आशिक के लिए हत्यारन बनी महिला, पति का गला काट डाला; दिल्ली के फ्लैट में मिली सड़ी हुई लाश
दिल्ली के द्वारका में एक महिला ने अपने पार्टनर के साथ मिलकर पति को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया। हत्या के बाद शव को फ्लैट में छोड़कर वह फरार हो गई। बदबू आने पर लोगों ने पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद हत्या का पता चला।
दिल्ली के द्वारका में मंगलवार को एक फ्लैट में एक शख्स की लाश मिली थी, पुलिस ने इस मामले में पत्नी को गिरफ्तार किया है। बुधवार को आरोपी महिला को पकड़ लिया गया। वहीं अपराध में उसका साथ देने वाला अन्य आरोपी फरार है। 20 साल की आरोपी की पहचान काव्या राणा के तौर पर हुई है। उसने मृतक पर घरेलू हिंसा का आरोप लगाया था। वहीं मृतक उसका 24 साल का पति सचिन राणा था। पुलिस को 17 अगस्त को शव सड़ी-गली हालत में द्वारका के डाबरी इलाके में उनके किराए के घर से बरामद हुआ था।
पुलिस ने हत्या का मकसद जानने के लिए काव्या से पूछताछ की। अब तक की पूछताछ में पता चला है कि वह कथित तौर पर घरेलू हिंसा की शिकार थी और उसका एक्स्ट्रा-मैरिटल (विवाहेत्तर) अफेयर चल रहा था। पुलिस ने बताया कि हत्या में शामिल एक शख्स, जिसकी पहचान और गिरफ्तारी अभी बाकी है, 18 अगस्त की सुबह चुपके से दंपति के घर आया और कुछ घंटों बाद चला गया था।
परिवार की मर्जी के खिलाफ शादी
मूल रूप से यूपी के बागपत के रहने वाले सचिन और काव्या ने 2020 में अपने माता-पिता की मर्जी के खिलाफ शादी की थी। वे पिछले आठ महीनों से डाबरी के चाणक्य प्लेस में एक इमारत की पहली मंजिल पर रह रहे थे। सचिन जनकपुरी में एक निजी बैंक के लिए रिकवरी एजेंट के तौर पर काम करता था, जबकि काव्या गृहिणी थी। एडिशनल डिप्टी पुलिस कमिश्नर (द्वारका) निशांत गुप्ता ने बताया कि 20 अगस्त को पुलिस कंट्रोल रूम में एक हत्या को लेकर कॉल आया था।
पुलिस अधिकारी ने कहा, 'पुलिस जब मौके पर पहुंची तो पहली मंजिल पर एक व्यक्ति का सड़ा-गला शव मिला। प्रथम दृष्टया ऐसा लग रहा था कि हत्या उसकी पत्नी ने 17 या 18 अगस्त की रात को की थी, क्योंकि दोनों के बीच अक्सर लड़ाई होती रहती थी।' हालांकि, घर के सीसीटीवी फुटेज को स्कैन करने के बाद जांचकर्ताओं को घटना का सीक्वेंस का पता चला, जिससे शक हुआ कि हत्या को पूरी योजना के साथ अंजाम दिया गया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में 17 अगस्त को सचिन रात के 9 बजे घर आता नजर आया।
अज्ञात शख्स घर के अंदर गया
पुलिस ने बताया, '18 अगस्त को सुबह करीब 4 बजे काव्या नीचे आई और एक आदमी को घर के अंदर ले गई। उसने खुद को चादर से ढक रखा था। सुबह करीब 8 बजे वह यह देखने के लिए फिर नीचे आई कि मकान मालिक आसपास है या नहीं। वह फिर वापस गई, जिसके बाद वह आदमी चला गया। सुबह करीब 9 बजे काव्या को सूटकेस लेकर घर से बाहर निकलते देखा गया।' घर के मालिक दिलीप चौहान ने बताया कि काव्या 18 अगस्त की सुबह घर से निकली थी। हालांकि, वह अगली रात एक पुलिस अधिकारी और दो अन्य लोगों के साथ वापस लौटी।
बदबू आने पर पुलिस को किया फोन
चौहान ने बताया, 'काव्या ने पुलिस को बताया कि सचिन ने उसे पीटा था। जब वे घर गए तो वह बाहर से बंद था। काव्या ने कहा कि उसके पास चाबियां नहीं हैं और हो सकता है कि उसका पति भाग गया हो।' इसके बाद तीनों वहां से चले गए। 20 अगस्त को राणा के बगल में रहने वाले किराएदार ने घर से बदबू आने की शिकायत की। चौहान ने बताया, 'मुझे भी बदबू आई और मैंने पुलिस को फोन किया।' जब पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो देखा कि सचिन का सिर कटा शव बेडरूम के फर्श पर पड़ा था। पुलिस ने बताया कि धड़ पर कपड़े नहीं थे और पैरों पर चादर थी। वही चादर जो अज्ञात व्यक्ति ने ओढ़ी हुई थी। इसके बाद पुलिस ने काव्या को बुलाया और उसी शाम उसने सरेंडर कर दिया।