करोलबाग बिल्डिंग हादसे की जांच के आदेश, 4 की मौत, आतिशी की दिल्ली वासियों से यह अपील
दिल्ली के करोल बाग में बुधवार को एक पांच मंजिली इमारत गिर गई जिसके मलबे में दबकर चार लोगों की मौत हो गई जबकि 14 अन्य घायल हो गए। दिल्ली की मंत्री आतिशी ने हादसे के कारणों की जांच के आदेश दिए हैं।
दिल्ली के करोल बाग के बापा नगर में बुधवार को एक पांच मंजिली इमारत भरभराकर गिर गई। इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई जबकि 14 अन्य घायल हो गए। हादसा सुबह हुआ। इससे बगल की इमारत को भी नुकसान पहुंचा है। स्थानीय पुलिस और दिल्ली फायर सर्विस जैसी अन्य एजेंसियों द्वारा बचाव अभियान शुरू किया गया और बाद में एनडीआरएफ को भी बुलाया गया। कुल 18 लोगों को बचाकर अस्पताल पहुंचाया गया। उनमें से 4 को अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया, जबकि 2 की हालत गंभीर बनी हुई है। अभी 11 घायलों का इलाज चल रहा है जबकि 1 को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है।
आतिशी ने लोगों से की अपील
मृतकों की पहचान अमन (12), मुकीम (25), मुजीब (18), मोसिन (26) के रूप में हुई है। सभी यूपी के रामपुर जिले के खातानगर गांव के मूल निवासी बताए जाते हैं। मुकीम, मुजीब और मोसिन महिलाओं की चप्पल बनाने का काम करते थे। अमन उनसे मिलने आया था। वह इस इमारत में नहीं रहता था। पुलिस ने कहा कि बीएनएस की धारा 106, 290 के तहत कानूनी कार्रवाई कर रही है। घटना की जांच की जा रही है। इस बीच दिल्ली की मंत्री आतिशी ने जिला मजिस्ट्रेट को पीड़ितों को हर संभव मदद मुहैया कराने के निर्देश दिए। आतिशी ने लोगों से अपील की कि भविष्य में ऐसी किसी भी घटना की आशंका के बारे में सरकार को सूचित करें।
हादसे के कारणों का पता लगाने के निर्देश
आतिशी ने एक्स पर लिखा, ‘मैंने जिला मजिस्ट्रेट को आदेश दिया है कि वहां रहने वाले लोगों और पीड़ितों को हर संभव मदद मुहैया कराई जाए। घायलों का इलाज कराया जाए। इस हादसे के कारणों का पता लगाया जाए। मैंने नगर निगम के मेयर से भी दुर्घटना के बारे में बात की है। मेरी सभी दिल्लीवासियों से अपील है कि यदि निर्माण से जुड़ी किसी भी दुर्घटना की आशंका है तो तुरंत प्रशासन और निगम को सूचित करें, सरकार तुरंत आपकी मदद करेगी।’
खतरनाक इमारतों के ऑडिट की मांग
वहीं घटना के बाद लोगों ने खतरनाक इमारतों के लगातार ऑडिट करने की मांग की है। आरडब्ल्यूए के प्रतिनिधियों ने कहा है कि दिल्ली में इमारतों के ढांचागत निर्माण की ऑडिट होनी चाहिए, जिससे कि इमारत के सुरक्षित होने के बारे में पता लगाया जा सके। इसके लिए विभिन्न विभागों की एक टीम गठित होनी चाहिए। आरडब्ल्यूए के प्रतिनिधि अतुल गोयल ने कहा कि निगम को खतरनाक इमारतों का सर्वे मई में बेहतर तरीके से पूरा करना चाहिए। इसके लिए एक ऑडिट रिपोर्ट भी बनाई जाए। इसकी सूचना निगम की वेबसाइट में डाली जाए।
इस वर्ष इन जगहों पर गिरी हैं इमारतें
1- जून में चांदनी चौक के चूड़ीवालान में 200 वर्ष से अधिक पुरानी मस्जिद गिर गई थी।
2- जून में ही चांदनी चौक के चरखेवालान इलाके में भी एक इमारत का बड़ा हिस्सा गिर गया था।
3- इसी वर्ष अप्रैल में पूर्वी दिल्ली के कल्याणपुरी इलाके में एक इमारत गिर गई थी।
नियमित होता है खतरनाक इमारतों का सर्वे : निगम
निगम के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एक अप्रैल से 15 जुलाई के दौरान दिल्ली में 29 लाख से अधिक इमारतों का सर्वे किया गया। इनमें से चार इमारतें खतरनाक श्रेणी में पाई गई। इन्हें ध्वस्त करने का नोटिस जारी किया गया है। खतरनाक इमारतों का पता चलने पर उन्हें तुरंत खाली कराकर ध्वस्त करने का नोटिस जारी करते हैं। इमारत के मालिक को इसे ध्वस्त करने के लिए बोला जाता है। निगम की तरफ से नियमित रूप से दिल्ली में खतरनाक इमारतों का सर्वे सुनिश्चित किया जाता है।
हमारी मांग को नजरअंदाज किया गया: भाजपा
दिल्ली भाजपा प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने करोल बाग की घटना को लेकर सत्ता पक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि मेयर ने खतरनाक इमारतों के सर्वेक्षण के लिए हमारी बार-बार की गई मांगों को नजरअंदाज किया है। अब बापा नगर में हुई इमारत गिरने की घटना के लिए वह जिम्मेदार हैं। सिटी सदर पहाड़गंज और पश्चिमी विस्तार क्षेत्र (डब्ल्यूईए) करोल बाग में खतरनाक इमारतों का सर्वे करने के लिए लगातार कहा गया। इन क्षेत्रों में निवासियों को इमारतों के मरम्मत करने और खतरनाक इमारत मिलने पर उन्हें खाली करने के नोटिस जारी करने की मांग की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। निगम मृतकों के परिवार को एक करोड़ रुपये और प्रत्येक घायल को पांच-पांच लाख रुपये मुआवजा दे।
लोगों के हित में काम कर रहा निगम: आप
आम आदमी पार्टी के कर्मपुरा से पार्षद और करोल बाग जोन की वार्ड समिति के अध्यक्ष राकेश जोशी ने भाजपा के आरोपों पर पलटवार किया। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि 15 वर्षों से भाजपा निगम में सत्ता में थी। इस दौरान भाजपा ने दिल्ली में निगम की प्रशासनिक व्यवस्था को तहस-नहस कर दिया। अब आम आदमी पार्टी ने निगम की कार्यप्रणाली और प्रशासनिक व्यवस्था और कामकाज को बेहतर तरीके से संभाला है। लोगों के हितों में लगातार निगम काम कर रहा है। करोल बाग जोन के उपायुक्त को इस जोन में सभी खतरनाक इमारतों के नए सर्वे जल्द करने के लिए निर्देश दिए गए हैं। खतरनाक इमारतों का लगातार निरीक्षण करने के लिए भी निर्देश दिए गए हैं।
(न्यूज एजेंसी एएनआई के इनपुट के साथ कंपाइल रिपोर्ट)
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