फिर गैस चैंबर बनी दिल्ली, 450 के पार हुआ AQI; इन दो कारणों से प्रदूषण से फिलहाल नहीं मिलेगी राहत
Delhi Pollution: राजधानी में एक बार फिर प्रदूषण का स्तर अति गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है। गुरुवार शाम चार बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक 451 अंक पर रहा। इससे पहले नवंबर में एक्यूआई सीवियर प्लस श्रेणी में पहुंच गया जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य से करीब तीन डिग्री कम पांच डिग्री सेल्सियस रहा।
राजधानी में एक बार फिर प्रदूषण का स्तर अति गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है। गुरुवार शाम चार बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक 451 अंक पर रहा। इससे पहले नवंबर में एक्यूआई सीवियर प्लस श्रेणी में पहुंच गया जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य से करीब तीन डिग्री कम पांच डिग्री सेल्सियस रहा। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, बुधवार को दिल्ली का एक्यूआई 445 अंक और मंगलवार को 433 अंक पर था। इसमें सुधार होने की बजाय 10 अंकों की बढ़ोतरी ही हुई है।
मानकों के मुताबिक, वायु गुणवत्ता सूचकांक 450 से ऊपर होने पर उसे सीवियर प्लस या अति गंभीर श्रेणी में रखा जाता है। पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव कम होने के साथ ही हवा की रफ्तार बेहद धीमी हो गई है। इसके चलते अगले कुछ दिनों तक प्रदूषण से राहत की संभावना कम है। मौसम विभाग ने शुक्रवार को बेहद घने कोहरे का पूर्वानुमान जताते हुए ‘येलो’ अलर्ट जारी किया है।
ग्रैप की निगरानी को टीम गठित करने का निर्देश
सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को एनसीआर में शामिल राज्यों को ग्रैप के उपायों के प्रभावी तरीके से पालन करने और इसकी निगरानी के लिए टीमें बनाने का निर्देश दिया। टीम दिल्ली के प्रवेश बिंदुओं का दौरा करेंगी।
सरकार को नोटिस
एनजीटी ने इस्तेमाल किए जा रहे प्रतिबंधित पेट्रोल और डीजल वाहनों के मामले में दिल्ली सरकार और अन्य से जवाब मांगा है। नियमों के अनुसार 10 वर्ष से अधिक पुराने डीजल वाहन और 15 वर्ष से अधिक पुराने पेट्रोल वाहन एनसीआर की सड़कों पर नहीं दौड़ सकते।
दिल्ली-एनसीआर में पूरे साल पटाखों पर प्रतिबंध
प्रदूषण के मद्देनजर दिल्ली में अब पूरे साल पटाखों के निर्माण, भंडारण, बिक्री और इस्तेमाल पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है। दिल्ली सरकार ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट को यह जानकारी दी। दिल्ली सरकार ने सुप्रीम कोर्ट की पीठ को बताया, ऑनलाइन वाणिज्यिक प्लेटफार्मों के जरिए भी पटाखों की डिलीवरी पर रोक लगा दी गई है।