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जलती आंखों और चढ़ती सांसों से दिल्ली बेहाल, छह इलाकों में AQI 500 पार; 2019 में भी बिगड़े थे हालात

Delhi Pollution: दिल्ली के लोग पांच साल में सबसे खराब हवा में सांस ले रही है। सोमवार को राजधानी की हवा में प्रदूषण का स्तर आपात स्थिति तक पहुंच गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 494 के अंक पर रहा।

Sneha Baluni हिन्दुस्तान, नई दिल्लीTue, 19 Nov 2024 05:34 AM
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दिल्ली के लोग पांच साल में सबसे खराब हवा में सांस ले रही है। सोमवार को राजधानी की हवा में प्रदूषण का स्तर आपात स्थिति तक पहुंच गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 494 के अंक पर रहा। इससे पहले नवंबर 2019 में इतना ही प्रदूषण दर्ज किया गया था। चिंता की बात यह भी है कि अगले तीन-चार दिन में राहत के आसार नहीं हैं। लोगों को पिछले छह दिन से भयावह प्रदूषण का सामना करना पड़ रहा है।

राजधानी का वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 के अंक से ऊपर चल रहा है। सुबह, शाम और रात में घना कोहरा देखने को मिल रहा है। दिन में भी कोहरे और प्रदूषण की मिली-जुली धुंध आसमान पर छाई हुई है। प्रदूषण से भरी इस हवा के चलते लोगों को सांस लेने में दिक्कत, थोड़ी ही मेहनत में थक जाने, गले और नाक में खराश, आंखों में जलन जैसी परेशानियां हो रही हैं। दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक सोमवार को 494 के अंक पर रहा। इस स्तर की हवा को गंभीरतम (सीवियर प्लस) श्रेणी में रखा जाता है। यह आपात स्थिति के करीब पहुंची हुई है। रविवार को सूचकांक 441 के अंक पर रहा था।

2019 में भी बिगड़े थे हालात

सीपीसीबी के मुताबिक, तीन नवंबर 2019 में वायु गुणवत्ता इस कदर खराब स्तर तक पहुंची थी। तब दिल्ली का सूचकांक 494 के अंक पर रहा था।

500 से ऊपर एक्यूआई की गणना ही नहीं होती

सीपीसीबी के मानकों के अनुसार, 401 से 450 तक के सूचकांक को गंभीर श्रेणी में रखा जाता है, जबकि 451 से 500 तक के सूचकांक को सीवियर प्लस या गंभीरतम श्रेणी में रखा जाता है। 500 के ऊपर के सूचकांक की गणना नहीं की जाती है, क्योंकि इसे आपात स्थिति माना जाता है। सोमवार शाम तीन बजे दिल्ली के छह इलाकों का सूचकांक 500 के अंक पर यानी आपात स्थिति में रहा। इसमें अशोक विहार, द्वारका, मुंडका, नेहरू नगर, रोहिणी और वजीरपुर जैसे रिहायशी और भीड़-भाड़ वाले इलाके शामिल हैं।

कोहरे और धुंध से तापमान चार डिग्री गिरा

राजधानी दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में छाए कोहरे और धुंध से दिल्ली में ठंड का अहसास बढ़ा है। दिल्ली की मानक वेधशाला सफदरजंग में दिन का अधिकतम तापमान सोमवार को सामान्य से चार डिग्री कम रिकार्ड किया गया। यह इस मौसम का सबसे ठंडा दिन है। सोमवार की सुबह तक दिल्ली के कई जगहों पर मध्यम से घना कोहरा देखने को मिला। दिल्ली के पालम मौसम केन्द्र में दृश्यता का स्तर 100 मीटर तक और सफदरजंग में 150 मीटर तक गिर गया। दिल्ली की मानक वेधशाला सफदरजंग में दिन का अधिकतम तापमान 23.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया, जो कि सामान्य से चार डिग्री कम है। यह इस मौसम का सबसे कम तापमान है। यहां पर न्यूनतम तापमान 16.2 डिग्री रहा, जो कि सामान्य से चार डिग्री ज्यादा है।

ऑनलाइन कक्षाओं में छात्रों की उपस्थिति घटी

प्रदूषण के चलते दिल्ली के स्कूलों में फिर से ऑनलाइन कक्षाओं का दौर शुरू हो गया है। सोमवार को निजी स्कूलों में नर्सरी से नौवीं और 11वीं में ऑनलाइन कक्षा को लेकर छात्रों की उपस्थिति 70-75 फीसदी के बीच दर्ज हुई, जबकि सरकारी स्कूलों में 40-50 फीसदी छात्र ही ऑनलाइन कक्षाओं से जुड़ सकें। दसवीं और 12वीं के छात्र पहले की तरह स्कूलों में पहुंचे। रोहिणी स्थित माउंट आबू पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्य ज्योति अरोड़ा ने कहा कि ऑनलाइन कक्षा में छात्रों की उपस्थिति 75 फीसदी दर्ज हुई, जबकि 10वीं और 12वीं कक्षा में 65 फीसदी छात्र उपस्थित रहे।

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