दिल्ली में बेकाबू प्रदूषण पर पाबंदियों का प्रहार, ग्रैप-3 लागू; किन-किन चीजों पर रहेगी रोक
Grap-3 Restrictions: दिल्ली में घने कोहरे और प्रदूषण के चलते दिक्कतें बढ़ती ही जा रही हैं। लगातार दूसरे दिन भी प्रदूषण गंभीर श्रेणी में बना रहा। सुबह दृश्यता के स्तर में 300 मीटर की गिरावट दर्ज की गई। बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली में ग्रैप तीन की सख्तियां लागू की गई हैं।
दिल्ली में घने कोहरे और प्रदूषण के चलते दिक्कतें बढ़ती ही जा रही हैं। लगातार दूसरे दिन भी प्रदूषण गंभीर श्रेणी में बना रहा। सुबह दृश्यता के स्तर में 300 मीटर की गिरावट दर्ज की गई। सफदरजंग में यह स्तर 700 मीटर दर्ज किया गया। बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली में ग्रैप तीन की सख्तियां लागू की गई हैं।
राजधानी का एक्यूआई गुरुवार शाम चार बजे 424 तक पहुंच गया। यही नहीं, 24 स्थानों पर वायु गुणवत्ता सूचकांक गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया। इनमें आनंद विहार, नेहरू नगर, द्वारका सेक्टर-8, मुंडका, पटपड़गंज, पंजाबी बाग, आरकेपुरम, विवेक विहार , जहांगीरपुरी, मेजर ध्यानचंद, मंदिर मार्ग सहित अन्य इलाके हैं। वहीं, मौसम विभाग ने बताया कि शुक्रवार को भी घना कोहरा छाए रहने की संभावना है।
शनिवार से राहत की उम्मीद
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने प्रदूषण के बिगड़ते हालात के लिए हवा की कम गति और तापमान में गिरावट को जिम्मेदार ठहराया। राय ने कहा कि दो दिनों में मौसम के मिजाज में बदलाव आया है। शुक्रवार और शनिवार के बीच हवा की गति बढ़ने की उम्मीद है, जो छह से 12 किलोमीटर प्रतिघंटे तक पहुंच जाएगी और इससे प्रदूषण के स्तर को कम करने में मदद मिलेगी।
इस्तीफा दें पर्यावरण मंत्री
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विरेंद्र सचदेवा ने कहा कि राजधानी में हालात खराब हैं। राजपथ जैसे इलाकों में एक्यूआई 400 के पार है। पर्यावरण मंत्री को जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देना चाहिए।
धूल उड़ाने पर सख्ती
निर्माण गतिविधियां बंद
मिट्टी की खुदाई और भराई। सभी विध्वंस कार्य। बड़ी वेल्डिंग और गैस कटिंग कार्य बंद रहेंगे। पेंटिंग, पॉलिशिंग और वार्निशिंग कार्य, सीमेंट और प्लास्टर के कार्य, टाइल्स, पत्थर और अन्य फर्श सामग्री का कटाई, ग्राइंडिंग और स्थापना, जलरोधक कार्य (केमिकल जलरोधक को छोड़कर),सड़क निर्माण कार्य और बड़े मरम्मत कार्य पूरी तरह से एनसीआर में बंद रहेंगे।
प्राथमिक कक्षाएं
एनसीआर के राज्य सरकारें और दिल्ली सरकार यह फैसला ले सकती हैं कि कक्षा पांच तक के बच्चों की स्कूलों में कक्षाएं बंद कर ऑनलाइन मोड में जारी की जाएं।
पत्थर नहीं तोड़ सकते
पत्थर तोड़ने का कार्य पूरे एनसीआर में बंद किया जाएगा।
खनन गतिविधि
एनसीआर में सभी प्रकार की खनन और संबंधित गतिविधियां पूरी तरह बंद की जाएंगी। साथ ही, भारी यातायात वाले क्षेत्रों, हॉटस्पॉट और सड़कों पर रोजाना पानी और धूल को नियंत्रित करने के लिए रसायनों का छिड़काव किया जाएगा।
सड़कों की सफाई
सड़कों पर मशीनों से की जाने वाली सफाई को बढ़ाया जाएगा। अंदरूनी सड़कों को नियमित साफ किया जाएगा। इसके आलवा, सार्वजनिक परिवहन सेवाओं को बढ़ावा दिया जाएगा और व्यस्ततम घंटों के अलावा यात्रा को प्रोत्साहित करने के लिए भिन्न दरें लागू की जाएंगी।
वाहनों के धुएं पर नजर
निजी वाहन
बीएस 3 पेट्रोल और बीएस 4 डीजल वाहनों पर दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद, और गौतम बुद्ध नगर में प्रतिबंध लागू किया जाएगा। आवश्यक वस्तुएं और सेवाएं प्रदान कर रहे वाहनों को छोड़कर दिल्ली में बीएस 3 मानक या उससे नीचे के दिल्ली-पंजीकृत डीजल संचालित मध्यम मालवाहक वाहनों पर सख्त प्रतिबंध लगाया जाएगा।
कमर्शियल वाहन
आवश्यक वस्तुओं को छोड़कर दिल्ली में बाहरी राज्यों से बीएस-3 और उससे नीचे के डीजल संचालित लाइट कमर्शियल वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा। एनसीआर के राज्यों से केवल ईवी, सीएनजी, और बीएस 4 डीजल बसों को दिल्ली में प्रवेश की अनुमति होगी। दिल्ली से सटी सीमाओं पर सख्ती बरतते हुए ऐसे वाहनों पर नजर रहेगी।
नागरिकों से अपील
●वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने नागरिकों से ग्रेप के निर्देशों का पालन करने की अपील की है।
●छोटे सफर के लिए पैदल चलें या साइकिल का उपयोग करें
●प्रदूषण न फैलाने वाले परिवहन का चुनाव करें और यात्रा साझा करें
●संभव हो तो घर से काम करने का विकल्प अपनाएं
●हीटिंग के लिए कोयले और लकड़ी का उपयोग न करें
●सुरक्षा कर्मियों के लिए इलेक्ट्रिक हीटर की व्यवस्था करें
●अपनी यात्रा को संयोजित करें और अनावश्यक सफर से बचें
रोज 20 अतिरिक्त चक्कर
दिल्ली मेट्रो ने ग्रेप 3 को देखते हुए मेट्रो के 20 अतिरिक्त फेरे लगाने का फैसला किया है। मेट्रो का कहना है कि हम पहले से ही 40 अतिरिक्त फेरे लगा रहे हैं। यह ग्रेप 2 लागू होने के साथ शुरू हुआ था। अब ग्रेप तीन लागू होने के बाद 20 और अतिरिक्त फेरे बढ़ा रहे हैं, जिससे कुल 60 अतिरिक्त फेरे लगेंगे। बताते चले दिल्ली में सामान्य दिनों में मेट्रो रीजन 4500 फेरे लगाती है।