड में लोग सीवर समस्या, टूटी सड़कें और गंदगी के ढेरों से परेशान हैं। जगह-जगह सड़कों पर सीवर ओवरफ्लो रहा है। इससे सड़कों से गुजरने मुश्किल हो रहा। पानी की लाइनों में भी लीकेज की समस्या है। सात साल पहले जो सड़कें बनी थी, वह टूटकर बिल्कुल खस्ता हो गई हैं। इन समस्याओं को लेकर लगातार शिकायतें की गई थी, लेकिन आज तक कोई समाधान नहीं हुआ है।
तीनों वार्ड के ये हैं ज्वलंत मुद्दे
वार्ड-16, 17 और 18 के क्षेत्रों में जलभराव ज्वलंत मुद्दा है। मानसून के दौरान कॉलोनियों और सेक्टरों में सबसे ज्यादा जलभराव होता है। कई कॉलोनियों में तो घरों के अंदर तक पानी भर जाता है। इसके अलावा सदर बाजार, बस स्टैंड चौक, सोहना चौक, महाबीर चौक, अग्रवाल धर्मशाल चौक पर अतिक्रमण के कारण सड़कें संकरी हो चुकी है। यहां ट्रैफिक व्यवस्था नहीं होने के कारण पीक आवर्स में घंटो जाम से जूझना पड़ता है। अतिक्रमण हटाने को लेकर कई बार सदन की बैठकों में भी मुद्दा स्थानीय पार्षदों द्वारा उठाया गया, लेकिन निगम की तरफ से आज तक इसके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। यहां लोगों द्वारा टूटी सड़कों और सीवर जाम की परेशानी को लेकर कई बार विरोध किया, निगम अधिकारियों को शिकायत दी, लेकिन समाधान नहीं हो सका है। सदर बाजार में निगम ने तीन बहुमंजिला पार्किंग का निर्माण करने की योजना तैयार की थी। तीन में से एक पार्किंग बनी है, लेकिन उसको भी आज तक शुरू नहीं किया गया है।