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200 मीटर में दो जगह धंसी सड़क, गुरुग्राम में पांचवी बार हीरो होंडा चौक फ्लाईओवर में गड्ढा; एक लेन बंद

दिल्ली-जयपुर हाईवे स्थित हीरो होंडा चौक फ्लाईओवर की दाईं तरफ की लेन 200 मीटर में दो जगह से धंस गई है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने इस लेन की बैरिकेडिंग करके यातायात संचालन को बंद कर दिया है।

Sneha Baluni हिन्दुस्तान, गुरुग्रामTue, 7 Jan 2025 08:05 AM
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दिल्ली-जयपुर हाईवे स्थित हीरो होंडा चौक फ्लाईओवर की दाईं तरफ की लेन 200 मीटर में दो जगह से धंस गई है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने इस लेन की बैरिकेडिंग करके यातायात संचालन को बंद कर दिया है। वहीं, इस लेन के साथ लगती एक अन्य लेन खस्ताहाल नजर आ रही है, जिसके धंसने की आशंका बनी हुई है। इस फ्लाईओवर से गुजरने वालों की परेशानी बढ़ गई है।

शुक्रवार को जयपुर से दिल्ली की तरफ हीरो होंडा चौक फ्लाईओवर के धंसने का मामला सामने आया था। गुरुग्राम पुलिस की सूचना पर एनएचएआई के अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने इस फ्लाईओवर की बैरिकेडिंग करवा दी। यातायात डायवर्जन का सूचना पट्ट लगा दिया। 200 मीटर में दो जगह से धंसे इस फ्लाईओवर में पहला गड्ढा करीब तीन गुना तीन फीट का है, जबकि दूसरा गड्ढा तीन गुना दो फीट का है। फिलहाल इन गड्ढों को एनएचएआई ने ढक दिया है।

बता दें कि साल 2017 में इस फ्लाईओवर को यातायात के लिए खोला गया था। तब से इसके क्षतिग्रस्त होने का सिलसिला शुरू हो गया। अब तक पांच बार यह हाईवे क्षतिग्रस्त हो चुका है। इस मामले में एनएचएआई के परियोजना अधिकारी आकाश पाधी ने बताया कि जांच के लिए विशेषज्ञ समिति बनाई जाएगी। उनकी रिपोर्ट के आधार पर इस फ्लाईओवर की मरम्मत की जाएगी। फ्लाईओवर की क्षतिग्रस्त लेन के साथ लगती लेन भी खस्ताहाल नजर आ रही है। इस लेन में दो जगह पर गड्ढे हो चुके हैं। इसके अलावा पांच जगह से यह सड़क कमजोर नजर आ रही है। ऐसे में इस लेन के धंसने की आशंका बनी हुई है।

अदालत में मामले की सुनवाई 14 फरवरी को होगी

आठ मई, 2019 की रात को इस फ्लाईओवर का एक बड़ा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था। 25 मई को आरटीआई कार्यकर्ता रमेश यादव की शिकायत पर थाना सेक्टर-37 पुलिस ने मामला दर्ज किया था। इस मामले में निर्माता कंपनी के चार अधिकारियों को गिरफ्तार किया था, जिसे बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया। अब इस मामले की अगली सुनवाई अदालत में 14 फरवरी को निर्धारित है। मामले में खास बात यह है कि एफआईआर होने के चार साल बाद पुलिस ने अदालत में इस मामले में चालान प्रस्तुत किया था। फिलहाल इस मामले के चारों आरोपी 30-30 हजार रुपये के मुचलके पर जमानत पर हैं। लोगों का कहना है कि समय रहत लापरवाह अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई नहीं की गई तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। इस मामले की जांच होनी चाहिए।

पांचवीं बार फ्लाईओवर क्षतिग्रस्त

हीरो होंडा चौक फ्लाईओवर की लंबाई 1400 मीटर है। अब तक यह फ्लाईओवर पांच बार धंस चुका है। पहली बार फ्लाईओवर निर्माण के एक साल के अंदर यानी 23 अप्रैल, 2018 को क्षतिग्रस्त हो गया था। दूसरी बार आठ मई, 2019 को यह फ्लाईओवर क्षतिग्रस्त हुआ। 25 मई, 2019 को एफआईआर दर्ज हुई। अक्टूबर, 2019 में फ्लाईओवर को बंद कर दिया था। 15 मीटर फ्लाईओवर के हिस्से का निर्माण दोबारा करके मार्च, 2020 में यातायात के लिए खोला गया। सितंबर, 2022 में इस फ्लाईओवर में कमी को देखते हुए जांच के लिए छह दिन के लिए बंद कर दिया था। 28 मई, 2024 को एक बार फिर यह फ्लाईओवर क्षतिग्रस्त हो गया था। दिसंबर, 2024 में फ्लाईओवर के इस हिस्से में गड्ढा हो गया था। चार जनवरी, 2025 को धंस गया।

गड्ढा होने से कोहरे में हादसे की आशंका

इस डायवर्जन के कारण सुबह और शाम के समय यातायात जाम लग सकता है, क्योंकि दाईं लेन की तरफ से आ रहे वाहन को डायवर्जन मिलने पर लेन को अचानक बदलना पड़ता है। ऐसे में सड़क हादसा होने का डर बना रहता है। इसके अतिरिक्त सुबह और शाम के समय कोहरा पड़ रहा है, जो भी सड़क हादसे का कारण बन सकता है। कोहरे में विजिबिलिटी बहुत कम हो जाती है। ऐसे में इस डायवर्जन पर कोई वाहन चढ़ सकता है।

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