दिल्ली-NCR में बेकाबू प्रदूषण से बिगड़े हालात, ग्रैप-4 की पाबंदियां बेअसर; अगले 3-4 दिन नहीं मिलेगी राहत
Delhi Air Pollution: दिल्ली-एनसीआर गंभीरतम प्रदूषण की चपेट में है। हालात ऐसे हैं कि प्रदूषण रोकने में ग्रैप-4 की पाबंदियां भी बेअसर हो रही हैं। मंगलवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 460 रहा।
दिल्ली-एनसीआर गंभीरतम प्रदूषण की चपेट में है। हालात ऐसे हैं कि प्रदूषण रोकने में ग्रैप-4 की पाबंदियां भी बेअसर हो रही हैं। मंगलवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 460 रहा। प्रतिबंध के बाद भी पंजाब में पराली और दिल्ली में कूड़ा जलाने के मामले सामने आए हैं। पंजाब में सोमवार को पराली जलाने के 1,251 मामले सामने आए हैं।
राजधानी की हवाओं में सामान्य से चार गुना ज्यादा प्रदूषण है। हवा में पीएम 10 का स्तर 100 और पीएम 2.5 का स्तर 60 होने पर उसे स्वास्थ्यकारी नहीं माना जाता है। सीपीसीबी के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में मंगलवार शाम चार बजे पीएम 10 का स्तर 441 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर और पीएम 2.5 का औसत स्तर 309 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर पर रहा। यानी हवाओं में मानक से चार गुना ज्यादा प्रदूषण है।
बीमार कर रहा प्रदूषण
गंभीर प्रदूषण के कारण बड़ी संख्या में लोगों को सांस लेने में परेशानी, खांसी, कफ, आंखों में जलन, नाक और गले में खराश जैसी समस्याएं हो रही हैं।
अभी राहत नहीं
दिल्ली के लोगों को अभी प्रदूषित हवा से राहत मिलने की उम्मीद नहीं हैं। अगले तीन-चार दिनों के बीच हवा की औसत गति 10 किमी प्रतिघंटे से कम रहेगी। इसके चलते प्रदूषक कणों का बिखराव धीमा रहेगा। इससे दिल्ली की हवा गंभीर या बेहद खराब श्रेणी में रह सकती है।
कोहरे के कारण दृश्यता प्रभावित हुई
आसमान में प्रदूषण की गहरी परत छाई है, इससे दृश्यता प्रभावित हुई है। मंगलवार को दिल्ली आने वाली 86 ट्रेन घंटों देरी से पहुंचीं। कोहरे के कारण ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे पर मंगलवार सुबह ट्रक, कैंटर और बस की भिड़ंत हो गई। इस हादसे में 17 यात्री घायल हो गए। वहीं इंदिरापुरम में दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पार करते समय हादसे में युवक की मौत हो गई। हादसे के बाद कई वाहन शव को रौंदते गए।