शिक्षा का क्षेत्र जितना बढे़गा उतना देश आगे बढ़ेगाः चिराग पासवान
केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान ने शिक्षक सम्मेलन में शिक्षा के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में वृद्धि से देश की तरक्की होगी। उन्होंने शिक्षकों की भूमिका...
- शिक्षक सम्मेलन एवं शिक्षक सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान - नेहरू नगर स्थित दुर्गावती हेमराज टाह सरस्वती विद्या मंदिर में शिक्षक संस्थान प्रकोष्ठ ने किया आयोजन
गाजियाबाद, कार्यालय संवाददाता। केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान ने गुरूवार को एक शिक्षक सम्मान समारोह में शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा का क्षेत्र जितना बढ़ेगा देश उतना आगे बढ़ेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य रखा है। इसमें आप सभी की महत्वपूर्ण भूमिका होने वाली है। आप ऐसी पीढ़ी को नर्चर( शिक्षित) कर रहे हैं जो आने वाले समय में भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
नेहरू नगर स्थित दुर्गावती हेमराज टाह सरस्वती विद्या मंदिर में आयोजित शिक्षक सम्मेलन एवं शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन शिक्षण संस्थान प्रकोष्ठ ने किया। यहां बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे कैबिनेट मंत्री चिराग पासवान ने शिक्षकों को सम्मानित किया। अपनी कामयाबी का श्रेय अपने माता-पिता और शिक्षकों को देते हुए कहा कि हमें सिखाया जाता है कि एक तरफ भगवान हो और एक तरफ गुरू हो तो सबसे पहले अपने गुरू के चरण स्पर्श करें। भारत सरकार शिक्षा के लिए बहुत कार्य कर रही है। इसमें आपकी भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होने वाली है। उन्होंने शिक्षकों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि आपने अपने अनुभवों और सहयोग से जो योगदान दिया है उसके सामने मैं बहुत छोटा हूं। आपको सम्मानित करना मेरा सौभाग्य है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार शिक्षा के लिए दृढ़ संकल्पित है। शिक्षण प्रकोष्ठ को शिक्षा संबंधी किसी भी समस्या के लिए मदद करने का आश्वासन भी दिया। कृपा शंकर की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में 78 स्कूलों के शिक्षकों को सम्मानित किया गया। मुख्य वक्ता सांसद बृजलाल, विशिष्ट अतिथि सांसद अतुल गर्ग एवं भाजपा महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा ने भी शिरकत की। पायलट राकेश त्यागी ने आभार व्यक्त किया और सचिन वत्स ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस दौरान 350 स्कूल प्रतिनिधि, प्रधानाचार्य व अध्यापक मौजूद रहे।
धर्म-मजहब की बंदिशों को तोड़ने का एकमात्र हथियार है शिक्षाः
कैबिनेट मंत्री ने देश की तरक्की के लिए शिक्षा को जरूरी बताते हुए कहा कि लोगों को जात-पात, धर्म और मजहब में बंटा देखकर तकलीफ होती है। हम धर्म के आधार पर नेताओं को चुनते हैं। शिक्षा ही एक मात्र ऐसा हथियार है जो जात-पात, धर्म और मजहब की बंदिशों को तोड़कर हमें एक विकसित राष्ट्र की तरफ ले जा सकती है और इसमें आप शिक्षकों की भूमिका अहम है। शिक्षा का क्षेत्र जितना ज्यादा बढ़ेगा उतना ही मेरा देश और मेरा प्रदेश आगे बढ़ेगा।
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