गुड न्यूज; अर्से बाद दिल्ली ने ली साफ हवा में सांस, कितना रहा AQI, आगे क्या आसार?
Delhi AQI: दिल्ली एनसीआर के विभिन्न हिस्सों में झमाझम बारिश के कारण दिल्ली की वायु गुणवत्ता में काफी सुधार हुआ है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता सूचकांक काफी सुधार दर्ज किया गया है।
बारिश ने राजदानी दिल्ली की हवा में घुले-मिले प्रदूषक कणों को धो डाला है। चौबीस घंटे के भीतर ही दिल्ली के वायु गुणवत्ता सूचकांक में 200 अंकों से ज्यादा का सुधार हुआ है और दिल्ली की हवा अब मध्यम श्रेणी में आ गई है। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, शनिवार शाम को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 139 के अंक रिकॉर्ड किया गया। शनिवार को सुबह 7 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 179 दर्ज किया गया।
काफी दिनों बाद साफ हवा में सांस
शनिवार को इस साल का 208वां दिन है जब दिल्ली ने साफ-सुथरी हवा में सांस ली है। दिल्ली के लोगों को नवंबर के महीने में इस बार भयावह प्रदूषण का सामना करना पड़ा था। इस दौरान पूरे महीने ही लोगों को बेहद खराब, गंभीर या अति गंभीर श्रेणी की हवा में सांस लेना पड़ा था। दिसंबर के महीने में स्थिति में थोड़ा सुधार हुआ लेकिन आमतौर पर हवा दमघोंटू ही बनी रही।
बारिश का असर
लेकिन, अब पिछले दो दिनों से हो रही बारिश ने दिल्ली की हवा पर जादू जैसा असर किया है। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक शनिवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 139 के अंक पर रहा। इस स्तर की हवा को मध्यम श्रेणी में रखा जाता है।
AQI में 206 अंकों का सुधार
शुक्रवार को यह सूचकांक 345 के अंक पर रहा था। यानी चौबीस घंटे में दिल्ली के सूचकांक में 206 अंकों का सुधार हुआ है। इससे पहले 14 दिसंबर को दिल्ली का सूचकांक 200 के अंक से नीचे रहा था।
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यह साल रहा अच्छा
वहीं, प्रदूषक कणों के साफ होने से इस बार दिल्ली के प्रदूषण रिकार्ड में भी सुधार हुआ है। इस साल अभी तक कुल 208 दिन ऐसे रहे हैं जब वायु गुणवत्ता सूचकांक 200 के अंक से नीचे रही हो। कोविड वर्ष 2020 को छोड़ दिया जाए तो बीते नौ सालों में किसी भी साल में इस वर्ष लोगों ने सबसे ज्यादा दिन साफ हवा में सांस ली है। दरअसल, वर्ष 2020 में साफ हवा वाले दिनों की संख्या 227 रही थी। लेकिन, कोविड के प्रतिबंधों के चलते इसे आमतौर पर अपवाद माना जाता है।
कैसी रहेगी ठंड?
आने वाले दिनों में गलन बढ़ने के साथ ही न्यूनतम तापमान में गिरावट के आसार हैं। 29 दिसंबर को इसके 8 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। इसके बाद 30 दिसंबर से लेकर पहली जनवरी तक न्यूनतम तापमान 6 से 7 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। इसके बाद इसमें थोड़ी बढ़ोतरी का अनुमान है। 2 और 3 जनवरी को न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।
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आगे कोहरे का कहर
मौसम विभाग की मानें तो अब दिल्ली एनसीआर के इलाकों में कोहरे की समस्या देखी जा सकती है। 29 दिसंबर को दिल्ली में सुबह के समय धुंध या घना कोहरा छाने का अनुमान है। कुछ जगहों पर बहुत घना कोहरा भी देखा जा सकता है। इसको लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। 30 और 31 दिसंबर को इसमें थोड़ी कमी रहेगी लेकिन कोहरे की समस्या जारी रहेगी। इसको लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।
आगे कैसा हाल?
मौसम विशेषज्ञों की मानें तो वातावरण में नमी और कोहरे के साथ पलूशन के मिलने से स्मॉग जैसी स्थितियां बनती हैं। चूंकि आने वाले दिनों में कोहरा छाने का अनुमान जताया गया है ऐसे में एक्यूआई पर भी असर पड़ने के आसार हैं। हालांकि, स्थितियां ज्यादा नहीं बिगड़ेंगी। लेकिन यदि हवा की रफ्तार धीमी रही और अच्छी धूप नहीं निकली तो एक्यूआई में बढ़ोतरी भी देखी जा सकती है। लब्बोलुबाब यह कि पलूशन में उतार चढ़ाव मौसमी परिस्थितियों पर निर्भर करेगा।