गुरुग्राम में गरजा बुलडोजर, 10 कॉलोनियां जमींदोज; क्या थी वजह
- दिल्ली-एनसीआर में बुलडोजर ऐक्शन लगातार जारी है। गुरुग्राम में अवैध रूप से विकसित हो रही 10 कॉलोनियों में बुलडोजर चलाकर उन्हें जमींदोज कर दिया गया है। आइए जानते हैं पूरा मामला क्या है।
दिल्ली-एनसीआर में प्रशासन का लगातार बुलडोजर ऐक्शन जारी है। प्रशासन ने एनसीआर के कई इलाकों में बुलडोजर चलाकर अवैध कब्जों को हटाया है। बीते कई दिनों से चल रहा बुलडोजर अभियान बुधवार को गुरुग्राम में भी गरजा। यहां की 10 अवैध कॉलोनियों पर बुलडोजर चलाया गया है। गुरुग्राम नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग ने बुधवार को गांव भौंडसी और अलीपुर में अवैध रूप से पनप रही कॉलोनियों में बुलडोजर चलाया। इन दोनों गांवों में खेतीहर जमीन पर बिना मंजूरी लिए 10 कॉलोनियों को भूमाफियाओं की तरफ से जमीन मालिकों से सांठ-गांठ करके विकसित किया जा रहा था।
गुरुग्राम की इन कॉलोनियों पर बुलडोजर चलाने के साथ-साथ तहसीलदार को इनमें रजिस्ट्री नहीं करने को लेकर पत्र लिखा है। जमीन मालिकों और भूमाफियाओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के लिए पुलिस विभाग को पत्र लिखा है। ये तोड़फोड़ डीटीपीई मनीष यादव के नेतृत्व में हुई। सबसे पहले तोड़फोड़ दस्ता गांव अलीपुर में पहुंचा। यहां सात एकड़ में तीन कॉलोनियां विकसित हो रही थी। एक मकान का निर्माण हो रहा था। 400 मीटर की चारदीवारी हो रही थी। सड़क का निर्माण कर दिया था। तोड़फोड़ दस्ते ने बुलडोजर से इन्हें मलबे में मिला दिया। इसके बाद तोड़फोड़ दस्ता गांव भौंडसी में जेल रोड पर पहुंच गया। करीब 13 एकड़ में तीन कॉलोनियां पनप रही थी। 10 निर्माणाधीन मकान, 58 डीपीसी, भूमाफिया के एक कार्यालय और सात चारदीवारी को मलबे में मिलाया गया।
इससे पहले गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण से लोगों को अतिक्रमण हटाने के लिए 72 घंटे का समय दिया गया था। प्रशासन का कहना था कि अगले 72 घंटों में अगर अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो बुलडोजर चलाकर सभी कब्जों को हटवाया जाएगा। प्रशासन द्वारा अल्टीमेटम दिए जाने के बाद कब्जाधारियों ने धीरे-धीरे कब्जा हटाना शुरू कर दिया है। इस दौरान प्रशासन दूसरी जगहों पर बुलडोजर ऐक्शन की कार्रवाई में लगा हुआ है।