वोटर कार्ड दिखा केजरीवाल ने कहा था काट दिया गया नाम, चुनाव आयोग ने दावे को बताया गलत
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पिछले दिनों दावा किया था कि मतदाता सूची पुनरीक्षण के दौरान मतदाताओं के नाम हटाए जा रहे हैं। इसे लेकर उन्होंने चुनाव आयोग से शिकायत की थी। जिसकी जांच के बाद आयोग ने मंगलवार को जवाब दिया है।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पिछले दिनों दावा किया था कि मतदाता सूची पुनरीक्षण के दौरान मतदाताओं के नाम हटाए जा रहे हैं। इसे लेकर उन्होंने चुनाव आयोग से शिकायत की थी। जिसकी जांच के बाद आयोग ने मंगलवार को जवाब दिया है। आयोग का कहना है कि केजरीवाल ने जिस वोटर का नाम मतदाता सूची से हटाए जाने का दावा किया था, उस नाम के मतदाता का कोई रिकॉर्ड नहीं मिला है। यदि इसे लेकर पूरी जानकारी दी जाती है तो इस मामले को ठीक तरह से निपटाया जा सकता है।
आयोग ने कहा, 'किदवई नगर की मतदाता सूची की जांच करने पर, हटाए गए या मौजूदा मतदाताओं में चंद्रा (रिश्तेदार नाम एम. रघु) नामक मतदाता का कोई रिकॉर्ड नहीं मिला। इसके अतिरिक्त, 49096 पर समाप्त होने वाले ईपीआईसी नंबर का पता नहीं लगाया जा सका। यदि डीईओ नई दिल्ली कार्यालय को पूरी जानकारी दी की जाती है, तो ईसीआई दिशानिर्देशों के अनुसार इस मामले को सही ढंग से निपटाया जा सकता है। इसके अलावा, मतदाता सूची से किसी भी मतदाता का नाम केवल तभी हटाया जाता है जब कोई आपत्तिकर्ता फॉर्म 7 भरता है, और फॉर्म को ईसीआई मानदंडों के अनुसार प्रोसेस किया जाता है।'
आप ने क्या किया था दावा
आम आदमी पार्टी के संयोजक केजरीवाल ने दावा किया था कि ‘महिला सम्मान योजना’ का रजिस्ट्रेशन शुरू करते समय एक बहन ने मुझे बताया कि उनका वोट कटवा दिया गया है। उन्होंने वीडियो शेयर कर लिखा था, 'आज जब हम ‘महिला सम्मान योजना’ का रजिस्ट्रेशन शुरू करने गए तो एक बहन ने मुझे बताया कि किसी ने उनका वोट कटवा दिया। हम उनका वोट फिर से बनवा देंगे। लेकिन मैं दिल्ली की अपनी सभी माताओं बहनों से कहना चाहता हूं कि आप सभी अपना वोट चेक कर लें। हर महीने 2100 लेने के लिए वोटर लिस्ट में नाम होना जरूरी है।'
वोट काटने के सबूत आयोग को सौंपे
दिल्ली में वोट कटवाने का आरोप लगाने के बाद 11 दिसंबर को आप ने चुनाव आयोग में अपनी शिकायत दर्ज कराई थी। आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में पार्टी प्रतिनिधिमंडल ने आयोग को शिकायत के साथ तीन हजार पन्नों में मतदाताओं की सूची भी सौंपी थी। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में केजरीवाल ने कहा था कि भाजपा दिल्लीवालों के वोट कटवाकर उन्हें मिले अधिकार को छीनना चाहती है।