दिल्ली के बाद अब गुरुग्राम और फरीदाबाद में भी 12वीं तक स्कूल बंद, SC के आदेश के बाद फैसला
गुरुग्राम और फरीदाबाद के लिए जारी आदेश में कहा गया है कि प्रदूषण को देखते हुए अगले आदेश तक स्कूल बंद रहेंगे और ऑनलाइन क्लास चलेंगी।
प्रदूषण की गंभीर स्थिति को देखते हुए गुरुग्राम और फरीदाबाद में 12वीं तक के लिए स्कूल बंद रखने का फैसला लिया गया है। जिला उपायुक्त ने इस बारे में आदेश जारी करते हुए कहा है कि कल यानी 19 नवंबर से लेकर अगले आदेश तक गुरुग्राम और फरीदाबाद में 12वीं तक के लिए स्कूल बंद रहेंगे और केवल ऑनलाइन क्लास ही चलेंगी।
गुरुग्राम के लिए जिला शिक्षा अधिकारी इंदु बोकन ने कहा कि डीसी अजय कुमार की ओर से निर्देश जारी किए गए कि 12वीं तक फिजिकल क्लास आगामी आदेश तक बंद रहेंगी। स्कूल में छात्रों की कक्षाएं ऑनलाइन जारी रहेंगी।
जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा कि हरियाणा माध्यमिक शिक्षा विभाग के सहायक निदेशक की ओर से सोमवार देर शाम को उपायुक्त को जारी आदेश आया। इसमें राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि संबंधित उपायुक्त गंभीर एक्यूआई और दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों के संबंध में एमसी मेहता मामले में सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों को ध्यान में रखते हुए मौजूदा स्थिति का आकलन करेंगे। मूल्यांकन के आधार पर, उपायुक्त सरकारी और निजी स्कूलों में कक्षा 12वीं तक के छात्रों के लिए शारीरिक कक्षाएं बंद कर सकते है। छात्रों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित करने के लिए आवश्यक निर्देश जारी कर सकते हैं। ऐसे में अब उपायुक्त ने 12 तक की क्लास ऑनलाइन करने का फैसला किया है।
फरीदाबाद के लिए क्या आदेश
वहीं फरीदाबाद में भी सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को बंद रखने के निर्देश जारी किए गए हैं। फरीदाबाद में बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर कल यानी 19 नवंबर से 23 नवंबर या फिर अगले आदेश तक कक्षा 12वीं तक के लिए स्कूल बंद रखने का फैसला लिया गया है। जानकारी के मुताबिक डीसी विक्रम सिंह ने फरीदाबाद में स्वास्थ्य सुरक्षा के मद्देनजर सभी निजी और सरकारी स्कूलों की 12वीं कक्षा तक की छुट्टी करने के आदेश जारी किए हैं। यह स्थिति 23 नवंबर या फिर अगले आदेश तक लागू रहेगी। हालांकि इस दौरान सभी बच्चों की ऑनलाइन क्लास चलेंगी।
सीएम आतिशी ने भी जारी किए आदेश
दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण की स्थिति बेहद चिंताजनक बनी हुई। इस बीच दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने भी कक्षा 10 और 12वीं के लिए भी ऑनलाइन क्लासेस की घोषणा कर दी हैं। बता दें, सुप्रीम कोर्ट ने आज प्रदूषण से बिगड़ते हालातों को देखते हुए दिल्ली एनसीआर के सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया था। कोर्ट ने कहा था कि राज्यों को तुरंत सभी ऑफलाइन क्लासों पर रोक लगा देनी चाहिए।सुप्रीम कोर्ट ने ग्रैप-4 के तहत सख्त प्रदूषण रोधी उपायों के कार्यान्वयन में देरी को लेकर दिल्ली सरकार से सवाल भी किया था। कोर्ट ने राज्य सरकार से कहा कि अदालत जानना चाहती है कि उसने प्रदूषण के स्तर में खतरनाक वृद्धि को रोकने के लिए क्या कदम उठाए हैं।
जस्टिस अभय एस. ओका और जस्टिस ऑगस्टीन जॉर्ज की पीठ ने कहा, ‘‘अगर एक्यूआई 450 से नीचे चला जाता है, तब भी हम चरण-4 के तहत निवारक उपायों में कमी की अनुमति नहीं देंगे। कोर्ट की अनुमति मिलने तक चरण 4 जारी रहेगा।
बता दें, दिल्ली की एयर क्वालिटी सोमवार को बहुत अधिक खराब हो गई और द्वारका, मुंडका और नजफगढ़ जैसे क्षेत्रों में दोपहर के समय अधिकतम वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 500 दर्ज किया गया।
राष्ट्रीय राजधानी में धुंध की घनी चादर छाने से लोगों ने खुजली और आंखों से पानी आने की शिकायत की। सोमवार को सुबह आठ बजे यहां का एक्यूआई 484 दर्ज किया गया। एक्यूआई इस मौसम में अब तक के सबसे खराब स्तर पर पहुंच गया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, दोपहर दो बजे तक एक्यूआई 491 दर्ज किया गया।
समीर एप के अनुसार, द्वारका सेक्टर-8, नजफगढ़, नेहरू नगर और मुंडका चार स्टेशन ने वायु गुणवत्ता सूचकांक का स्तर अधिकतम 500 बताया है।
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने एक्यूआई 450 के पार पहुंच जाने के बाद दिल्ली व एनसीआर में चरणबद्ध प्रतिक्रिया कार्य योजना (जीआरएपी) के चौथे चरण के तहत प्रतिबंधों को लागू करने का आदेश दिया। दिल्ली की हवा को देखते हुए डॉक्टरों ने सभी के लिए स्वास्थ्य जोखिम की चेतावनी दी है।
यूसीएमएस और जीटीबी अस्पताल में सामुदायिक चिकित्सा के रेजिडेंट डॉक्टर डॉ. रजत शर्मा ने कहा, प्रदूषण के इस स्तर पर, एन-95 मास्क पहनना एक विकल्प नहीं बल्कि एक जरूरत है।
भाषा से इनपुट