दिल्ली में बिजली की मांग ने तोड़ा तीन साल का रिकॉर्ड, पहली बार अप्रैल में इतनी बढ़ी डिमांड
इससे पहले 2022 में 28 अप्रैल को अधिकतम मांग 6,050 मेगावाट थी। इसके अलावा 28 अप्रैल के दिन अधिकतम मांग 2024 में 4,994 मेगावाट और 2023 में 4,428 मेगावाट थी। दिल्ली में सोमवार को अधिकतम तापमान 40.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।

दिल्ली में बिजली की अधिकतम मांग सोमवार को इस मौसम में पहली बार 6,000 मेगावाट को पार कर गई। बिजली वितरण कंपनियों (डिस्कॉम) के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। दिल्ली के स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में बिजली की अधिकतम मांग 28 अप्रैल को दोपहर 3.30 बजे 6,015 मेगावाट तक पहुंच गई। यह आंकड़ा पिछले तीन साल में सबसे ज्यादा है। इससे पहले 2022 में 28 अप्रैल को अधिकतम मांग 6,050 मेगावाट थी।
इसके अलावा 28 अप्रैल के दिन अधिकतम मांग 2024 में 4,994 मेगावाट और 2023 में 4,428 मेगावाट थी। दिल्ली में सोमवार को अधिकतम तापमान 40.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।
वितरण कंपनी बीएसईएस के प्रवक्ता ने कहा कि बीआरपीएल (बीएसईएस राजधानी पावर लि.) और बीवाईपीएल (बीएसईएस यमुना पावर लि.) ने अपने वितरण क्षेत्रों में क्रमश: 2590 मेगावाट और 1290 मेगावाट की मांग को सफलतापूर्वक पूरा किया। उन्होंने कहा कि 2,100 मेगावाट हरित बिजली गर्मियों के दौरान दिल्ली में सुचारू आपूर्ति सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड (टीपीडीडीएल) के प्रवक्ता ने कहा कि बढ़ते तापमान के बीच कंपनी ने 1817 मेगावाट की अधिकतम मांग को सफलतापूर्वक पूरा किया, जो अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है। दिल्ली में 2025 की गर्मियों के दौरान बिजली की अधिकतम मांग पहली बार 9,000 मेगावाट तक पहुंच सकती है।
बीएसईएस के प्रवक्ता ने कहा कि बिजली वितरण कंपनियां दक्षिण, पश्चिम, पूर्व और मध्य दिल्ली के 50 लाख से अधिक उपभोक्ताओं की मांग को पूरा करने के लिए भरोसेमंद बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि बीएसईएस ने कई राज्यों के साथ बिजली की व्यवस्था की है, जहां से वितरण कंपनियों को गर्मियों के महीनों के दौरान 500 मेगावाट तक बिजली मिलेगी। टाटा पावर डीडीएल ने कहा कि कंपनी बिना किसी कटौती के निर्बाध रूप से बिजली की आपूर्ति के लिए तैयार है।