गुरुग्राम की रियल एस्टेट कंपनी की करोड़ों की संपत्ति कुर्क, मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ED की बड़ी कार्रवाई
ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में गुरुग्राम के एक रियल एस्टेट कंपनी पर बड़ी कार्रवाई की। जांच एजेंसी ने कंपनी की करोड़ों रुपए की संपत्ति कुर्क की। कंपनी और उसके प्रमोटरों पर निवेशकों से धोखाधड़ी करने का आरोप है।
ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में गुरुग्राम के एक रियल एस्टेट कंपनी पर बड़ी कार्रवाई की। जांच एजेंसी ने कंपनी की करोड़ों रुपए की संपत्ति कुर्क की। कंपनी और उसके प्रमोटरों पर निवेशकों से धोखाधड़ी करने का आरोप है।
ईडी ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा कि उसने मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत गुरुग्राम स्थित रियल एस्टेट समूह वाटिका लिमिटेड की 68 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति कुर्क की है। कंपनी पर भविष्य की परियोजनाओं में धन जमा करने वाले निवेशकों से धोखाधड़ी करने का आरोप है।
बयान में कहा गया कि गुरुग्राम स्थित रियल एस्टेट समूह वाटिका लिमिटेड, उसके प्रमोटरों अनिल भल्ला, गौतम भल्ला और अन्य के खिलाफ आपराधिक साजिश और धोखाधड़ी के आरोप में दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने 2021 में एफआईआर किया था। इसी एफआईआर के तहत मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कार्रवाई की गई।
बयान में कहा गया है कि वाटिका लिमिटेड से संबंधित बिल्डर-निवेशक मामले में 68.59 करोड़ रुपए मूल्य की 27.36 एकड़ कृषि भूमि सहित नौ अचल संपत्तियों को कुर्क करने के लिए गुरुवार को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत आदेश जारी किया गया था।
ईडी ने दावा किया कि उसकी जांच में पाया गया कि वाटिका लिमिटेड ने भविष्य की परियोजनाओं के लिए भुगतान करने के लिए निवेशकों को लुभाया, जो परियोजनाओं के पूरा होने तक सुनिश्चित रिटर्न और लीज-रेंट रिटर्न के बदले में थी। लेकिन, बीच में ही कंपनी ने सुनिश्चित रिटर्न का भुगतान करना बंद कर दिया और संबंधित इकाइयों को नहीं सौंपा।
इसमें कहा गया है कि कंपनी ने समय-समय पर डीटीसीपी (टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग) से लाइसेंस का नवीनीकरण नहीं कराया और उक्त परियोजनाओं को समय सीमा के भीतर पूरा करने के संबंध में उचित प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया।
एजेंसी के अनुसार, 600 से अधिक निवेशकों ने कंपनी की चार परियोजनाओं में लगभग 248 करोड़ रुपए का निवेश किया था। इसका नाम गुरुग्राम में वाटिका इनक्स्ट सिटी सेंटर टॉवर डी, ई और एफ, फरीदाबाद में वाटिका माइंडस्केप्स टॉवर-सी, वाटिका टावर्स (टॉवर-सी) है।
ईडी ने कहा कि कई वर्षों (कुछ मामलों में 8 से 12 साल) के बाद भी ये परियोजनाएं या तो पूरी नहीं हुई हैं या कंपनी द्वारा स्थगित कर दी गई हैं। आज तक कंपनी द्वारा कोई कन्वेंस डीड भी क्लीयर नहीं किया गया है।