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दिल्ली में प्रदूषण से त्राहि-त्राहि, 424 पर पहुंचा AQI; बुधवार सुबह सीजन का सबसे कम रहा तापमान

दिल्ली में दमघोंटू हवा का प्रकोप कम होता नहीं दिख रहा है। जहरीले प्रदूषक तत्वों ने दिल्ली-एनसीआर के आसमान पर धुंध की एक मोटी चादर छाई हुई है। हवा की गुणवत्ता अब भी ‘गंभीर’ श्रेणी में बनी हुई है

Sneha Baluni नई दिल्ली। हिन्दुस्तान टाइम्सWed, 20 Nov 2024 11:04 AM
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दिल्ली में दमघोंटू हवा का प्रकोप कम होता नहीं दिख रहा है। जहरीले प्रदूषक तत्वों ने दिल्ली-एनसीआर के आसमान पर धुंध की एक मोटी चादर छाई हुई है। हवा की गुणवत्ता अब भी ‘गंभीर’ श्रेणी में बनी हुई है। हालांकि, आंकड़ों से पता चलता है कि समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) में मामूली सुधार आया है। हालांकि, शहर का न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 11.2 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया, जो इस मौसम का सबसे कम तापमान है। एक दिन पहले तापमान 12.3 डिग्री सेल्सियस था।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, बुधवार सुबह 9 बजे दिल्ली में 24 घंटे की औसत गुणवत्ता 424 (गंभीर) दर्ज की गई। मंगलवार शाम 4 बजे यह 460 (गंभीर) था। सोमवार शाम 4 बजे AQI 494 पर पहुंच गया था, जो राजधानी में अब तक का ज्वाइंट दूसरा सबसे हाई AQI था। दिल्ली में 3 नवंबर, 2019 को भी यही औसत AQI दर्ज किया था, जबकि 6 नवंबर, 2016 को ऑल टाइम हाई एक्यूआई 497 दर्ज किया गया था।

मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली में कोहरा कमजोर हो रहा है, जिसकी वजह से प्रदूषकों का फैलाव बढ़ रहा है और सूरज की रोशनी सतह तक पहुंच रही है। बुधवार को हल्का कोहरा देखने को मिला, जिसकी वजह से सफदरजंग में सबसे कम 500 मीटर विजिबिलिटी रही। वहीं पालम में 600 मीटर विजिबिलिटी रही। आईएमडी के एक अधिकारी ने कहा, 'एक बार फिर, राजधानी से हल्का कोहरा देखा गया। उत्तर-पश्चिम भारत में कोहरे की मोटी परत कमजोर पड़ गई है।' मंगलवार को सफदरजंग में न्यूनतम दृश्यता 600 मीटर और पालम में 1,000 मीटर थी।

अगर AQI इसी रेंज में बना रहता है, तो सर्दी के मौसम में यह दिल्ली का सातवां गंभीर वायु वाला दिन बन जाएगा। राष्ट्रीय राजधानी का AQI इस मौसम में पहली बार 13 नवंबर को गंभीर श्रेणी में पहुंच गया था। 15 नवंबर को छोड़कर राजधानी की हवा गंभीर श्रेणी में बनी हुई है। सीपीसीबी के आंकड़ों से पता चला है कि 38 चालू स्टेशनों में से 31 ‘गंभीर’ श्रेणी में हैं, जिनमें वजीरपुर (467) और मुंडका (465) शामिल हैं। छह बहुत खराब और एक- लोधी रोड (294) ‘खराब’ श्रेणी में है।

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