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दिल्ली-NCR बड़ी ठगी, 18 दिन तक बुजर्ग को रखा डिजिटल अरेस्ट; लाखों की ठगी

  • राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आने वाले फरीदाबाद में ठगों ने बड़ी ठगी को अंजाम दिया है। यहां ठगों ने एक बुजुर्ग रिटायर व्यक्ति को लगभग 18 दिनों तक डिजिटल अरेस्ट करके रखा और 40 लाख रुपए से ज्यादा की ठगी कर ली।

Mohammad Azam लाइव हिन्दुस्तानSun, 19 Jan 2025 05:41 AM
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दिल्ली-एनसीआर के फरीदाबाद में ठगी का एक बड़ा मामला सामना आया है। केंद्रीय श्रम मंत्रालय से सेवानिवृत्त एक महिला अधिकारी को डिजिटल अरेस्ट कर साइबर ठगों ने 40 लाख रुपये ठग लिए। आरोपियों ने उन्हें पिछले साल नवंबर में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में 18 दिन तक वीडियो कॉल पर बनाए रखा। मामला अब दर्ज हुआ है। 60 वर्षीय पीड़िता सूरजकुंड थाना क्षेत्र में परिवार के साथ रहती हैं। वह केंद्रीय श्रम मंत्रालय में अधिकारी के पद पर रह चुकी हैं।

ट्राई के नाम से किया कॉल : पुलिस को दी शिकायत में पीड़िता ने बताया कि बीते दिनों उनके मोबाइल फोन पर एक अनजान नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले अपने आपको भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) का प्रतिनिधि बताया। साथ ही कहा कि उनके आधार कार्ड से मुंबई के कैनरा बैंक में एक बैंक खाता खुला है। उससे अवैध रूप से रुपये का भुगतान और निकासी की जा रही है।

आरोपियों ने गिरफ्तारी का वारंट भी भेजा : साइबर ठगों ने बुजुर्ग महिला को मुंबई पुलिस की ओर से कॉल का झांसा दिया और व्हाट्सऐप पर वीडियो कॉल कर बैंक खाते से लेनदेन संबंधित कागजात दिखाए। उसने व्हाट्सऐप पर गिरफ्तारी का वारंट भी भेजा। वीडियो कॉल हमेशा ऑन रहने देने के लिए कहा गया।

आरोपियों से पूछकर ही कॉल से हट पाती थीं

पीड़िता के अनुसार नित्य व किसी जरूरी कार्य के लिए भी उन्हें आरोपियों से अनुमति लेनी पड़ती थी। गिरफ्तारी के डर से पीड़िता ने बैंक जाकर आरोपियों के खाते में 40 लाख रुपये भेजे।

तनाव के चलते शिकायत ही नहीं कर सकीं

पीड़ित महिला का कहना है आरोपियों ने अपने व्हाट्सऐप की डीपी पर मुंबई पुलिस का लोगो लगाया हुआ था। डिजिटल अरेस्ट के 18वें दिन उन्होंने देखा कि व्हाट्सऐप की डीपी से मुंबई पुलिस की डीपी को बार-बार हटाया जा रहा है और जोड़ा जा रहा है। इस पर उन्हें कुछ शक हुआ। ठगी के बाद वह तनाव में आ गई थीं, क्योंकि 40 लाख रुपये उन्होंने बेटी की बेहतर भविष्य बनाने के लिए एक जमीन बेचकर अपने बैंक खाते में रखी हुई थी। महिला ने बताया कि इस बाबत उन्होंने मनोचिकित्सक से भी सलाह ली। डॉक्टर की सलाह पर तनाव मुक्त होने के बाद उन्होंने शिकायत दी।

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