सौरभ भारद्वाज बनाम स्मृति ईरानी? ग्रेटर कैलाश सीट के लिए विकल्पों पर विचार कर रही भाजपा : रिपोर्ट
Saurabh Bharadwaj Vs Smriti Irani : दिल्ली का चुनावी रण और भीषण होने जा रहा है। भाजपा ग्रेटर कैलाश विधानसभा सीट पर आम आदमी पार्टी (आप) के मंत्री सौरभ भारद्वाज के खिलाफ कथित तौर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को चुनाव मैदान में उतारने पर विचार कर रही है।
दिल्ली का चुनावी रण और भीषण होने जा रहा है। अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और आतिशी की घेराबंदी के बाद भाजपा ग्रेटर कैलाश विधानसभा सीट पर सौरभ भारद्वाज के खिलाफ कथित तौर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को चुनाव मैदान में उतारने पर विचार कर रही है।
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, आम आदमी पार्टी (आप) के मंत्री सौरभ भारद्वाज को एक लोकप्रिय चेहरे के रूप में देख रही भाजपा ने जीके सीट पर उम्मीदवार का नाम तय करने को कई दौर की चर्चा की है। वहीं, दिल्ली भाजपा स्मृति ईरानी को भी एक करिश्माई नेता के रूप में देख रही है, जो सौरभ भारद्वाज जैसे लोकप्रिय चेहरे को चुनौती दे सकती हैं। आईई की रिपोर्ट में कहा गया है कि ग्रेटर कैलाश सीट के लिए तीन अन्य महिला नेताओं के साथ ईरानी का नाम भी चर्चा में है।
भाजपा ने आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए अब तक 70 में से 59 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है और ग्रेटर कैलाश सीट सहित शेष सीटों पर मजबूत दावेदारों की तलाश कर रही है।
राहुल गांधी को हरा चुकी हैं स्मृति ईरानी
दिल्ली भाजपा स्मृति ईरानी को ‘आप’ सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल का मुकाबला करने के लिए एक ऐसे चेहरे के रूप में देख रही है, जो पार्टी में करिश्माई नेता की कमी को पूरा कर सकती है। स्मृति ईरानी को एक मुखर और ऊर्जावान नेता के रूप में देखा जाता है जिन्होंने 2019 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को उनके गढ़ अमेठी से हराया था।
आईई ने भाजपा के एक पदाधिकारी के हवाले से कहा, “जीके सीट हमारी चुनावी चर्चाओं के दौरान एक बहुत ही महत्वपूर्ण निर्वाचन क्षेत्र के रूप में उभरी है। भाजपा के दिल्ली चुनाव प्रभारी बैजयंत पांडा को पिछले शुक्रवार को केंद्रीय चुनाव समिति द्वारा उम्मीदवारों की सहमति लेने के लिए नियुक्त किया गया था, जिसमें दिल्ली के एक पूर्व सांसद भी शामिल थे।”
इन नामों पर भी चर्चा
रिपोर्ट के मुताबिक, पार्टी की दिल्ली कोर कमेटी ने शेष नामों को अंतिम रूप देने के लिए वरिष्ठ नेतृत्व के साथ लंबी बैठक की, जहां स्मृति ईरानी का नाम दिल्ली भाजपा द्वारा एक मजबूत चेहरे के तौर पर सामने आया। रिपोर्ट के अनुसार, कथित तौर पर इस अनुरोध के साथ ही अन्य नामों पर भी विचार किया जा रहा है, जिनमें भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य और पूर्व मेयर आरती मेहरा, जीके वार्ड की मौजूदा पार्षद शिखा राय और पूर्व केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी शामिल हैं।
बता दें कि, आरती मेहरा ग्रेटर कैलाश की निवासी हैं, शिखा राय ने 2020 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर ग्रेटर कैलाश से चुनाव लड़ा था, जिसमें सौरभ भारद्वाज से 16,000 से अधिक वोटों से हार गई थीं। दूसरी ओर, मीनाक्षी लेखी के बारे में कहा जाता है कि वे दिल्ली कैंट से चुनाव लड़ने के लिए अधिक इच्छुक हैं।
हालांकि, तर्क का दूसरा पक्ष यह है कि पार्टी को बाहर से नेताओं को नहीं लाना चाहिए, जैसा भाजपा ने 2015 में दिल्ली की सीएम किरण बेदी के साथ किया था। किरण बेदी की लोकप्रियता और करिश्मे के बावजूद, पार्टी उस चुनाव में केवल तीन सीटें हीं जीत पाई थी। कई भाजपा नेता इस संबंध में सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं। उनका कहना है कि इस तरह का कदम स्थानीय कार्यकर्ताओं के लिए निराशाजनक हो सकता है और पार्टी को नुकसान पहुंचा सकता है।
सौरभ भारद्वाज ग्रेटर कैलाश से तीन बार विधायक रह चुके हैं और ‘आप’ के वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं, जिनके पास कई विभाग हैं। भाजपा ने पहले ही ‘आप’ के अन्य वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ प्रमुख नेताओं को मैदान में उतारा है, जिसमें नई दिल्ली सीट पर अरविंद केजरीवाल के खिलाफ पश्चिमी दिल्ली के पूर्व सांसद और प्रमुख जाट नेता प्रवेश वर्मा और कालकाजी में मुख्यमंत्री आतिशी के खिलाफ दक्षिण दिल्ली के पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी शामिल हैं।