दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेसवे के इन 6 स्थानों पर होते हैं अधिक हादसे, ट्रैफिक पुलिस की रिपोर्ट में खुलासा
दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेसवे के छह स्थानों पर सड़क दुर्घटनाएं ज्यादा हो रही हैं। बीते साल 2024 में दुर्घटनाओं के आंकड़ों में 41 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। ट्रैफिक पुलिस की रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है।

दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेसवे के छह स्थानों पर सड़क दुर्घटनाएं ज्यादा हो रही हैं। बीते साल 2024 में दुर्घटनाओं के आंकड़ों में 41 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। ट्रैफिक पुलिस की रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। छह स्थानों पर हादसे होने का मुख्य कारण की जांच में सामने आया है कि भारी वाहन पीछे से वाहनों में टक्कर मारते हैं। मुख्य रूप से ज्यादातर दुर्घटनाएं ऐसे ही होती हैं।
ट्रैफिक पुलिस ने ऐस हादसों में कमी लाने के लिए प्लान तैयार कर लिया गया है। हाईवे पर साइनेज बोर्ड लगाने के साथ-साथ गूगल मैप में भी वाहन चालकों को दुर्घटना प्रभावित क्षेत्र होने के बारे में अलर्ट मिलेगा, ताकि यहां पर दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके। इसके अलावा ट्रैफिक पुलिस के द्वारा भी अब सख्ती बरती जाएगी, जिससे हादसे न हों।
ये हैं हादसे वाले स्थान
रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली-जयपुर हाईवे पर छह स्थान सबसे ज्यादा असुरक्षित हैं। इनमें 32 एवेन्यू प्रवेश, राजीव चौक, हीरो होंडा चौक, खेड़की दौला चौक, आईएमटी मानेसर और बिलासपुर चौक शामिल हैं। इन छह स्थानों पर साल 2023 में 108 सड़क दुर्घटनाएं हुई थीं और इनमें 45 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, साल 2024 में 184 सड़क दुर्घटनाएं हुई थीं और उनमें 99 लोगों की मौत हुई थी। साल 2023 के मुकाबले साल 2024 में हुई सड़क दुर्घटनाओं में 41.30 फीसदी दुर्घटनाओं के आंकड़ों में बढ़ोतरी हुई। वहीं, साल 2023 के मुकाबले साल 2024 में मौत के आंकड़ों में 54.54 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। जिला प्रशासन और ट्रैफिक पुलिस द्वारा चिंता जाहिर करते हुए दुर्घटनाओं और मौत के आंकड़ों को कम करने के लिए योजना तैयार की जा रही है। जल्द ही योजना तैयार होने के बाद उस पर काम भी शुरू हो जाएगा। बता दें कि अप्रैल महीने में जिला टास्क फोर्स की बैठक में भी इस मुद्दे पर चर्चा हुई थी और मई माह में होने वाली बैठक में एक्शन टेकन रिपोर्ट भी संबंधित विभाग की तरफ से पेश की जाएगी।
बैठक में कार्रवाई के दिए गए निर्देश : हाईवे पर सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए उपायुक्त अजय कुमार की तरफ से कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए थे। ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले भारी वाहन चालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। ट्रैफिक पुलिस के साथ-साथ अन्य विभाग को भी सख्त कार्रवाई करने को कहां गया है। मई माह में होने वाली बैठक में ट्रैफिक पुलिस और अन्य विभागों के द्वारा की गई कार्रवाई की एक्शन टेकन रिपोर्ट (एटीआर) पेश करेंगे।
दोपहिया चालकों के हाेते हैं सबसे ज्यादा हादसे
दिल्ली से सटे गुरुग्राम में हर साल 800 से ज्यादा सड़क हादसे होते हैं। इनमें 400 से ज्यादा लोगों की मौतें होती हैं। सबसे ज्यादा जान दोपहिया वाहन चालकों की जाती हैं। इसके बाद साइकिल सवार और कार में सवार लोगों को जान गंवानी पड़ती है। हादसों का मुख्य कारण है तेज रफ्तार, शराब पीकर वाहन चलाने के साथ पीछे से टक्कर मारना।
हादसे कम करने का प्रयास जारी
ट्रैफिक पुलिस हाईवे पर होने वाले हादसों को कम करने के लिए प्रयास कर रही है। हाईवे पर सबसे ज्यादा जिन स्थानों पर हादसे होते हैं, वहां पर साइनेज बोर्ड लगाए जाएंगे, ताकि वाहन चालक उन चौक से संभल कर निकले। इसके अलावा लेन में नहीं चलने वाले भारी वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
-डॉ.राजेश कुमार मोहन, डीसीपी ट्रैफिक, ''हादसे कम करने के लिए ट्रैफिक पुलिस लगातार प्रयास कर रही है। एनएचएआई को भी पत्र लिखकर हादसे वाले स्थानों पर वाहन चालकों को अलर्ट करने के लिए बोर्ड लगाने के लिए पत्र लिखा गया है।''