देशभर में लोगों से 126 करोड़ की ठगी; गुरुग्राम पुलिस ने दबोचे 21 जालसाज, ऐसे बनाते थे शिकार
गुरुग्राम साइबर पुलिस ने देश भर में लोगों से करीब 125 करोड़ रुपये की ठगी करने के आरोप में 21 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों को नवंबर और दिसंबर में गिरफ्तार किया गया था।
गुरुग्राम साइबर पुलिस ने 21 कथित साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है जिन्होंने करीब 17 हजार ठगी की वारदातों को अंजाम दिया था। इन पर देशभर में 16 हजार ज्यादा लोगों से करीब 125 करोड़ रुपये की ठगी करने का आरोप है। सहायक पुलिस आयुक्त (साइबर) प्रियांशु दीवान ने बताया कि भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (आई4सी) से डेटा की समीक्षा के बाद सभी आरोपियों को नवंबर और दिसंबर में गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने इनके पास से 16 मोबाइल और सात सिम कार्ड बरामद किए हैं।
अधिकारी ने बताया कि आरोपियों ने कुरियर कंपनियों के फर्जी अधिकारी बनकर कथित तौर पर धोखाधड़ी को अंजाम दिया। आरोपियों ने देशभर में करीब 126 करोड़ की वारदातों को 21 जालसाजों ने अंजाम दिया। गुरुग्राम पुलिस ने ठगी की अलग-अलग वारदातों में इन जालसाजों को नवंबर और दिसंबर माह में गिरफ्तार किया है। इन जालसाजों से बरामद मोबाइल और सिम कार्ड की जब इंडियन साईबर क्राईम कोर्डिनेशन सेंटर (आई4सी) में जांच करवाई गई तो करीब 17 हजार ठगी की वारदातों को अंजाम देने का खुलासा हुआ।
इन जालसाजों ने ठगी गई राशि की वसूली के प्रयास किए जा रहे हैं। गत 26 अप्रैल को थाना साइबर अपराध, दक्षिण में सेक्टर-22ए निवासी विजय कुमरेजा की शिकायत पहुंचीं थी। इसमें आरोप लगाया था कि एक व्हाट्स ऐप मैसेज में निवेश के नाम पर लाभ का लालच दिया गया था। जालसाज की बातों में फंसकर उसने 2.41 लाख रुपये निवेश कर दिए।
एएसआई अशोक ने इस मामले की जांच करते हुए मामले में उत्तराखंड के बाजपुर के केशव नगर निवासी अनीश को पकड़ा है। अनीश के मोबाइल की जांच जब आई4सी में करवाई गई तो ठगी की कई वारदात इसकी तरफ से अंजाम देने का खुलासा हुआ। इस तरह अशोक विहार फेज-तीन के अनिल कुमार ने तीन अगस्त को पुलिस में शिकायत दी थी कि 17 जुलाई को उसके मोबाइल में अचानक नेटवर्क आना बंद हो गया था। देर शाम को आया, जो 18 जुलाई को फिर बंद हो गया।
इसको लेकर टेलीकॉम कंपनी के स्टोर पर जाकर सिम को बदलवाया। इस तरह 19 जुलाई की सुबह उसकी सिम चालू हुई। दो अगस्त को जब बैंक खाते की जांच की तो पाया कि उसके खाते से करीब दो लाख रुपये निकल गए हैं। इस मामले में पुलिस ने चार दिसंबर को दिलराज बैरवा और धीरज को गुरुग्राम से पकड़ा।
गुरुग्राम पुलिस ने साइबर ठगी के मामलों में गुजरात के अहमदाबाद निवासी मुकेश लखनपाल साहू, सचिन, एनम कुमार, पंकज सलूजा, दिल्ली के मुंडका निवासी दीपांशु, शशंका मुनिया, पुष्पेंद्र सिंह, अंकित वैध, कामरान अहमद, प्रकाश चंद्र, रजत, विकास उर्फ विक्की, सुनील कुमार उर्फ लक्ष्मण, दीपक उर्फ मोनू को पकड़ा है। राजस्थान के हनुमानगढ़ के गांव रावतसर के प्रदीप कुमार, राजस्थान के नागौर के गांव गोवा कला निवासी वीरेंद्र, उत्तराखंड के उधम सिंह नगर के गांव बांसखेड़ी निवासी सुखविंद्र सिंह सारण, यूपी के फर्रुखाबाद के गांव निमिया निवासी अश्वनी को पकड़ा है।
साइबर ठगों के कब्जे से 16 मोबाइल और सात सिम कार्ड बरामद हुए थे। आई4सी से जांच के बाद पता चला कि इन्होंने देशभर में करीब 17 हजार लोगों से करीब 126 करोड़ रुपये ठगे हैं। इनके खिलाफ 672 मामले दर्ज हैं। इनमें 40 मामले हरियाणा में दर्ज हैं, जबकि गुरुग्राम में 11 मामले दर्ज हैं। इन साइबर ठगों ने व्हाट्स ऐप के माध्यम से धमकी देकर, निवेश के नाम पर और फर्जी अधिकारी बनकर साइबर ठगी की वारदातों को अंजाम दिया है।