दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के बीच सुबह 11 बजे बैठक, गोपाल राय करेंगे समीक्षा; ग्रैप-3 लागू होने के आसार
दिल्ली की हवा में जहर बढ़ती ही जा रहा है। मंगलवार को सीदजन में पहली बार वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 पार हो गया। जिसकी वजह से हवा गंभीर श्रेणी में पहुंच गई। गुरुवार सुबह की शुरुआत भी घने कोहरे के साथ हुई। बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए पर्यावरण मंत्री गोपाल राय आज बैठक करेंगे।
दिल्ली की हवा में जहर बढ़ती ही जा रहा है। मंगलवार को सीदजन में पहली बार वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 पार हो गया। जिसकी वजह से हवा गंभीर श्रेणी में पहुंच गई। गुरुवार सुबह की शुरुआत भी घने कोहरे के साथ हुई। बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए पर्यावरण मंत्री गोपाल राय आज सुबह 11 बजे दिल्ली सचिवालय स्थित ग्रीन वॉर रूम में संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे। यह जानकारी पर्यावरण कार्यालय ने दी है। माना जा रहा है कि बैठक के बाद दिल्ली में ग्रैप के तीसरे चरण के प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं। फिलहाल ग्रैप-2 लागू है।
दिल्ली की हवा सबसे जहरीली
दिल्ली में बुधवार को देश में सबसे खराब वायु गुणवत्ता दर्ज की गई, जिसमें वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) इस मौसम में पहली बार 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच गया। सीपीसीबी के अनुसार, दिल्ली के 36 निगरानी स्टेशनों में से 30 में बुधवार को वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में रही। गुरुवार को इंडिया गेट सहित राजधानी के कई इलाकों में धुंध की मोटी परत छाई हुई है और (एक्यूआई) 443 दर्ज किया गया है।
जनवरी में तीन दिन गंभीर श्रेणी में थी हवा
सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार, जनवरी में तीन दिनों तक शहर का एक्यूआई ‘गंभीर’ श्रेणी में रहा। इस साल 14 जनवरी को एक्यूआई 447 दर्ज किया गया था जबकि 24 और 26 जनवरी को यह 409 रिकॉर्ड हुआ था। सीपीसीबी ने कहा कि एक्यूआई के ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंचे से स्वस्थ लोग प्रभावित होते हैं तथा पहले से ही चिकित्सा संबंधी समस्याओं से ग्रस्त लोगों पर इसका गंभीर असर पड़ता है। राजधानी में वायु गुणवत्ता 30 अक्टूबर को ‘बहुत खराब’ श्रेणी में पहुंच गई थी। वायु गुणवत्ता प्रबंधन के लिए केंद्र के ‘डिसीजन सपोर्ट सिस्टम’ के अनुसार, वाहनों से होने वाला एमिशन दिल्ली के प्रदूषण में सबसे ज्यादा योगदान देता है, जिसकी अनुमानित हिस्सेदारी लगभग 13.3 प्रतिशत है। अन्य प्रमुख प्रदूषक पीएम 2.5 और पीएम 10 हैं।