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रेव पार्टी, सांप का जहर, एल्विश पर कैसे टूटा कानून का कहर; अब 11 महीने बाद ED ऐक्शन

विवादित यूट्यूबर एल्विश यादव और पंजाबी गायक राहुल यादव उर्फ फाजिलपुरिया के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को जो बड़ी कार्रवाई की, उसकी नींव नोएडा में तीन नवंबर 2023 को दर्ज मुकदमे से रखी गई थी। इस मामले में चार्जशीट दाखिल होने के बाद ईडी ने संज्ञान लिया।

Sneha Baluni हिन्दुस्तान, नोएडाFri, 27 Sep 2024 07:48 AM
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विवादित यूट्यूबर एल्विश यादव और पंजाबी गायक राहुल यादव उर्फ फाजिलपुरिया के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को जो बड़ी कार्रवाई की, उसकी नींव नोएडा में तीन नवंबर 2023 को दर्ज मुकदमे से रखी गई थी। इस मामले में चार्जशीट दाखिल होने के बाद ईडी ने संज्ञान लिया। पूर्व सांसद मेनका गांधी की संस्था पीपुल फॉर एनिमल्स (पीएफए) के सदस्य गौरव गुप्ता ने दो नवंबर को पुलिस और वन विभाग की टीम की मदद से पांच सपेरों को पकड़ा था।

इसी मामले में एल्विश यादव समेत छह लोगों के खिलाफ थाना सेक्टर-49 में मुकदमा दर्ज किया गया था। हालांकि, पुलिस ने अब तक फाजिलपुरिया को आरोपी नहीं बनाया है। गौरव गुप्ता ने पुलिस में शिकायत की थी कि एल्विश यादव सांप का जहर और जिंदा सांपों के साथ नोएडा-एनसीआर के फार्म हाउसों में अपने गिरोह के अन्य सदस्यों के साथ वीडियो शूट कराता है। वह गैरकानूनी तरीके से रेव पार्टियां भी आयोजित कराता है। उन्होंने मुखबिर के जरिये एल्विश से संपर्क साधा तो उसने अपने एजेंट राहुल का नंबर दिया।

राहुल से एल्विश का नाम लेकर बात की गई तो वह पार्टी करने को तैयार हो गया। उसे साथियों के साथ दो नवंबर 2023 को सेक्टर-51 के सेवरोन बैंक्वेट हॉल आने को कहा गया। राहुल और उसके गिरोह के बाकी सदस्यों ने आने के बाद सांप दिखाए, जिसके बाद नोएडा पुलिस और वन विभाग के अधिकारियों ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। कुछ दिन बाद पांचों आरोपियों को जमानत मिल गई थी, जबकि एल्विश ने खुद पर लगे आरोपों को नकार दिया था। इसके बाद 17 मार्च 2024 को पुलिस ने पूछताछ के लिए एल्विश को नोएडा बुलाया और गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।

हालांकि, कुछ दिन बाद एल्विश को जमानत मिल गई थी। कुछ दिन बाद पुलिस ने एल्विश के दो साथियों ईश्वर और विनय यादव को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। एडीसीपी मनीष कुमार मिश्र ने बताया कि इस मामले में आरोपपत्र न्यायालय में दाखिल हो चुका है। केंद्रीय एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय ने नोएडा पुलिस द्वारा एल्विश और उससे जुड़े लोगों के खिलाफ दर्ज एफआईआर और चार्जशीट का संज्ञान लेने के बाद मई में मामला दर्ज किया था। हरियाणा के सिंगर राहुल यादव उर्फ राहुल फाजिलपुरिया के एल्विश यादव से संबंध होने पर उससे भी ईडी ने इस मामले में पूछताछ की थी।

बिना अनुमति सांपों का इस्तेमाल किया

वर्ष 2023 में एल्विश यादव और फाजिलपुरिया का गीत 32 बोर लांच हुआ था। गाने की शूटिंग में सांपों का इस्तेमाल किया गया। सोशल साइट्स पर गाने की तस्वीरें खूब वायरल हुईं। गाने में करीब 20 सांपों का इस्तेमाल किया गया। दावा किया गया था कि इस गाने में छह सांप दुर्लभ प्रजाति के थे। पीपुल फॉर एनिमल्स ने आपत्ति जताते हुए गुरुग्राम पुलिस को भी शिकायत दी थी। संस्था के सदस्य सौरभ गुप्ता की तरफ से दी गई शिकायत में कहा गया था कि फाजिलपुरिया और एल्विश यादव ने बिना अनुमति गाने में सांपों का व्यावसायिक तरीके से इस्तेमाल किया है।

नोएडा पुलिस ने नोटिस भेजकर बुलाया था

नोएडा पुलिस ने नवंबर 2023 में एल्विश को नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाया था। रात में कुछ घंटे पूछताछ के बाद छोड़ दिया था। एफएसएल जांच के लिए जयपुर भेजे सांपों के जहर की रिपोर्ट आने के बाद पुलिस ने मार्च में एल्विश यादव को गिरफ्तार किया था। इसके बाद पुलिस ने अप्रैल में चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की थी, जिसमें सांपों की स्मगलिंग व रेव पार्टी का आरोप था।

डाटा रिकवर करने के लिए तीन मोबाइल लैब में भेजे

एल्विश यादव और उसके दो साथी ईश्वर और विनय को मार्च में गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने इन तीनों के मोबाइल फोन गाजियाबाद के निवाणी स्थित फॉरेंसिक लैब भेजे थे। पुलिस का दावा था कि तीनों ने मोबाइल से चैट के अलावा कई तस्वीरें और वीडियो डिलीट किए थे, जिन्हें रिकवर कराया जाना बेहद जरूरी है। हालांकि, अभी तक तीनों मोबाइल फोन की फॉरेंसिक रिपोर्ट पुलिस को नहीं मिली है।

शिकायतकर्ता ने धमकी मिलने का आरोप लगाया

एल्विश यादव के खिलाफ केस दर्ज कराने वाले गौरव गुप्ता का कहना है कि पिछले वर्ष आरोपियों को रंगे हाथ नोएडा पुलिस को सौंपा था। इस मामले में वह और उनके भाई सौरभ गुप्ता गवाह भी हैं। केस दर्ज कराने के बाद उन्हें धमकी मिलीं, पीछा किया गया और संस्था को बदनाम करने की कोशिश भी की गई, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। कानून के रास्ते पर चलकर केस को अंजाम तक पहुंचाया जाएगा।

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