आईआईटी कानपुर से डिजाइन की मंजूरी के बाद जीएमडीए कार्यालय का टेंडर लगेगा
गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) का नया कार्यालय सेक्टर-16 में प्रस्तावित है। इसका डिजाइन आईआईटी कानपुर में तकनीकी जांच के लिए भेजा गया है। अगर डिजाइन सुरक्षित रहा, तो जनवरी में टेंडर...
गुरुग्राम। दिल्ली-जयपुर हाइवे स्थित सेक्टर-16 में प्रस्तावित गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) कार्यालय के डिजाइन को मंजूरी के लिए आईआईटी, कानपुर में भेजा गया है। आईआईटी, कानपुर की तरफ से इस डिजाइन में इस्तेमाल होने वाले कंकरीट और सीमेंट की क्षमता का अध्ययन किया जाएगा। यदि यह डिजाइन सुरक्षा के लिहाज से ठीक है तो आईआईटी की हरी झंडी मिलने के बाद टेंडर प्रक्रिया को शुरू कर दिया जाएगा। माना जा रहा है कि जनवरी माह में इस कार्यालय इमारत का टेंडर लग जाएगा। मौजूदा समय में जीएमडीए का कार्यालय सेक्टर-44 में मिलेनियम सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन के समीप किराये की इमारत में चल रहा है। जीएमडीए ने अक्टूबर माह में इस कार्यालय इमारत के निर्माण के लिए एक एजेंसी से इस्टीमेट तैयार करवाया था। इस कंपनी ने करीब 115.56 करोड़ रुपये का इस्टीमेट बनाकर सौंप दिया है। टेंडर लगाने से पूर्व जीएमडीए अधिकारियों ने कार्यालय के इमारत के डिजाइन को आईआईटी कानपुर में तकनीकी जांच के लिए भेजा है। वहां से मंजूरी मिलने के बाद टेंडर लगाने की दिशा में कदम बढ़ाए जाएंगे।
हर साल 2.77 करोड़ का किराया दिया जा रहा है
जीएमडीए की तरफ से किराये की इस इमारत के लिए हर साल 2.77 करोड़ रुपये का किराया दिया जा रहा है। इस इमारत में कांफ्रेंस हॉल नहीं है। ऐसे में जीएमडीए अर्थोरिटी की बैठक का आयोजन पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में होता है। इसके अलावा वाहन पार्किंग के नाम पर सिर्फ 30 कारों की जगह है। जीएमडीए के अधिकारियों और कर्मचारियों की कार भी इस जगह में नहीं आ पाती है। इस वजह से भारी परेशानियों का सामना स्टॉफ को करना पड़ता है।
एक एकड़ में 10 मंजिला इमारत बनेगी
मंजूर डिजाइन के मुताबिक जीएमडीए का कार्यालय करीब दो एकड़ जमीन में होगा। सेक्टर-16 में बूस्टिंग स्टेशन के बिल्कुल साथ इस कार्यालय का निर्माण किया जाएगा। एक एकड़ जमीन पर 10 मंजिला इमारत का निर्माण किया जाएगा। इस कार्यालय में तीन बेसमेंट होगी, जिसमें करीब 150 कार को खड़ा करने की क्षमता होगी। ऐसे में स्टॉफ और जीएमडीए कार्यालय में किसी कार्यवश आने वाले लोगों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
मुख्यमंत्री से मिल चुकी मंजूरी
गत 10 जुलाई को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में जीएमडीए प्राधिकरण की बैठक हुई थी। इसमें जीएमडीए कार्यालय के इस्टीमेट को मंजूरी के लिए रखा गया था। मुख्यमंत्री ने निर्माण को मंजूरी प्रदान कर दी थी।
आने-जाने में नहीं होगी दिक्कत
दिल्ली-जयपुर हाइवे पर प्रस्तावित कार्यालय होने के कारण लोगों को यहां तक पहुंचने में किसी तरह की असुविधा नहीं होगी। मौजूदा समय में सेक्टर-44 में कार्यालय होने के कारण यहां आ रहे लोगों को पार्किंग की दिक्कत रहती है। मिलेनियम सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन होने के कारण सड़कों पर यातायात बेहद अधिक रहती है।
जीएमडीए कार्यालय के डिजाइन को तकनीकी जांच के लिए आईआईटी कानपुर भेजा है। वहां से मंजूरी मिलने के बाद इसके निर्माण के लिए टेंडर लगाया जाएगा। - विकास मलिक, कार्यकारी अभियंता, जीएमडीए
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