MCD स्टैंडिंग कमेटी के छठे सदस्य के चुनाव को सुप्रीम चुनौती, दिल्ली की मेयर ने खटखटाया SC का दरवाजा
एमसीडी स्टैंडिंग कमेटी के एक सदस्य के चुनाव में ‘आप’ के बहिष्कार के बाद भाजपा पार्षद सुंदर सिंह तंवर ने जीत हासिल की थी। स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव में 115 पार्षदों ने ही हिस्सा लिया, जबकि सदन में वर्तमान में 249 पार्षद हैं।
दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) की मेयर शैली ओबेरॉय ने शुक्रवार को हुए एमसीडी स्टैंडिंग कमेटी के छठे सदस्य के चुनाव को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। आम आदमी पार्टी (आप) द्वारा मतदान का बहिष्कार किए जाने के चलते चुनाव में भाजपा ने स्टैंडिंग कमेटी की अंतिम सीट पर जीत हासिल की है।
'आप' नेता और दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने भी शनिवार को भाजपा पर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाते हुए दावा किया था कि एमसीडी स्टैंडिंग कमेटी में एक सदस्य का चुनाव ‘गैरकानूनी और अलोकतांत्रिक’ था। आतिशी ने कहा था कि ‘आप’ शुक्रवार को हुए चुनाव के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी। आतिशी ने भाजपा को एमसीडी को भंग कराने और यह देखने के लिए चुनावों में ‘आप’ का मुकाबला करने की चुनौती दी कि लोग नगर निगम में किस पार्टी को चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि देश संविधान और कानून से चलता है, गुंडागर्दी से नहीं। इसलिए भाजपा को लोकतंत्र की हत्या बंद करनी चाहिए। आतिशी ने कहा कि स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य का चुनाव दिल्ली नगर निगम (डीएमसी) अधिनियम, 1957 का उल्लंघन कर किया गया।
भाजपा पार्षद सुंदर सिंह तंवर स्थायी समिति के सदस्य चुने गए
वार्ता के अनुसार, एमसीडी स्टैंडिंग कमेटी के एक सदस्य के चुनाव में ‘आप’ के बहिष्कार के बाद भाजपा पार्षद सुंदर सिंह तंवर ने जीत हासिल की थी। स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव में 115 पार्षदों ने ही हिस्सा लिया, जबकि सदन में वर्तमान में 249 पार्षद हैं। ‘आप’ पार्षदों ने इस चुनाव का बहिष्कार किया था, जबकि कांग्रेस ने पहले ही चुनाव से दूर रहने की घोषणा कर दी थी। अब स्टैंडिंग कमेटी में भाजपा को बहुमत प्राप्त हो गया है। कमेटी के 18 सदस्यों में भाजपा के 10 और ‘आप’ के 8 सदस्य हैं।
उल्लेखनीय है कि लोकसभा सांसद चुने जाने के बाद कमलजीत सेहरावत ने एमसीडी स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य पद से इस्तीफा दे दिया था। उनके इस्तीफे के बाद खाली हुए एक पद को भरने के लिए यह चुनाव कराया गया था।
इससे पहले मेयर शैली ओबेरॉय ने निगम कमिश्नर अश्विनी कुमार को इसे स्थगित करने का निर्देश दिया ताकि पूर्व के निर्देशों के अनुसार 5 अक्टूबर को चुनाव कराया जा सके। पार्षदों की तलाशी को लेकर गुरुवार को हुए हंगामे के बाद मेयर ने स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव को 5 अक्टूबर तक के लिए स्थगित कर दिया था। बाद में हालांकि, उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने चुनाव स्थगित करने के फैसले को पलट दिया और निगम कमिश्नर को शुक्रवार को दोपहर 1 बजे चुनाव कराने का निर्देश दिया था।