गुरुग्राम की 30 मुख्य सड़कों के निर्माण की बाधा होगी दूर, HSVP ने निकाला यह रास्ता
गुरुग्राम शहर में सड़कों की अड़चन खत्म करने के लिए मुख्य सचिव के निर्देश पर एचएसवीपी ने एक संयुक्त समिति का गठन किया है। कमेटी भूमि संबंधी बाधाओं की पहचान करेगी और उन्हें राजस्व संबंधी सभी विवरणों के साथ मानचित्रों पर दर्शाएगी।
गुरुग्राम शहर में सड़कों की अड़चन खत्म करने के लिए मुख्य सचिव के निर्देश पर हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) ने एक संयुक्त समिति का गठन किया है। कमेटी भूमि संबंधी बाधाओं की पहचान करेगी और उन्हें राजस्व संबंधी सभी विवरणों के साथ मानचित्रों पर दर्शाएगी।
समिति उन स्थानों की कानूनी स्थिति भी दिखाई जाएगी, जहां भूमि पर मुकदमेबाजी चल रही है। जिसके कारण कई प्रमुख सड़कें या तो पूरी नहीं हो पा रही हैं या सेक्टरों में निर्माण नहीं हो पा रहा है। कमेटी 13 सेक्टरों की 30 मुख्य सड़कों की अड़चन भी दूर करने का काम करेगी। समिति के गठन का निर्णय बीते सप्ताह गुरुग्राम के एचएसवीपी प्रशासक वैशाली सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक के दौरान लिया गया, जिसमें शहर में विभिन्न सेक्टरों की सड़कों के निर्माण पर चर्चा की गई, जो अदालती मामलों, मुआवजे का भुगतान न करने तथा भूमि अधिग्रहण के मुद्दों के कारण अटकी हुई हैं। बैठक में निर्णय लिया गया कि सड़कों की अड़चनों की स्पष्ट तस्वीर लेकर भूमि के टुकड़ों के खसरा नंबरों को मैप पर विधिवत रूप से अंकित करना आवश्यक है।
समिति में इनको किया शामिल
एचएसवीपी के एक अधिकारी ने बताया कि जीएमडीए की राजस्व टीम, भूमि अधिग्रहण कार्यालय के नायब तहसीलदार एक और दो, एचएसवीपी, डीटीसीपी के अधिकारी तथा संबंधित संपदाओं के एचएसवीपी अधिकारियों की एक कमेटी बनाई गई है।
कई कारणों से अटका है काम
शहर में 13 सेक्टर सड़कें हैं जो भूमि अधिग्रहण के मुद्दों के कारण अटकी हुई हैं। दो सड़कें ऐसी हैं जो भूमि के मुआवजे के भुगतान को लेकर अटकी हुई हैं। जबकि नौ सेक्टरों की सड़कें संरचनाओं के मुआवजे के भुगतान के कारण अटकी हुई हैं, छह सड़कें प्रभावित हैं क्योंकि भूमि का कब्जा नहीं दिया गया है, जबकि दो सड़कें संरचनाओं को न हटाए जाने के कारण प्रभावित हैं।
अरुण धनखड़, मुख्य अभियंता जीएमडीए ने कहा, ''सड़कों के निर्माण में अड़चनों को दूर करने के लिए कमेटी का गठन हुआ है। जल्द अधूरी पड़ी सड़कों का निर्माण किया जाएगा। शहर के अंदर कनेक्टिविटी में सुधर होगा।''
सेक्टर-23ए में टूटी सड़कों की वजह से हादसे का खतरा
वहीं, दूसरी ओर गुरुग्राम नगर निगम अधिकारियों और ठेकेदारों की लापरवाही का खामियाजा सेक्टर-23ए के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। दो साल से सेक्टरवासी टूटी सड़कों पर चलने को मजबूर है। इस कारण सेक्टर में आए दिन लोग हादसों का भी शिकार हो रहे हैं। सेक्टर की आंतरिक सड़कों पर बने गड्ढों के कारण लोगों को तमाम परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। हालांकि, निगम की तरफ से सड़कों को संवारने के लिए टेंडर निजी एजेंसी को सौंपा जा चुका है, लेकिन इसके बाद भी ठेकेदार ने आज तक काम शुरू नहीं किया है। अब सेक्टर के लोगों ने निगमायुक्त को इसकी शिकायत करके काम शुरू करने की गुहार लगाई है।
बता दें कि, सेक्टर-23ए में बीते करीब तीन साल से सड़कें बदहाल स्थिति में हैं। यहां सड़कों पर गहरे गड्ढे बने हुए हैं। इस कारण दोपहिया वाहन इन सड़कों पर आए दिन हादसों का शिकार हो रहे हैं। सेक्टर की आंतरिक और मुख्य सड़कें बिल्कुल खस्ता हो चुकी है। इसको लेकर कई बार स्थानीय निवासी निगम अधिकारियों को इन सड़कों को संवारने के लिए गुहार लगा चुके हैं, लेकिन इसके बाद भी अधिकारी सिर्फ फाइलों को ही ऊपर-नीचे कर रहे हैं।
ठेकेदार ने काम नहीं किया
लगातार सेक्टर के लोगों की शिकायत के बाद निगम ने जून माह में एक निजी एजेंसी को सेक्टर की सड़कों को संवारने का एक टेंडर जारी किया था, लेकिन ठेकेदार ने टेंडर लेने के बाद भी सड़क निर्माण के कार्य को शुरू नहीं किया। इसके बाद निगम ने ठेकेदार कोई कई बार नोटिस भी जारी किए गए। इसके बाद भी काम शुरू नहीं हुआ तो निगम ने ठेकेदार के टेंडर को रद्द कर दिया और ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट कर दिया। इसके बाद निगम ने इसका दोबार से टेंडर लगाया है।
मनोज कुमार, कार्यकारी अभियंता, गुरुग्राम नगर निगम ने कहा, ''सेक्टर-23ए में सड़कों को संवारने के लिए टेंडर प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। मौसम साफ होते ही सेक्टर में सड़कों के संवारने का काम शुरू करवा दिया जाएगा।''